उत्तर प्रदेश में भगवान के घर भी सुरक्षित नहीं हैं महिलाएं

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बदायूं – उत्तर प्रदेश एक बार फिर बलात्कार और दरिंदगी को लेकर चर्चा में आ गया है. प्रदेश के बदायूं जिले के उघैती इलाके के एक मंदिर में 50 साल की एक महिला की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई. महिला रविवार शाम मंदिर में पूजा करने गई थी. महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि आरोपियों ने उसके गुप्तांग में रॉड घुसा दी थी.

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बेहतर कानून व्यवस्था का दावा कर सत्ता में आई है, आज उत्तर प्रदेश सरकार में महिला अपराधों पर अंकुश लगाने में नकारा साबित हो रही है, तमाम कोशिशों के बावजूद महिलाओं के प्रति घटनाएं थम नहीं रही है, अब तो प्रदेश में भगवान के घर भी सुरक्षित नहीं रही महिलाएं. योगी सरकार महिला अपराधों को रोकने की हरसंभव कोशिश कर रही है जिसके लिए योगी सरकार ने एंटी रोमियो स्क्वायड भी बनाई, महिला हेल्पलाइन सेवा को भी चुस्त-दुरुस्त किया उसके बावजूद आज योगी सरकार के अधिकारी महिलाओं के प्रति हो रहे घटनाओं को रोक नहीं पा रहे हैं.

पोस्टमार्टम में मौत का कारण खून का बह जाना बताया गया है. पुलिस ने इस मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन मुख्य आरोपी मंदिर का पुजारी फरार है. बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संकल्प शर्मा ने ‘एशियाविल हिंदी’ को बताया कि इस मामले में नामजद तीन लोगों में से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी और मंदिर का तथाकथित पुजारी अभी भी फरार है. उन्होंने बताया कि लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधित थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. 


पीड़िता उघैती थानाक्षेत्र के एक गांव की रहने वाली थी. पुलिस ने परिजनों की शिकायत और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आईपीसी की धारा 302 और 376 डी के तहत मामला दर्ज किया है. 

महिला के परिजनों के मुताबिक, रविवार शाम वह पूजा करने मंदिर गई हुई थीं. जब वो काफी देर बाद भी घर नहीं आईं तो घर के लोगों ने उनकी तलाश शुरू की. महिला के पति के मुताबिक रविवार रात 11 बजे के बाद मंदिर का पुजारी महात्मा ने उन्हें उनके घर पहुंचाया. महिला की हालत खराब थी. उनके शरीर से रक्तस्राव हो रहा था. उन्होंने बताया कि महात्मा सत्यनारायण के साथ वेदराम और ड्राइवर जसपाल भी थे.

उत्तर प्रदेश के बदायूं में मंदिर में पूजा करने गई 50 साल की महिला के साथ पुजारी और उसके दो चेलों ने किया गैंगरेप. महिला की मौत के बाद पुजारी फरार.

महिला के परिजनों का आरोप है कि उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी. वह अगले दिन पहुंची. लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की. इस दौरान इलाज के दौरान जिला अस्पताल में महिला की मौत हो गई. मंगलवार को महिला की पोस्टमार्ट रिपोर्ट सामने आई. इसमें उनके साथ हुई हैवानियत का पता चला. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की.

बदायूं के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर यशपाल ने पत्रकारों को बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में प्राइवेट पार्ट्स में माइनर इंजरीज और फ्रैक्चर है. एक पैर में भी टूटा हुआ है. बाकी ऐसी चोटें हैं, जैसे छड़ से लगती हैं. वो कहीं भी हो सकता है. उसी की वजह से बहुत अधिक खून बहा है. इस वजह से मरीज शॉक में चला गया. इससे उनकी मौत हो गई. प्रथम दृष्ट्या तो बलात्कार हुआ लगता है, क्योंकि प्राइवेट पार्ट्स पर जिस तरह की चोटें हैं, उससे यही पता चल रहा है. महिला का विसरा जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने पर और बातें साफ होंगी. 

खबरों में कहा गया है कि इस मामले के मुख्य आरोपी पुजारी सत्यनारायण ने घटना के बाद पत्रकारों से कहा था कि महिला कुएं में गिर गई थी. मैंने वेदराम और जसपाल को मदद के लिए बुलाया. उन लोगों की मदद से जब निकाला, तो उनकी मौत हो चुकी थी. फिर हम लोग उनके घर पहुँचा आए.” समाजवादी पार्टी से लेकर कांग्रेस तक ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को जमकर कोसा. इससे परेशान सरकार ने शाम को इस मामले की जांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) से कराने की घोषणा की. इसके साथ ही सरकार ने आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की भी सिफारिश की है. इसके साथ ही इस मामले के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी पर इनाम की भी घोषणा की गई है.सरकार आरोपी को गिरफ़्तार करने में सफल रही है.