जेईई-एनईईटी परीक्षाओं को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन

157


आपदा काल और बाढ़ग्रस्त प्रदेश में नौनिहालों को मौत में मुँह धकेल रही है योगी सरकार, ऑनलाइन अभियान रुस्पीकअपफॉरस्टूडेंटसेफ्टी के जरिये सोशल मीडिया में जारी है विरोध प्रदर्शन, बड़े पैमाने पर प्रदेश के छात्र-नौजवान विरोध-प्रदर्शन में हुए शामिल, छात्र-छात्राओं की चिंताओं को संवेदना से देखना होगा न कि हठ और राजनीतिक दृष्टि से।

बृजेन्द्र कुमार सिंह

लखनऊ,
कांग्रेस ने केंद्र सरकार द्वारा महामारी काल में जेईई-एनईईटी परीक्षा कराये जाने, छात्रो सहित उनके अभिभावकों को संक्रमण में झोंकने के फैंसले के खिलाफ आज प्रदेश के मुख्यालयों पर जोरदार तरीके से धरना प्रदर्शन कर आज छात्रो और उनके अभिभावकों की आवाज को पुरजोर तरीके से उठाया। प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, झाँसी, गोरखपुर, फैजाबाद, वाराणसी, मेरठ, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद सहित प्रदेश के हर जिला मुख्यालय/केंद्रीय कार्यालयों पर किया गया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने जारी एक बयान में कहा कि कोरोना महामारी के बीच जेईई-एनईईटी परीक्षा आयोजित करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य भर में जोरदार तरीके से विरोध प्रदर्शन कर छात्रों और अभिभावकों की आवाज को बुलंद किया । केंद्र सरकार सहित राज्य सरकार के प्रतिष्ठानों और जिला प्रशासन मुख्यालय के सामने कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं ने  जोरदार तरीके विरोध प्रदर्शन कर केंद्र के अविवेकपूर्ण और हठवादी फैंसले के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।

प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने में नाकाम साबित हुयी है। प्रदेश के कई हिस्से बढ़ की चपेट में है, दूर दराज क्षेत्र से आने वाले छात्रो का आवागमन भी सुगम नहीं नहीं ऐसे में छात्रो का परीक्षा दे पाना बहुत ही मुश्किल होगा। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना जैसे घातक संक्रमण के दौर में लाखो छात्रो की परीक्षा आयोजित कराना कहीं से भी न्यायोचित कदम नहीं है ,जिससे अब तक 75,000 लोगो की मौत हो चुकी है ।

अजय कुमार लल्लू ने कहा हम मांग करते है कि  केंद्र को कोरोनो वायरस के देशव्यापी प्रसार के मद्देनजर जेईई-एनईईटी परीक्षाओं को स्थगित करना चाहिए। चूंकि प्रतियोगी छात्र किशोर हैं, इसलिए वे अपने माता-पिता के साथ परीक्षा केंद्रों पर जाते हैं। और उनके उम्रदराज माता-पिता इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं, केंद्र सरकार की यह सलाह है कि कोविद 19 के मद्देनजर बुजुर्ग घर पर ही रहे, क्या केंद्र सरकार अपनी ही एडवाइजरी को ही भूल चुकी है ।

मोदी सरकार की इस अविवेकपूर्ण और हठवादी फैंसले के खिलाफ सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन अभियान रुस्पीकअपफॉरस्टूडेंटसेफ्टी के जरिये भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है, जिसमे लाखो की संख्या में छात्र-नौजवान इस मुहीम में शामिल हो रहे हैं। केंद्र की सरकार को छात्र-छात्राओं की चिंताओं को संवेदना से देखना होगा न कि हठ और राजनीतिक दृष्टि से। सरकार इस अविवेकपूर्ण फैंसले को रद्द करे, और संकट की इस घडी में राजनैतिक द्वेष-भावना से कोई निर्णय ना करें । पूरा देश जेईई-एनईईटी परीक्षाएं को लेकर एकमत है कि परीक्षाएं टाली जाए फिर भी भारत सरकार परीक्षा कराने के लिए अड़ी है, समझ नहीं आ रहा है फिर भी भारत सरकार परीक्षाएं कराना चाहती है या कोरोना को बढ़ाना चाहती है।

राजधानी लखनऊ में जिला कांग्रेस कमेटी एवं शहर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षा भवन, डीआईओएस कार्यालय, जगत नारायण रोड पर विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन के उपरान्त जेईई एवं एनईईटी परीक्षा को स्थगित किये जाने हेतु ज्ञापन डीआईओएस के प्रतिनिधि को सौंपा गया। विरोध प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस के सचिव एवं प्रभारी लखनऊ रमेश शुक्ला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी, शहर अध्यक्ष मुकेश सिंह चैहान सहित सैंकड़ों कांग्रेसजन शामिल रहे।