बागियों को पटाने के लिए अजमेर में भाजपा के विधायक जुटे

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बागियों को पटाने के लिए अजमेर में भाजपा के दोनों विधायक जुटे। नामवापसी नहीं हुई तो कई वार्डों में बिगड़ सकता है वोटों का गणित।मुस्लिम बहुल्य वार्डों में कांग्रेस के उम्मीदवार नहीं उतारना गलत-विजय जैन, कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष।हंगामे के डर से कांग्रेस के संभाग प्रभारी अजमेर नहीं आए।

एस0 पी0 मित्तल

अजमेर – अजमेर नगर निगम के 80 वार्डों के चुनाव 28 जनवरी को होने हैं। अनेक वार्डों में भाजपा के अधिकृत उम्मीदवारों को बागी उम्मीदवार चुनौती दे रहे हैं। यदि 19 जनवरी को दोपहर तीन बजे तक बागियों ने नामांकन वापस नहीं लिए तो कई वार्डों में भाजपा के वोटों का गणित बिगड़ जाएगा। यही वजह है कि उत्तर और दक्षिण क्षेत्र के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी और श्रीमती अनिता भदेल अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों के वार्डों में बागियों को पटाने में लग गए हैं। दोनों विधायकों ने उम्मीद जताई है कि अधिकांश बागी नाम वापस ले लेंगे।

यहां यह उल्लेखनीय है कि इस बार प्रदेश नेतृत्व में अजमेर के दोनों विधायकों को उम्मीदवारों के चयन में पूरी स्वतंत्रता दी। अब दोनों विधायकों की जिम्मेदारी है कि अधिकृत प्रत्याशियों को जीताएं। 18 जनवरी को भाजपा के दोनों विधायकों ने उन कार्यकर्ताओं से संपर्क किया, जिन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। निगम के 80 वार्डों में से 42 दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में हैं, जबकि 36 वार्ड उत्तर में आते हैं। दो वार्डों का अधिकांश भाग पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में है।
उम्मीदवार न उतारना गलत :-
अजमेर शहर कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि मुस्लिम बहुल्य वार्ड संख्या 11, 12 व 13 में कांग्रेस के उम्मीदवार खड़े नहीं करने का निर्णय पूरी तरह गलत है। कांग्रेस कमेटी ने अपने पैनल में इन तीनों वार्डों में कांग्रेस के निष्ठा वान कार्यकर्ताओं के नाम लिखे थे, लेकिन पैनल की अनदेखी कर तीनों वार्डों को खुला छोड़ दिया गया। वार्डों को खुला छोडऩे से पहले शहर कांग्रेस कमेटी की राय भी नहीं ली गई।

जैन ने माना कि वार्डों को खुला छोडऩे से अल्पसंख्यक समुदाय में गलत संदेश गया है। जो कार्यकर्ता पिछले पांच वर्ष से अपने वार्डों में सक्रिय थे, उन्हें उम्मीदवार न बनाया जाना गलत है। शहर कांग्रेस कमेटी अब अपनी राय से प्रदेश नेतृत्व और चुनाव पर्यवेक्षकों को अवगत करवाएगी। जिन नेताओं ने तीन वार्डों को खुला छोडऩे का निर्णय है अब उनके प्रति कार्यकर्ताओं में नाराज़गी है।

यदि मुस्लिम बहुल्य वार्डों में उम्मीदवार खड़े किए जाते तो कांग्रेस को फायदा होता। यहां यह उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने जहां तीन वार्डों में उम्मीदवार खड़े नहीं किए, वहीं तीन वार्डों में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल नहीं कर सके। एक वार्ड में तो भाजपा उम्मीदवार का चुनाव निर्विरोध हो गया है। जबकि शेष दो वार्डों में अब कांग्रेस को किसी निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन देना होगा। यानि कांग्रेस अब 80 में से 74 वार्डों में ही चुनाव लड़ रही है।
नहीं आए संभाग प्रभारी :-
तय कार्यक्रम के अनुसार 18 जनवरी को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और अजमेर संभाग के प्रभारी हरि मोहन शर्मा को दोपहर एक बजे शास्त्री नगर रोड स्थित लक्ष्मीनैन समारोह स्थल पर एक बैठक में भाग लेना था। इस बैठक में कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों को आमंत्रित किया गया था। शहर कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन और कांग्रेस के अनेक प्रत्याशी बैठक स्थल पर भी पहुंच गए, लेकिन ऐनमौके पर संभाग प्रभारी शर्मा अजमेर नहीं आए। प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में हंगामे की स्थिति को देखते हुए शर्मा अजमेर आने से बच गए। कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर कार्यकर्ताओं में बेहद नाराज़गी है। संभवत: कार्यकर्ताओं के गुस्से को देखते हुए ही शर्मा अजमेर नहीं आए।

भाजपा के बागी :-
वार्ड संख्या 2 में मनोज कुमार ननकानी भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार है, लेकिन यहां संदीप धाबाई ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। वार्ड नम्बर 3 में भाजपा की उम्मीदवार श्रीमती प्रतिमा पाराशर को बागी उम्मीदवार श्रीमती संध्या काबरा चुनौती दे रही हैं। वार्ड 5 में भाजपा के उम्मीदवार एडवोकेट अजय वर्मा को निवर्तमान पार्षद राजेन्द्र सिंह पंवार से चुनौती मिल रही है। वार्ड संख्या 6 में भाजपा के उम्मीदवार सुरेश नवाल को निवर्तमान भाजपा पार्षद कुंदन वैष्णव, मनोज कुमार शर्मा, भागचंद से चुनौती है। वार्ड नम्बर 8 में भाजपा उम्मीदवार सुभाष जाटव को बागी रोहित मकवाना से चुनौती है, वार्ड संख्या 10 से भाजपा के राजू साहू को मुकेश कुमार से चुनौती है।

वार्ड संख्या 17 से विक्रम तंबोली को भाजपा के ही पवन कुमार से चुनौती है। वार्ड संख्या 18 से भाजपा के उम्मीदवार मुकेश मेघवंशी के सामने बागी लालीदेवी हैं। वार्ड संख्या 20 से भाजपा की ममता शर्मा के सामने बागी वर्षा कुमावत हैं। वार्ड 21 से भाजपा की किरण के सामने बागी रजनी जटिया हैं।

वार्ड 22 में भाजपा के हेमंत सुनारीवाल के सामने बागी देवकरण फुलवारी हैं। वार्ड 23 से भाजपा के अमर सिंह के सामने अमृतलाल नहारिया बागी हैं। वार्ड 26 से भाजपा के जीतेन्द्र कुमार रंगवानी के सामने उत्तम गुरुबक्शानी, रामधनवानी आदि बागी हैं। वार्ड 28 से भाजपा की भारती जांगिड़ के सामने गायत्री सोनी बागी हैं। वार्ड 32 से भाजपा की परविंदर सिंह हाड़ा के सामने जीतेन्द्र ङ्क्षसह चौहान, सत्यनारायण माली बागी हैं।

वार्ड 36 में भाजपा के पृथ्वी सिंह के सामने कुलदीप सिंह, मैना पुरोहित, मनीष जयसिंह, ललित रावत बागी हैं। वार्ड 37 में भाजपा के सोहन सिंह के सामने गुमान सिंह बागी हैं। वार्ड 38 में भाजपा देवेन्द्र सिंह शेखावत के सामने संजय सोनी, उमेश शर्मा, विनोद कुमार बागी हैं। वार्ड 39 में भाजपा की राधिका गुर्जर के सामने धर्मीदेवी बागी हैं। वार्ड 41 में भाजपा की नीतू मिश्रा के सामने रेणु शर्मा बागी हैं। वार्ड 42 में संदीप माकीजानी के सामने भाजपा के सरबजीत सिंह छाबड़ा, अभय मिश्रा बागी हैं। वार्ड 43 में भाजपा की बीनू के सामने संतोष जाटव बागी हैं।

वार्ड 45 में मनीषा गौड के सामने भाजपा की पिंकी गहलोत बागी हंै। वार्ड 49 में भाजपा की कृष्णा सुचेता के सामने तरुणा बागी हैं। वार्ड 53 भाजपा के सत्यनारायण कोमल के सामने राजकुमार बागी हैं। वार्ड 55 में रजनी चौहान के सामने भाजपा से जयसिंह भाटी, पुष्पेन्द्र चौहान बागी हैं। वार्ड 56 में भाजपा की अंजना शेखावत के सामने गीता देवी सिसोदिया बागी हैं। वार्ड 57 में हेमांश सेठी के सामने दीपक कशिश, मुकेश कमेलश, रणजीत सिंह, सुनंत सोनी बागी हैं।

वार्ड 58 में भाजपा के चन्द्रशेखर शर्मा को बागी कृष्ण गोपाल, जीतेन्द्र कुमार, वरदान सिंह आदि चुनौती दे रहे हैं। वार्ड 59 में भाजपा के बलराज कच्छावा के सामने श्रवण कुमार बागी हैं। वार्ड 60 में भाजपा की श्रीमती डिंपल शर्मा के सामने आभा भारद्वाज बागी हैं। वार्ड 67 में भाजपा की नलिनी के सामने इंदू राठी बागी हैं। वार्ड 70 में भाजपा के कृष्ण कुमार त्रिपाठी के सामने पुष्पेन्द्र गौड, योगेश शर्मा बागी हैं।