बिजली चोरी के 48 ट्रांसफार्मर जब्त 42 नागौर के…

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बिजली चोरी के 48 ट्रांसफार्मर जब्त। इनमें 42 नागौर के हैं।अजमेर डिस्कॉम के एमडी वी0एस 0भाटी के नेतृत्व में चल रहा है बिजली चोरों को पकड़ने का अभियान।

एस0 पी0 मित्तल

जमेर डिस्कॉम ने अपने बिजली चोरी पकड़ने के अभियान में 26 जून को बिजली चोरी के काम आने वाले 48 ट्रांसफार्मरों को जब्त किया है। यह सभी ट्रांसफार्मर हरियाणा निर्मित हैं। सबसे ज्यादा 42 ट्रांसफार्मर नागौर में जब्त किए गए हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा बिजली चोरी नागौर जिले में ही हो रही है।

अजमेर डिस्कॉम के एमडी वीएस भाटी ने बताया कि अजमेर के अधीन 13 जिले आते हैं। यूं तो बिजली चोरी को पकड़ने का काम निरंतर जारी रहता है, लेकिन पिछले दिनों एक गुप्त निर्णय लेकर शनिवार को संदिग्ध स्थानों पर छापामार कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया। इस निर्णय के अंतर्गत ही 26 जून को झुंझुनूं और नागौर जिले में एक साथ छापामार कार्यवाही की गई।

जो 48 ट्रांसफार्मर जब्त किए गए उनमें से 42 अकेले नागौर जिले के हैं। नागौर में भी सबसे ज्यादा बिजली चोरी खींवसर में हो रही है। भाटी ने इस बात पर ताज्जूब बताया कि बिजली चोरी ट्रांसफार्मर का उपयोग कर रहे हैं। हाईटेंशन लाइन में अवैध रूप से तार डालकर ट्रांसफार्मर के जरिए बड़ी मात्रा में बिजली की चोरी की जा रही है।

खतरे में पड़ी एक प्रजाति

अजमेर डिस्कॉम के अधीन आने वाले 13 जिलों में से सीकर, झुंझुनूं, चित्तौड़ और बांसवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां दस प्रतिशत से अधिक बिजली छीजत (चोरी) है। जबकि नागौर में तीस प्रतिशत बिजली छीजत है। इसलिए 26 जून को बड़े पैमाने पर झुंझुनूं और नागौर जिले में छापामार कार्यवाही की गई।

भाटी ने बताया कि पूर्व में नागौर में 38 प्रतिशत बिजली चोरी होती थी, जिसे घटाकर 30 प्रतिशत किया गया है। डिस्कॉम का प्रयास है कि सभी जिलों में बिजली की छीजत को समाप्त किया जा जाए। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि बिजली चोरी की सूचना निकटतम उपखंड स्तर पर दी जाए।

भाटी ने बिजली चोरों को भी चेतावनी दी कि वे चोरों का काम बंद कर दें क्योंकि अब नए कानूनों में सख्त कार्यवाही की जाएगी। भाटी ने बताया कि बिजली चोर हरियाणा निर्मित ट्रांसफार्मर का उपयोग कर रहे हैं। ट्रांसफार्मर बनाने वाली कंपनियों पर भी कार्यवाही की जा सकती है। डिस्कॉम की ताजा कार्यवाही से बिजली चोरों में खलबली मच गई है।