सरकार और पुलिस पर मुख्यमंत्री का नियंत्रण खत्म,जंगलराज कायम- लल्लू

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 प्रदेश में महिलाएं और बच्चियां पूरी तरह असुरक्षित, रोजाना कई घटनाएं आ रही हैं सामने। चित्रकूट में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह। प्रतापगढ़ में शोहदों की छेड़खानी से तंग किशोरी द्वारा कुंए में कूदकर आत्महत्या की घटना सरकार और पुलिस की लचर कार्यप्रणाली का दुष्परिणाम।

डा0 उमा शंकर पाण्डेय

लखनऊ, प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ रोजाना हो रहीं रेप, गैंगरेप, हत्या, तेजाब डालकर जलाये जाने, छेड़खानी से तंग आकर बच्चियों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी हाथरस, बलरामपुर,  प्रयागराज, बुलन्दशहर, आजमगढ़, वाराणसी, लखीमपुर, गोरखपुर, अलीगढ़ आदि जनपदों में हुई जघन्य घटनाओं से क्षुब्ध और आक्रोशित प्रदेश की जनता उबर नहीं पायी कि परसों जनपद गोण्डा के परसपुर में तीन सगी नाबालिग बहनों पर रात्रि में सोते समय अपराधियों द्वारा तेजाब फेंककर गंभीर रूप से घायल किये जाने की घटना और कल चित्रकूट मंें बच्चियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना व प्रतापगढ़ में छेड़खानी से तंग आकर किशोरी द्वारा आत्महत्या की घटना ने योगी सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।

Ajay Kumar Lallu@AjayLalluINC·भाजपा सरकार में दो वर्षो में 20 से अधिक साधुओं की निर्मम हत्या हुई है। अभी बीते दिनों गोंडा में एक साधु पर गोली चली, अलीगढ़ में साधु की हत्या कर दी गई। हनुमानगढ़ी के पुजारीयों में रोष है, वे आंदोलनरत है। मुख्यमंत्री जी नींद से जगईये और आत्मावलोकन कीजिए। व्यवस्था नकारी हो चली है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आज जारी बयान में कहा है कि प्रदेश सरकार महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल है। त्वरित और सख्त कार्यवाही न किये जाने के चलते न्याय मिलने से वंचित बच्चियों और महिलाओं द्वारा आत्महत्या की घटनाएं प्रदेश की योगी सरकार की अक्षमता और पुलिस प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली का परिणाम है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि प्रदेश सरकार इन घटनाओं के दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के बजाए पीड़ितों को चुप कराने और अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। यही कारण है कि अपराध थमने के बजाए और अधिक तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। अपराधियों के हौसले और इरादे बुलन्द हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यदि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ ठोस कार्यवाही करती तो चित्रकूट और प्रतापगढ़ सहित प्रदेश के जनपदों में हो रहीं सैंकड़ों दुःखद घटनाओं को रोका जा सकता था। यह घटनाएं भाजपा सरकार में महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार और उन्हें न्याय दिलाने में असफल कानून व्यवस्था का साफ सबूत है।

आखिर कब रूकेंगी महिलाओं और बच्चियों के साथ जघन्य घटनाएं? प्रदेश सरकार आखिर अपनी कुंभकर्णी नींद से कब जागेगी? महिलाओं और बच्चियों की अस्मिता के साथ हो रहा खिलवाड़ कब थमेगा…..?  

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरे प्रदेश में जंगलराज कायम है। गुण्डाराज चल रहा है। हत्या, बलात्कार, लूट, सामूहिक बलात्कार की घटनाओं से आम जनमानस भय के माहौल में जीने के लिए मजबूर है। उन्होने कहा कि योगी सरकार महिलाओं और बेटियों को सुरक्षा देने में असफल साबित हुई है। मुख्यमंत्री का पुलिस और सरकार पर नियन्त्रण पूरी तरह खत्म हो गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री में जरा भी नैतिकता बची हो तो उन्हें पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।  


Ajay Kumar Lallu@AjayLalluINC
·जब मुख्यमंत्री ही अपराध को अंतर्राष्ट्रीय साज़िश करार देने लगे तो पुलिस का क्या? उप्र में पहले बहन – बेटियों के साथ बलात्कार होता है, फिर हत्या – आत्महत्या, उनके चरित्र पर सवाल और बाद ने ‘न्याय की हत्या’ कर दी जाती है।