गोरखपुर में बाढ़ से प्रभावित लोगों को मुख्यमंत्री ने राहत सामग्री वितरित की

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की प्रत्येक पीड़ित परिवार को राहत पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध कोई भी पीड़ित राहत से वंचित न रहे। किसानों की फसलों का सर्वे कराकर जिन किसानों का नुकसान हुआ, उन्हें सहायता प्रदान की जायेगी।


लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर के सहजनवा तहसील के पाली विकास खण्ड में ग्राम चडराव, माठ, विड़ार केे बाढ़ से प्रभावित 50 लोगों को राहत सामग्री वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने वहां पर उपस्थित लोगों से कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के साथ-साथ बाढ़ की त्रासदी से आप सभी को जूझना पड़ रहा है, इसलिए आप सभी के साथ इस दुःख का सहभागी बनने के लिए मैं विशेष रूप से यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि सुख एवं दुःख जीवन के पहलू हंै, हमारे सामने कोरोना का संकट है। साथ में, बाढ़ की त्रासदी से भी जूझना पड़ रहा है। आज भगवान श्री कृष्ण की जन्माष्टमी का पावन दिवस भी है। भगवान श्री कृष्ण का जन्म हम सबको धर्म, सत्य एवं न्याय के पथ पर चलने की प्रेरणा प्रदान करता है। विपत्ति में धैर्य न खोने और मजबूती से हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रेरित करता है।

देश और दुनिया के सामने संकट का दौर जरूर है लेकिन भारत के प्रधानमंत्री द्वारा समय पर लिए गये निर्णय और केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के आह्वान पर जिस प्रकार से जनता ने साथ दिया है, उसके परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना से बचते हुए बाढ़ की त्रासदी का भी सामना करना है। प्रत्येक पीड़ित परिवार को राहत पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं भी प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में कोरोना वायरस से बचाव एवं बाढ़ से बचाव के कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। साथ ही, अन्य मंत्रिगण भी अलग-अलग मण्डल में जाकर जनता को राहत पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। प्रशासन को स्पष्ट निर्देश है कि कोई भी पीड़ित राहत से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री के अलावा यदि किसी का मकान टूट जाता है या क्षतिग्रस्त हो जाता है या पशुधन की हानि होती है तो उसे सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि किसानों की फसलों का सर्वे कराकर जिन किसानों का नुकसान हुआ, उन्हें भी सहायता प्रदान की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करते हुए कहा कि प्रतिदिन एक लाख से अधिक जांच की जा रही हैं। व्यापक पैमाने पर टेस्ट के बावजूद भी कोरोना से सावधानी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि दो गज की दूरी एवं मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से बीमार, 60 साल से अधिक के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे घरों से बाहर न निकलें। संदेह हो तो तत्काल जांच करायें। समय से चिकित्सा होने पर व्यक्ति स्वस्थ हो जायेगा।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।