अजमेर में पीएम मोदी के पुतलेे के शव यात्रा

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अजमेर में एडीए के अध्यक्ष पद के लिए अब विधायक सुरेश टाक और दीपक हासानी में सीधा मुकाबला। टाक के पास सीएम की अप्रोच तो हासानी के पास चिकित्सा मंत्री रघु का बल।अजमेर में कांग्रेस ने पीएम मोदी के पुतलेे के शव यात्रा निकाली।

  एस0 पी0 मित्तल

अजमेर।  राजनीतिक नियुक्तियों की चर्चा के बीच एक बार फिर अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर हलचल शुरू हो गई है। पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती और डॉ. राजकुमार जयपाल को अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड का निदेशक बना दिए जाने के बाद अब अन्य दावेदारों ने भाग दौड़ शुरू कर दी है। शेष रहे दावेदारों ने इस बात की खुशी है कि दो दावेदार स्मार्ट सिटी में एडजस्ट कर लिए गए हैं। एडीए का कार्य क्षेत्र अब अजमेर के आसपास के अलावा पुष्कर और किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र तक फैल गया है। इसलिए किशनगढ़ के निर्दलीय विधायक सुरेश टाक भी एडीए के अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। टाक भी अशोक गहलोत की सरकार को समर्थन दे रहे हैं। टाक को पता है कि मंत्री बनने का अवसर उन्हें नहीं मिलेगा, इसलिए वे एडीए के अध्यक्ष पद पर नजर गढ़ाई है। टाक ने अपनी भावनाओं से सीएम गहलोत को भी अवगत कराया दिया है। सब जानते हैं कि सरकार को समर्थन देने वाले सभी निर्दलीय विधायकों का सीएम गहलोत बहुत सम्मान कर रहे हैं।

 

निर्दलीय विधायकों की सिफारिश से ही उनके विधानसभा क्षेत्रों में अधिकारियों की नियुक्ति हो रही है। विकास कार्य भी विधायकों की सिफारिश से स्वीकृत हो रहे हैं। ऐसे में टाक को उम्मीद है कि सीएम गहलोत उनकी भावनाओं के अनुरूप निर्णय लेंगे। टाक को किसी मध्यस्थ की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि सीएम गहलोत से उनका सीधा संवाद रहता है। वहीं एक अन्य दावेदार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे दीपक हासानी भी प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के बल पर एडीए का अध्यक्ष बनना चाहते हैं। यूं तो हासानी पहले सचिन पायलट के साथ थे, लेकिन राजनीतिक संकट के समय हासानी रघु शर्मा की मदद से अशोक गहलोत के गुट में शामिल हो गए। क्योंकि रघु शर्मा अजमेर के केकड़ी के विधायक हैं, इसलिए रघु का वर्चस्व है। सीएम गहलोत की ओर से भी रघु को पूरी छूट मिली हुई है। असल में सचिन पायलट से मुकाबला करने में गहलोत ने रघु शर्मा और प्रताप सिंह खाचरियावास जैसे मंत्रियों को भी आगे किया था। अब तक अजमेर जिले की राजनीति में रघु शर्मा की राय को ही प्राथमिकता दी गई है। जानकार सूत्रों के अनुसार डॉ. बाहेती और डॉ. जयपाल को स्मार्ट सिटी का निदेशक बनवाने में भी रघु शर्मा की भूमिका रही है। जो लोग रघु शर्मा की कार्यशैली को जानते हैं उन्हें भरोसा है कि दीपक हासानी ही एडीए के अध्यक्ष बनेंगे।

 

हालांकि दावेदारी तो शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन, प्रदेश के पूर्व सचिव महेंद्र सिंह रलावता, प्रताप यादव, शक्ति प्रताप सिंह (पीपरोली) आदि भी जता रहे हैं। रलावता और विजय जैन को सचिन पायलट का समर्थक माना जाता है। इसलिए इन दोनों का दावा कमजोर माना जा रहा है। लेकिन उन दोनों के समर्थकों का कहना है कि अजमेर में हो रही राजनीतिक नियुक्तियों में पायलट की राय को तवज्जो दी जा रही है। इसका उदाहरण एनएसयूआई के अध्यक्ष के पद पर भगवान सिंह की नियुक्ति के तौर पर दिया जा रहा है। लेकिन जानकारों का मानना है कि जब तक प्रदेश स्तर पर गहलोत और पायलट के बीच सहमति नहीं बनेगी तब तक पायलट के समर्थकों को जिला स्तर की नियुक्तियों में महत्व नहीं मिलेगा। पायलट के समर्थक विधायक अभी भी यह आरोप लगा रहे हैं कि सरकार में कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं हो रहा है। एससी एसटी वर्ग के लोगों के काम भी गहलोत सरकार में नहीं हो रहे हैं विधायकों के ऐसे आरोपों के चलते समझौते की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। अलबत्ता 16 जुलाई को कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी आव्हान के अंतर्गत पायलट ने उत्तराखंड के देहरादून में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन में भाग लिया।

पीएम मोदी के पुतले की शवयात्रा – 

16 जुलाई को अजमेर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में पीएम नरेंद्र मोदी के पुतले की शव यात्रा निकाली गई। शव यात्रा केसरगंज स्थित बाबू मोहल्ले से शुरू होकर स्टेशन रोड स्थित गांधी भवन पर समाप्त हुई। शवयात्रा में बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बाद में पुतले को जलाया भी गया। इस अवसर पर विजय जैन ने कहा कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि से बाजार में महंगाई बढ़ गई है। बढ़ती महंगाई की वजह से आम व्यक्ति का जीवन दूभर हो गया है।