उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बदहाल

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 राजेन्द्र चौधरी

लखनऊ, सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जी के जन्मदिन पर आज पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर हाथरस की पीड़िता के लिए इंसाफ, बदहाल कानून व्यवस्था, बेकारी, मंहगाई के मुद्दे पर दो घंटे मौन व्रत रखा गया। लखनऊ में प्रशासन और पुलिस ने मानवता को शर्मसार करते हुए हाथरस में दलित युवती के लिए न्याय की मांग करने के लिए गांधी जी की, जीपीओ, लखनऊ स्थित, प्रतिमा पर मौन व्रत सत्याग्रह करने के लिए जाते हुए समाजवादी नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने अकारण बर्बरता से लाठियां बरसाईं, दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे युवाओं-महिलाओं तक को घसीटा गया। पुलिस की पिटाई से दर्जनों कार्यकर्ता, महिलाएं बुरी तरह घायल हो गई।

     उत्तर प्रदेश के लोकतांत्रिक इतिहास में गांधी जयंती पर आज जैसे पुलिस के नंगानाच का दूसरा उदाहरण नहीं। राजधानी के सभी मुख्य मार्ग बैरीकेंडिग कर बंद कर दिए गए। गांधी जी की प्रतिमा पर अकेले माल्यार्पण करने के लिए जाने वालो को भी रोक दिया गया। गांधी जी की जनता से यह दूरी इतिहास की एक कलंकपूर्ण घटना है। उन्हें एक माला तक नसीब नहीं हो सकी।

   पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज हाथरस की बेटी के लिए मौन व्रत रख धरने पर बैठने जा रहे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों को भाजपा सरकार द्वारा गिरफ्तार करके बापू-शास्त्री की जयंती के दिन सत्य की आवाज हिंसक तरीके से दबाने को निंदनीय करार देते हुए हाथरस काण्ड की सुप्रीमकोर्ट जज से जांच करने की मांग दुहराई हैं। उन्होंने कहा  भाजपा सरकार के कृत्य पाप और अपराध में गिने जाएंगे। हाथरस के डीएम, एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।

   भाजपा का स्वतंत्रता आंदोलन और गांधी जी से कभी कोई लेना देना नहीं रहा। आज भाजपा सरकार ने जो किया वह गांधी जी के विचारों की हत्या के साथ लोकतंत्र की भी हत्या है। गांधी जी ने इसके लिए आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी थी।

   लखनऊ में जीपीओ स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर मौन व्रत सत्याग्रह के पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज समाजवादी पार्टी के विधायक प्रदेश मुख्यालय, लखनऊ में एकत्र हुए। उन्होंने सर्व प्रथम गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यार्पण किया। फिर वे एक साथ हजरतगंज गांधी जी के प्रतिमा स्थल की ओर रवाना हुए पुलिस ने बैरीकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। पुलिस सुबह से ही दफ्तर के बाहर भी तैनात थी।

नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी  और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि वे शांतिपूर्ण ढंग से गांधी जी के प्रतिमा स्थल पर मौन व्रत सत्याग्रह करेंगे लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें जबरन आगे बढ़ने से रोका। सभी विधायक गौतमपल्ली थाने के नजदीक सड़क पर धरना देकर बैठ गए तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एमएलसी राजेश यादव राजू को पुलिस ने जबरन उठाकर बस में ठेल दिया।

   आज नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के साथ महबूब अली, इकबाल अहमद, रामसुन्दर दास निषाद, शैलेन्द्र यादव ललई, अरविन्द कुमार सिंह, संजय गर्ग, डाॅ0 संग्राम सिंह यादव, रफीक अंसारी, राजकुमार यादव राजू, बृजेश कुमार कठेरिया, अम्बरीष पुष्कर, डाॅ0 मनोज पाण्डेय, राकेश प्रताप सिंह, अनिल कुमार दोहरे, इरफान सोलंकी, अमिताभ बाजपेयी, उज्जवल रमण सिंह,अनुराग यादव, संतोष यादव सनी, आनन्द भदौरिया, सुनील सिंह साजन, उदयवीर सिंह, धर्मराज सिंह यादव उर्फ सुरेश यादव, जगदीश सोनकर, वीरेन्द्र कुमार यादव, जगजीवन प्रसाद, गौरव रावत, सुभाष राय, रामजतन राजभर, रामवृक्ष यादव, लीलावती कुशवाहा, जितेन्द्र यादव, दिलीप यादव, अरविन्द प्रताप यादव, दिलीप सिंह उर्फ कल्लू यादव, वासुदेव यादव, हीरा लाल यादव, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, मिस्बाहुद्दीन, शशांक यादव, एवं अमित यादव आदि विधायकों को गिरफ्तार किया गया।

   जीपीओ पार्क स्थित गांधी जी की प्रतिमा तक जाने से रोके जाने पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हजरतगंज में विरोध प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने सड़क पर महिलाओं तक को बुरी तरह घसीटा जिससे कई घायल हो गई। युवाओं पर निर्ममता से लाठियां बरसाई गई। पुलिस ने बर्बरता की सारे हदें पार कर दीं। लखनऊ जिलाध्यक्ष जयसिंह जयंत और महानगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित के नेतृत्व में 5 सौ से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। प्रदेश प्रवक्ता अनुराग भदौरिया, लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राम करन निर्मल तथा अधिवक्ता सभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। अनुराग भदौरिया को पुलिस की पिटाई से चोटें आईं।

   आज पुलिस ने जिन प्रमुख नेताओं-कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया उनमें प्रमुख हैं महिला सभा की महानगर अध्यक्ष किरन पाण्डेय, जिलाध्यक्ष प्रेमलता यादव, निवर्तमान जिलाध्यक्ष अशोक यादव, पूर्व सांसद सुशीला सरोज सहित शंकर सिंह शंकरी, विनय दीक्षित, सौरभ यादव, दीपक रंजन, राशिद अली, वीर बहादुर, विभा शुक्ला, सुश्री पूजा शुक्ला, सुधा यादव, शर्मिला महाराज, कहकशां सिद्दीकी, राजबाला रावत, वंदना चतुर्वेदी, कुलवंत कौर, अपूर्वा वर्मा, ममता रावत, उर्मिला रावत, शीला यादव, मनीष सिंह, धीरज श्रीवास्तव, अनिल यादव, दिनेश यादव दीनू, नकी हैदर, मधु सिंह यादव, अवनीश यादव, राज कुमार मौर्य, विनोद यादव, मुनव्वर आलम कुरैशी, रीतेश साहू, नरेन्द्र देव, संतोष श्रीवास्तव, शिखा सिंह तथा अतुल यादव आदि।

   स्मरणीय है कि कल युवाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन पर भी पुलिस का कहर टूटा था। पुलिस की पिटाई से कई युवा नेता बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें बाद में जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार युवा नेताओं के नाम है दिग्विजय सिंह प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी छात्र सभा उ0प्र0, अनीस राजा प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी यूथ ब्रिगेड उ0प्र0, अरविन्द गिरि प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी युवजन सभा उ0प्र0 सहित राबिन सिंह यादव, प्रदीप सिंह पन्नू, शैलेन्द्र यादव, अजय यादव, नितेन्द्र सिंह, अजय यादव, राकेश चौधरी, विवेक सिंह, तुषार त्रिपाठी, पवन सरोज, राजेन्द्र पाण्डेय विल्लू तथा अभिनव श्रीवास्तव आदि।