डॉ0 कफील पर रासुका क्यों, मेरे ऊपर क्यों नहीं – अधीर रंजन

104
  • संसद के अंदर बाहर विरोध किया मैंने, फिर डॉ0 कफील पर रासुका क्यों, मेरे ऊपर क्यों नहीं
  • लोकसभा कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
  • डॉ कफील की रिहाई को लेकर लिखा पत्र
  • यूनाइटेड नेशन्स ने भी कफील की रिहाई की पैरोकारी की
  • क्या रामराज्य में अन्याय और भेदभाव होगा

लखनऊ , लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता श्री अधीर रंजन चैधरी जी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर डा0 कफील को रिहा करने की मांग की है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में श्री चैधरी ने लिखा है कि डॉ कफील के साथ अन्याय हो रहा है। डॉ कफील न सिर्फ कुशल सर्जन है बल्कि एक नेक इंसान भी है जो हर किसी की मुसीबत में मदद करते है। डॉ कफील इस वक्त जेल में है। उन पर रासुका के तहत मामला दर्ज हुआ है। यह कार्यवाही उनके खिलाफ इसलिए हुई है क्योंकिउन्होंने सीएए एनआरसी का विरोध किया था। मैंने अपनी पार्टी की तरफ से सीएए एनआरसी संसद के अंदर और बाहर जमकर विरोध किया था। लेकिन मेरे ऊपर रासुका नही लगा। मैं बिल्कुल अचंभित हूँ कि एक युवा मेडिकल डॉक्टर के साथ ऐसा क्यों हो रहा है, जबकि संविधान में सबको बोलने की और विरोध करने की आजादी मिली हुई है।

पत्र में आगे उन्होने लिखा है कि अंतर्राष्ट्रीय संगठन यूनाइटेड नेशन्स ने भी आप से अनुरोध किया है कि डॉ कफील को जेल से रिहा किया जाए। उन्होने पत्र में लिखा है कि मेरा स्पष्ट मानना है कि रामराज्य में किसी भी प्रकार का अन्याय, भेदभाव और बदले की कार्यवाही रामराज्य के मूल्यों के खिलाफ है। ऐसे में डॉ कफील की जेल से रिहाई सुनिश्चित करवाई जाए।

उल्लेखनीय है कि यूपी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने 22 जुलाई से 12 अगस्त तक डॉक्टर कफील की रिहाई की मांग को लेकर महाभियान छेड रखा है जिसके प्रथम चरण में प्रदेशव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। यूपी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम ने बताया कि डॉक्टर कफील की रिहाई की मांग को लेकर चल रहे अभियान के प्रथम चरण मे संपन्न हुए हस्ताक्षर अभियान में जनता का जबरदस्त समर्थन मिला और लाखों लोगो ने हस्ताक्षर कर डाक्टर कफील की रिहाई की मांग की है।

सोशल मीडिया के माध्यम से लाखों की संख्या में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से कार्यकर्ताओं द्वारा डा. कफील की रिहाई की मांग की गयी है।