त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका : मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।  त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका। पंचायत के माध्यम से ग्रामीण इलाकों मेंविकास के महत्वपूर्ण कार्य संचालित होते हैं।  मुख्यमंत्री ने क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों से पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण भावसे अपने पद के दायित्वों का निर्वहन करने की अपेक्षा की। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उनके द्वारा दिए गए ‘सबका साथ,सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र से पिछले सवा चार वर्षों मेंप्रदेश सरकार द्वारा गांव, गरीब, किसान, नौजवान और समाज के प्रत्येकतबके को बिना भेदभाव के योजनाओं को पहुंचाने का कार्य किया गया। प्रधानमंत्री जी ने गांव को विकास की धुरी बनाया। केन्द्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में सरकार नेजन-जन तक विभिन्न योजनाओं को पहुंचाया। 
वर्तमान प्रदेश सरकार गांव, गरीब और किसान की सीधी मदद करने केसाथ ही विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीणअर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए निरन्तर प्रयासरत समस्त नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से कोरोना कालखण्ड की चुनौतीपूर्णपरिस्थितियों में स्थानीय प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुएमानवता की सेवा में सहभागी बनने का आह्वान किया।

 विजयी प्रत्याशियों ने लोकतंत्र की इस प्रक्रिया केसाथ जुड़कर जन विश्वास अर्जित किया,चुनाव को सम्पन्न कराने में 10,12,395 मतदान कर्मियों ने भाग लिया। चुनाव ड्यूटी करते हुए जिन दिवंगत कर्मियों ने लोकतंत्र को मजबूत किया,उन सभी के प्रति मुख्यमंत्री ने अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्य निर्वाचन आयोग ने इतने बड़े सामाजिक विविधतायुक्त राज्य में शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने में अपना सराहनीय योगदान दिया। 08 लाख 70 हजार से अधिक लोग लोकतंत्र की इस व्यवस्था से जुड़कर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप विकास की इस प्रक्रिया को मिलकर आगे बढ़ाएंगे । मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि विकास की प्रक्रिया से सभी पंचायतों को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री जी के आह्वान व उनके सभी संकल्पों कोआगे बढ़ाने में नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि अपना सक्रिय योगदान देंगे। 


लखनऊ। 
मुख्यमंत्री ने आज यहां आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उनके द्वारा दिए गए ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र से पिछले सवा चार वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा गांव, गरीब, किसान, नौजवान और समाज के प्रत्येक तबके को बिना भेदभाव के योजनाओं को पहुंचाने का कार्य किया गया। केन्द्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में सरकार ने जन-जन तक विभिन्न योजनाओं को पहुंचाया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनिर्वाचित क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है। पंचायत के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में विकास के महत्वपूर्ण कार्य संचालित होते हैं। उन्होंने क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों से पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण भाव से अपने पद के दायित्वों का निर्वहन करने की अपेक्षा की है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गांव को विकास की धुरी बनाया है। 14वें वित्त आयोग की रिपोर्ट के बाद से ग्राम पंचायतों का बजट बढ़ा है। क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायतों में काफी सुधार हुए हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विकास की प्रक्रिया से सभी पंचायतों को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री जी के आह्वान व उनके सभी संकल्पों को आगे बढ़ाने में नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि अपना सक्रिय योगदान देंगे।


वर्तमान प्रदेश सरकार गांव, गरीब और किसान की सीधी मदद करने के साथ ही विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने समस्त नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से कोरोना कालखण्ड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में स्थानीय प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए मानवता की सेवा में सहभागी बनने का आह्वान किया है।


जिला पंचायत के सभी 75 अध्यक्षों को और 825 क्षेत्र पंचायत के प्रमुखों को बधाई देते हुए कहा कि त्रिस्तरीय व क्षेत्र पंचायत चुनाव के परिणाम आज सामने आए हैं। 26 मार्च को अधिसूचना जारी की गई थी और उसके बाद 04 चरणों में चुनाव सम्पन्न हुए। जिसमें ग्राम पंचायत के लिए 58,189 में से 58,176 में चुनाव सम्पन्न हुए। क्षेत्र पंचायत के 75,852 में से 75,852 के चुनाव सम्पन्न हुए। 7,32,485 ग्राम पंचायत समिति के सदस्य चुने गए। क्षेत्र पंचायत प्रमुख के 826 में से 825 सीटों पर चुनाव सम्पन्न हुए। मतगणना अपने अन्तिम चरणों में है। जिला पंचायत की 3,050 सीटों पर चुनाव सम्पन्न हुए थे, जिनमें से 75 जिला पंचायत अध्यक्षों का चुनाव विगत सप्ताह सम्पन्न हुआ है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत बड़ी चुनाव की प्रक्रिया थी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के चुनाव के रूप में इसे देखा जा सकता है। उन्होंने इन सभी चुनाव में विजयी प्रत्याशियों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने लोकतंत्र की इस प्रक्रिया के साथ जुड़कर जन विश्वास अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की यह प्रक्रिया सम्पन्न हो रही है। राज्य निर्वाचन आयोग का विशेष रूप से अभिनन्दन करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना के इस कालखण्ड में पंचायत चुनाव को सफलतापूर्वक चार चरणों में सम्पन्न किया गया। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल, 19 अप्रैल, 23 अप्रैल व 29 अप्रैल, 2021 को यह चुनाव सम्पन्न हुए। इस चुनाव को सम्पन्न कराने में 10,12,395 मतदान कर्मियों ने भाग लिया। 


उत्तर प्रदेश पुलिस, होमगार्ड, पी0ए0सी0 के जवानों ने मिलकर लोकतंत्र के सबसे बड़े आयोजन के द्वारा 08 लाख 70 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों का चुनाव सम्पन्न कराने और इस पूरी प्रक्रिया में संलग्न अधिकारियों, कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस दौरान कुछ लोग कोरोना की चपेट में आए तथा कुछ की दुःखद मृत्यु भी हो गई। चुनाव ड्यूटी करते हुए जिन दिवंगत कर्मियों ने लोकतंत्र को मजबूत किया, उन सभी के प्रति उन्होंने अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने दिवंगत लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। 

कोरोना कालखण्ड में चुनाव प्रशिक्षण, चुनाव की सम्पूर्ण ड्यूटी के दौरान जो लोग संक्रमण की चपेट में आए और जिनकी दुःखद मृत्यु भले ही एक माह बाद हुई हो, उन्हें क्षतिपूर्ति से आच्छादित किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने राज्य निर्वाचन आयोग को चुनाव गाइडलाइन में संशोधन करने का अनुरोध किया। राज्य निर्वाचन आयोग ने अपनी गाइडलाइन में संशोधन करके सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किया। राज्य सरकार सभी व्यक्तियों को क्षतिपूर्ति के साथ परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दे रही है। उन्होंने कहा कि किसी की कमी पूरी नहीं की जा सकती है। 


राज्य निर्वाचन आयोग ने इतने बड़े सामाजिक विविधतायुक्त राज्य में शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने में अपना सराहनीय योगदान दिया। चुनाव में सभी की भागीदारी रही। उन्होंने सभी विजयी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों ने अपना अहर्निश योगदान दिया है। 08 लाख 70 हजार से अधिक लोग लोकतंत्र की इस व्यवस्था से जुड़कर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप विकास की इस प्रक्रिया को मिलकर आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने हेतु प्रशासनिक मशीनरी एवं इस प्रक्रिया में अपना योगदान देने वाले सभी व्यक्तियों को हृदय से धन्यवाद दिया।