जुलूस/ताजिया की अनुमति न दी जाये-जिलाधिकारी

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गणेश चतुर्थी पर पूजा पण्डालों में मूर्ति स्थापित न की जाये और मोहर्रम पर किसी प्रकार के जुलूस/ताजिया की अनुमति न दी जाये।
   प्रतापगढ़, जिलाधिकारी डा0 रूपेश कुमार ने अवगत कराया है कि अपर मुख्य सचिव गृह (पुलिस), उ0प्र0 शासन लखनऊ एवं आयुक्त प्रयागराज मण्डल प्रयागराज के निर्देशानुसार गणेश चतुर्थी एवं मोहर्रम त्योहार जो कि विभिन्न तिथियों में आयोजित होगें को गृह मंत्रालय, भारत सरकार की कोविड-19 की गाइडलाइन्स का पालन करते हुये सादगी से मनाया जाये। इन त्योहारों पर कोई भी जुलूस, झॉकी न निकाली जाये एवं किसी भी दशा में भीड़ एकत्रित न हो पाये। वर्तमान परिस्थितियों में सुरक्षा स्थिति के दृष्टिगत सम्भावित खतरों से सतर्क रहने की आवश्यकता है। सभी धार्मिक स्थलों विशेषकर मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि, श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या पर असामाजिक तत्वों/आतंकवादियों एवं समाज में अस्थिरता फैलाने वाले व्यक्तियों पर सतर्क दृष्टि रखने की आवश्यकता है। इस अवसर पर असामाजिक तत्वों द्वारा कानून व्यवस्था को भंग करने का प्रयास किया जा सकता है एवं आतंकवादी नागरिकों को नुकसान पहुॅचा सकते है। इन मौकों पर सतर्क रहने की आवश्यकता है। 
जिलाधिकारी ने गणेश चतुर्थी एवं मोहर्रम त्योहार के दृष्टिगत सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर कोविड-19 महामारी के रोकथाम हेतु निर्देश निर्गत किये गये है जिसका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। गणेश चतुर्थी के मौके पर कोई भी पूजा पण्डाल में कोई भी मूर्ति स्थापित न की जाये और न ही कोई शोभा-यात्रा की अनुमति दी जाये। सभी श्रद्धालु त्योहार को अपने-अपने घरों पर ही मनायें। इसी प्रकार मोहर्रम के अवसर पर किसी प्रकार के जुलूस/ताजिया की अनुमति न दी जाये एवं धर्म गुरूओं से संवाद स्थापित कर कोविड-19 के दिशा निर्देशों का अनुपालन करें।
समस्त कार्यक्रमों की पीस कमेटी की मीटिंग कराते हुये सभी सामाजिक एवं धर्म गुरूओं से व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग लिया जाये। संवेदनशील/साम्प्रदायिक एवं कन्टेनमेन्ट जोन में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाये। किसी भी धार्मिक स्थल पर लोगों की भीड़ एकत्र न होने पाये। त्योहारों पर सार्वजनिक स्थल यथा बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और संवेदनशील स्थान/धार्मिक स्थल पर यथावश्यक व्यवस्थायें/चेकिंग करायी जाये। आकस्मिकता के दृष्टिगत सभी सरकारी अस्पतालों को तैयारी हालत में रखा जाये एवं डाक्टर तथा पैरा मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी राउण्ड द क्लॉक लगायी जाये। सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी दशा में शस्त्रों का प्रदर्शन न हो एवं अवैध शस्त्रों को लेकर चलने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाये।