दो गज की दूरी मास्क है जरूरी के सिद्धान्त का लें संकल्प-जिलाधिकारी

90

अयोध्या, जनपद में कोरोना महामारी का सेकेण्ड वेव न आने पाये इसके लिए जिलाधिकारी अनुज कुमार झा द्वारा टेस्टिंग की संख्या में बृद्धि के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी घनश्याम सिंह को देते हुए कहा कि हर क्षेत्र में सैम्पलिंग को बढ़ाते हुए सभी के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिये जाये। उन्होंने ट्रूनेट जांच की संख्या बढ़ाने तथा सर्विलेन्स में और सुधार लाने के लिए व्यापक रणनीति बनाकर कार्य करने पर बल दिया है।

जिलाधिकारी ने सभी जिले स्तर पर स्थापित चिकित्सालयो सहित सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो तथा प्राइवेट अस्पतालो के लिए भी कोरोना महामारी से सम्बन्धित सैपलिंग का लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्रतिदिन समीक्षा करने के निर्देश दिये है तथा हर यूनिट के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किया जाये और उस युनिट द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कितनी सैपलिंग की है की रिर्पोट प्रतिदिन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है।

जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने सभी से कहा कि जनपद में कोरोना के मरीजो की संख्या में कमी को देखते हुए हम सभी को लापरवाह न होकर इस महामारी से लड़ने की संकल्प के साथ दो गज की दूरी मास्क है जरूरी के सिद्धान्त का पूर्ण रूप से पालन करते रहना है। उन्होंने कहा कई देशो में व भारत के कतिपय प्रदेशो में कोरोना महामारी पुनः अपना पैर पसार रहा है ऐसे में हम सभी को और अधिक जागरूकता के साथ सावधानिया बरतनी है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से वृद्धा आश्रम, जिला कारागार, बाल सुधार गृह, नारी संरक्षण गृह में सभी की पुनः सैम्पलिंग कराकर टेस्टिंग कराये तथा परिवहन विभाग, क्षेत्रीय प्रबन्धक रोडवेज व यातायात निरीक्षक के सहयोग से बसो, प्राइवेट टैक्सी, आटो रिक्सा, बैट्री चलित रिक्शा सहित प्राइवेट वाहनो जिसके माध्यम से सवारियो को लाया ले जाया जा रहा है के चालको, क्लीनर, कन्डक्टर की भी कोरोना से संबंधित जांच कराई जाये। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति मिलता है तो उसका प्रापर इलाज के साथ उसके सम्पर्क में आये हुए लोगो को कोरोन्टाइन कराया जाये।

उन्होंने सभी सबंधित को निर्देश दिये है कि कोल्ड चैन की तैयारी शीघ्र पूरी कर ली जाये, शिफ्टिंग वाले केस को चिन्हित करने के साथ आरआरटी टीमे आवश्यकता पड़ने पर गम्भीर रोगियो को तत्काल होम आइसोलेशन से चिकित्सालय में शिफ्ट करना सुनिश्चित करे। समय-समय पर इसकी क्रास चेकिंग भी की जाये। उन्होंने आरआरटी टीमो को निर्देश दिये है कि वे यह सुनिश्चित करे कि संक्रमित व्यक्ति को समय से सभी प्रकार की दवाएं उपलब्ध हो जाये। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि कोरोना वायरस की सभी जांच व सैम्पलिंग करने वाले टीमो के पास सुरक्षा एवं बचाव के सभी उपकरण एवं सामाग्री हमेशा उपलब्ध रहे इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही प्रकाश में नही आनी चाहिए। जिलाधिकारी द्वारा विकास भवन के सभागार में संचालित इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रथमेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 घनश्याम सिंह तथा कन्ट्रोल रूम में उपस्थित विभिन्न टीमो के सदस्यो के मध्य निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि यह देखने में आया है कि अधिकांश परिवार के लोग अत्यन्त लापरवाही बरते हुए अपने घर के बच्चो को दैनिक उपयोग की वस्तुओ दूध एवं सब्जियां आदि लाने के लिए भेज रहे है तथा अत्यन्त भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रो, बाजारो में अपने साथ बच्चो को ले जा रहे है यह स्थित वर्तमान परिस्थिति में बिलकुल उचित नही है। उन्होंने कहा कि संकट अभी टला नही है स्थिति अभी गम्भीर हो सकती है सर्दी में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ सकता है जिसकी सम्भावना को देखते हुए भारत सरकार एवं प्रदेश की सरकार कक्षा 01 से 08 तक के विद्यालयो को खोलने पर अभी कोई विचार नही किया है। उन्होंने कहा कि छोटो बच्चो व अधिक उम्र के बुर्जग तथा गम्भीर रोगो से पीड़ित लोगो को यथा संम्भव बाहर निकलने व भीड़-भाड़ वाले इलाको में जाने से बचना चाहिएं यदि बाहर निकलना बहुत आवश्यक हो तो मास्क पहनकर निकले तथा दोगज की सोशल डिस्टेसिंग के नियमो का पालन करे। समय-समय हाथो को साबुन पानी से धोते रहे अथवा सेनेटाइज करते रहे।