डाक विभाग से जीआई उत्पाद भी पहुँचेंगे देश-दुनिया के हर कोने में – डॉ0 रजनीकांत

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डाक विभाग के माध्यम से जीआई उत्पाद भी पहुँचेंगे देश-दुनिया के हर कोने में-पद्मश्री डॉ0 रजनीकांत।

वाराणसी के पाँच जीआई उत्पादों पर डाक विभाग ने जारी किया विशेष आवरण व विरूपण।जीआई उत्पाद ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना को साकार करते हुए वैश्विक स्तर पर भी अपनी ब्रांडिंग बनाने में होंगे कामयाब-के0के0 यादव

वाराणसी। डाक विभाग द्वारा ‘राष्ट्रीय डाक दिवस’ के अंतर्गत 13 अक्टूबर को ‘फिलेटली दिवस’ पर तमाम कार्यक्रम आयोजित किये गए। वाराणसी प्रधान डाकघर में इस अवसर पर बच्चों के लिए डिजाइन ए स्टैम्प, क्विज, फिलेटलिक वर्कशॉप जैसे कार्यक्रम आयोजित किये गए। ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ पर आधारित डाक टिकट प्रदर्शनी भी लगी गई।इस अवसर पर वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल ने वाराणसी से संबंधित पाँच जीआई यानी भौगोलिक संकेतक उत्पादों –  बनारस गुलाबी मीनाकारी क्रॉफ्ट, वाराणसी सॉफ्ट स्टोन जाली वर्क, वाराणसी लकड़ी के लाख और खिलौने, बनारस मेटल रिपोज क्रॉफ्ट और वाराणसी ग्लास बीड्स पर विशेष आवरण और विशेष विरूपण भी जारी किया और  इनकी प्रथम प्रति जीआई एक्सपर्ट पद्मश्री डॉ. रजनीकांत को भेंट की।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इससे वाराणसी  के जीआई उत्पादों से जुड़े लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा। पारम्परिक हस्तशिल्प, हथकरघा और अन्य घरेलू उत्पादों से जुड़े ये जीआई उत्पाद ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना को साकार करते हुए वैश्विक स्तर पर भी अपनी ब्रांडिंग बनाने में कामयाब होंगे। इन विशेष आवरण (लिफाफों) के माध्यम से बनारस की कारीगरी और यहाँ की संस्कृति देश -विदेश में प्रचार-प्रसार पायेगी। पोस्टमास्टर जनरल श्री यादव ने कहा कि पिछले दिनों वाराणसी से सांसद एवं देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी अपने अमेरिका दौरे के दौरान वहाँ की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को बनारस की गुलाबी मीनाकारी का बना शतरंज भेंट किया था। अन्य राष्ट्राध्यक्षों को भी प्रधानमंत्री वाराणसी के जीआई उत्पादों पर आधारित उत्पाद भेंट कर चुके हैं। इससे इन उत्पादों को एक नई वैश्विक पहचान मिली है।

जीआई एक्सपर्ट पद्मश्री डॉ0 रजनीकांत ने डाक विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे वाराणसी के जीआई उत्पादों को नई पहचान मिलेगी। चूँकि डाक विभाग की पहुँच सर्वत्र है, ऐसे में इसके माध्यम से जीआई उत्पाद भी घर-घर पहुंच सकेंगे। वाराणसी के जीआई टैग प्राप्त उत्पाद विश्व भर में अनोखी पहचान रखते हैं और इस कला को यहाँ के कारीगरों ने पुश्त दर पुश्त सदियों से सहेज रखा है। उत्तर प्रदेश के 34 में से 17 जीआई उत्पाद वाराणसी और इसके आसपास के जिलों से हैं, जिनसे तमाम लोगों की रोजीरोटी भी जुड़ी हुई है। स्वयं प्रधान मंत्री जी ने जिस तरह से जीआई उत्पादों को आगे बढ़ाने की पहल की है, उससे इसे लोकल टू ग्लोबल रूप में नए आयाम मिल रहे हैं।

इस अवसर पर फिलेटली दिवस पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव और डॉ. रजनीकांत ने सम्मानित किया गया। वाराणसी पूर्व मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर राजन, वाराणसी पश्चिम मंडल के अधीक्षक डाकघर संजय वर्मा, सीनियर पोस्ट मास्टर, वाराणसी प्रधान डाकघर चंद्रशेखर सिंह बरुआ, पंकज श्रीवास्तव, सुरेश चन्द्र, आर के चौहान, इन्द्रजीत पाल, हरिशंकर यादव सहित डाक विभाग के तमाम अधिकारी-कर्मचारीगण, फिलेटलिस्ट, विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी इत्यादि उपस्थित रहे।