भगवान राम मंदिर निर्माण के लिए मिले चंदे में हो रहे घोटाले पर घोटाले -अंशू अवस्थी

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देश का प्रत्येक व्यक्ति यह बात समझ चुका है कि भगवान राम के नाम पर मिले चंदे की लूट हो रही है जिसमें भारतीय जनता पार्टी के नेता और उनसे जुड़े संगठन जो ट्रस्ट के सदस्य हैं वह चंदे के पैसे को चंपत कर रहे हैं.

पिछले 8 दिन के अंदर दूसरा घोटाला भी सामने आ गया पहले तो ढाई करोड़ की जमीन कुसुम पाठक और हरीश पाठक से खरीद कर 5 मिनट के अंदर 18:50 करोड़ में ट्रस्ट को बेची गई , उसके बाद अब दीप नारायण जो कि अयोध्या के भारतीय जनता पार्टी के नेता और मेयर ऋषिकेश उपाध्याय का भांजा है और स्वयं भी भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्य और आईटी सेल का नेता है.

उस दीप नारायण ने बीस लाख में जमीन खरीद कर ढाई महीने के अंदर ढाई करोड़ की ट्रस्ट को बेंच दी,और इन सब में खरीद-फरोख्त में ट्रस्ट के सचिव चंपत राय डॉ अनिल मिश्रा सहित मेयर अयोध्या में ऋषिकेश उपाध्याय शामिल हैं, तो यह बात तो सभी को समझ में आ गई है कि भगवान राम के चंदे के पैसे को चंपत किया जा रहा है.

जहां पर इस चंदे से शीघ्र से शीघ्र भगवान राम का भव्य मंदिर बनना है यह करोड़ों आस्था रखने वालों की दिली इच्छा और हमारी भी कांग्रेस पार्टी की भी इच्छा है कि भगवान राम का मंदिर शीघ्र बने
लेकिन मंदिर शीघ्र बनने के बजाय इन सब की अपनी निजी जेबें शीघ्रता से भर रही हैं.


कांग्रेस पार्टी मांग करती कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन का आदेश किया था और उस ट्रस्ट में प्रधानमंत्री जी ने चंपत राय व डॉ अनिल मिश्रा जैसे लोगों को नामित किया था, ऐसे लोगों को तत्काल माननीय सर्वोच्च न्यायालय बाहर का रास्ता दिखाए और इन सबके एकाउंट और अन्य आय की जांच हो और जो यह चंदे की लूट हुई है इसकी रिकवरी हो लूट के साथ-साथ देश के लोगों के आस्था पर चोट पहुंचाई गयी है जिसके लिए जानबूझकर भारतीय जनता पार्टी उनसे जुड़े संगठन RS.S और उनसे जुड़े संगठन विश्व हिंदू परिषद शामिल हैं जिम्मेदार है.