पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का हवाई सर्वेक्षण और स्थलीय निरीक्षण

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जनवरी 2021 में एक्सप्रेसवे का मुख्यमार्ग यातायात के लिये खोल दिया जायेगा।आई0आई0डी0सी0 आलोक टंडन, अपर मुख्य सचिव गृह व मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी और अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास एवम अवस्थापना आलोक कुमार की संयुक्त टीम ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का हवाई सर्वेक्षण और स्थलीय निरीक्षण किया।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के स्थलीय निरीक्षण एवं कार्य की प्रगति से मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी को अवगत कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने निर्देश दिया है कि एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता बनाये रखते हुये पूर्वांचल के लोगों के लिये देश में एक मिसाल बनाते हुये इस कार्य को शीध्र सम्पन्न किया जाए।बाराबंकी, सुल्तानपुर, आजमगढ़ और गाजीपुर जनपदों में अलग अलग पैकेजों में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों की स्थलीय समीक्षा की।

प्रशासनिक अधिकारियों के साथ निर्माणकर्ता कंपनियों के आला अधिकारी भी स्थलीय निरीक्षण में मौजूद रहे।पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का भौतिक कार्य 62 प्रतिशत एवं मिट्टी का कार्य 92 प्रतिशत संपन्न हो चुका है।

आज दिनांक 07.11.2020 को आई0आई0डी0सी0 आलोक टंडन, अपर मुख्य सचिव गृह व मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी और अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास एवम अवस्थापना आलोक कुमार की संयुक्त टीम ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का हवाई सर्वेक्षण और स्थलीय निरीक्षण किया। सबसे पहले सभी अधिकारी एक्सप्रेसवे के बाराबंकी स्थित पैकेज 1 और 2 पहुंचे और निर्माण कार्यों का जायजा लिया। पैकेज-1 एवं 2 की समीक्षा के बाद श्री अवस्थी ने बताया कि लखनऊ-बाराबंकी का जो हिस्सा है उसको जनवरी में शुरू कर देना है इसके लिये पैकेज 1 में जो पुल है उसको त्वरित गति से बनाने और पैकेज 2 में गोमती नदी पर निर्मित हो रहे पुल को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने निर्देश दिया है कि एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य मे उच्च गुणवत्ता बनाये रखते हुए पूरे पूर्वांचल के लोगों के लिए पूरे देश मे एक मिसाल बनाते हुए इस कार्य को सम्पन्न किया जाए। इसके बाद इस टीम ने एक्सप्रेसवे के पैकेज 3 और 4 का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। अक्टूबर माह में पैकेज 3 और पैकेज 4 की प्रगति क्रमशः 78 प्रतिशत एवम 65 प्रतिशत हुई है। श्री अवस्थी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नवम्बर के महीने में 6.5 प्रतिशत और बढ़ाया जाए इसके साथ ही दिसंबर में कुल प्रगति 90 प्रतिशत का लक्ष्य रखा जाए।

इस टीम द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की स्थलीय निरीक्षण एवं कार्य की प्रगति से मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी को अवगत कराया जाएगा। बैठक में श्री अवस्थी ने कहा कि इस परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 62 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है। उन्होंने इस परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता में है। यह परियोजना पूर्वांचल के लोगों के लिए लाभकारी साबित होगी। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये और कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता एवं मानकों से कोई समझौता नहीं किया जायेगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड एक्सपे्रसवे का काम भी प्रगति पर चल रहा है।

उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस की कार्य प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसकी समय-समय पर समीक्षा भी की जाएं, जिससे कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस रोड को जनवरी, 2021 के अंत तक चालू कर दिया जाये, जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सके।इसके बाद इस टीम ने आजमगढ़ और गाजीपुर में में भी हवाई सर्वेक्षण कर स्थलीय समीक्षा बैठक की। स्थलीय निरीक्षण के दौरान श्री अवस्थी जी ने जनपद आजमगढ़ में एक ब्यक्ति श्री सोनू यादव से बात की और पूछा यह एक्सपे्रसवे कहां जायेगी तो उसके जबाब में श्री यादव ने बोला कि यह सड़क दिल्ली जायेगी।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पैकेज-7 और पैकेज 8 के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक, पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे परियोजना के कासिमाबाद में बनाए गए कैंप ऑफिस में संबंधित अधिकारियों के साथ हुई। बैठक के दौरान श्री अवस्थी ने संबंधित अधिकारियों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि गाजीपुर के हैदरिया से लखनऊ के चांदसराय तक कुल 341 किलोमीटर लम्बे 6 लेन ( 08 लेन विस्तारणीय) के पूर्वाचल एक्सप्रेसवे का उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार के द्वारा सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर, अमेठी और अयोध्या के अतिरिक्त आर्थिक रूप् से कम विकसित जनपदों आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ने के लिये पूर्वाचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जा रहा है।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एन0एच0-731) पर स्थित ग्राम चॉदसराय, जनपद लखनऊ से प्रारम्भ होकर यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी0 पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग सं0-31 पर जनपद लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपूर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर लाभान्वित होंगे।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को कुल 08 पैकजो मे विभक्त किया गया है। इस परियोजना में क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 100 प्रतिशत, मिट्टी का कार्य 92 प्रतिशत, भौतिक प्रगति लगभग 62 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है। अगले वर्ष-जनवरी 2021 में एक्सप्रेसवे का मुख्य मार्ग यातायात के लिये खोल दिया जायेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र प्रदेश की राजधानी एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे व यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से देश की राजधानी से त्वरित एवं सुगम यातायात के कॉरिडोर से जुड़ जाएगा।

स्थलीय निरीक्षण के दौरान जनपद बाराबंकी में जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह, एसपी डॉ अरविंद चतुर्वेदी, जनपद सुल्तानपुर में जिलाधिकारी श्री रवीश गुप्ता, एसपी श्री शिवहरि मीना, जनपद आजमगढ़ के जिलाधिकारी राजेश कुमार, एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के अतिरिक्त इस अवसर पर आजमगढ़ मण्डल के आयुक्त विजय विश्वास पन्त एवं डीआईजी श्री सुभाष चन्द्र दुबे भी उपस्थित थे। गाजीपुर के जिलाधिकारी एम.पी. सिंह और एसपी ओमप्रकाश सिंह, जिलाधिकारी मऊ, अमित सिंह बंसल और एसपी घूले सुशील चन्द्रभान के अलावा इन जनपदों के समस्त वरिष्ठ आला अधिकारीगण मौजूद रहे।