लखनऊ, जिला उद्यान अधिकारी लखनऊ ने बताया कि लखनऊ जनपद के कृषकों हेतु नगद मूल्य पर विक्रय हेतु आलू बीज की प्रजातिवार उपलब्ध् है।उन्होंने बताया कि जनपद लखनऊ में
1. प्रजाति- कुफरी बहार, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- सीड साइज, मात्रा(कु0में)-100, दर प्रति कु0-3150.00।
2. प्रजाति-कुफरी सूर्या, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- सीड साइज, मात्रा(कु0में)-100, दर प्रति कु0-3150.00।
3. प्रजाति- कुफरी सिंदूरी, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- सीड साइज, मात्रा(कु0में)-79, दर प्रति कु0-3150.00।
4. प्रजाति- कुफरी ख्याति, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- सीड साइज, मात्रा(कु0में)-35, दर प्रति कु0-3150.00।
5. प्रजाति- कुफरी ख्याति, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- ओवर साइज, मात्रा(कु0में)-25, दर प्रति कु0-2455.00।
6. प्रजाति- चिप्सोना-1, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- सीड साइज, मात्रा(कु0में)-215, दर प्रति कु0-3150.00।
7. प्रजाति- चिप्सोना-1, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- ओवर साइज, मात्रा(कु0में)-21.50, दर प्रति कु0-2455.00।
8. प्रजाति- कुफरी ख्याति, ग्रेड- आधारी द्वितीय, साइज- सीड साइज, मात्रा(कु0में)-58, दर प्रति कु0-2675.00।
9. प्रजाति- कुफरी ख्याति, ग्रेड- आधारी प्रथम, साइज- ओवर साइज, मात्रा(कु0में)-25.50, दर प्रति कु0-2395.00, जनपद हेतु 659 कु0 आलू बीज उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि आवंटित आलू बीज कु0 चिप्सोना-1,कु0 सूर्या प्रजातियों के आलू बीज को कृषकों में बीज उत्पादन हेतु आलू बीज दिया जायेगा, जिसमें 01 कृषक को 0.50 हेक्टेयर तक ही बीज दिया जायेगा जिसके सापेक्ष कृषक को 17.50 कुं0 बीज उपलब्ध कराया जायेगा। बीज प्रमाणिकरण हेतु राजकीय बीज प्रमाणिकरण संस्थान आलमबाग से प्रमाणिकरण कराकर टैग प्राप्त करने होंगे।
टैग प्राप्त होने के पश्चात एकीकृत बागवानी मिशन योजना के अन्र्तगत कृषक को 25000/रू0 प्रति हे0 की दर से अनुमन्य अनुदान देय होगा। एकीकृत बागवानी मिशन योजना में कृषकों के प्रक्षेत्रों पर आलू बीज उत्पादन हेतु 5 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने बताया कि एक ही प्रजाति के कृषकों की आलू बीज की मांग अधिक होने पर जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार आलू बीज का वितरण लाटरी सिस्टम से किया जायेगा, जो समस्त कृषकों को मान्य करना होगा, दिनांक 03 अक्टूबर 2020 सांय-05ः00 बजे तक कुल-160 कृषकों के प्रार्थना-पत्र कार्यालय में प्राप्त कराये जा चुके है। अधिक जानकारी हेतु जिला उद्यान अधिकारी के कार्यालय से कृषक सम्र्पक स्थापित कर सकते है।