फ़िर होगी जाँच…

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फ़िर होगी जाँच…

प्रॉजेक्ट को रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर दिखाकर आवंटियों को भी भ्रमित किया गया। रेरा का अप्रूवल देखने के बाद आवंटियों ने बिल्डर को एडवांस तक दे दिया। जबकि एलडीए से इसका मानचित्र पास नहीं था। अबतक 13 लोगों को जीवित निकाला जा चुका है,2-3 लोगों के अंदर होने की संभावना है,लगभग डेढ़ घंटे और चलेगा ऑपरेशन !!

लखनऊ। अलाया अपार्टमेंट गिर गया है अब गड़े मुर्दे खोदें जाएंगे। जांच होगी रिपोर्ट आएगी फिर इंतजार होगा की कार्यवाही की जाय या नहीं। फिर राजनीतिक नफा नुकशान देखा जायेगा। तबतक दूसरी कोई इमारत फिर गिरेगी लखनऊ विकास प्राधिकरण के उन अभियंताओं के नामों को खोजने का काम शुरू हो गया है, जिनके कार्यकाल में इस अवैध निर्माण को खड़ा किया गया था। बिल्डर से मिलीभगत करके बनाई गई बिल्डिंग में मानकों की खूब अनदेखी हुई। जी प्लस टू का भी नक्शा पास नहीं है। उल्टे बिल्डर ने पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट खड़ा कर दिया गया। यही नहीं अभियंताओं ने अपने को फंसता देखा तो कागजों पर अपार्टमेंट को ध्वस्त करने के आदेश जारी कर दिए गए, लेकिन गिराया नहीं गया। यही नहीं विहित प्राधिकारी के यहां तिथियों का खेल भी खत्म हो गया और फाइल दब गई।

बिजली विभाग ने बिजली कनेक्शन किस आधार पर दिया है। दस साल पहले राजभवन खंड में अधिशासी अभियंता के साथ ही एसडीओ और जेई कौन था, उसकी खोजबीन भी शुरू हो गई है। राजभवन खंड के अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार धर द्विवेदी ने बताया कि वर्तमान में यहां मल्टी प्वाइंट कनेक्शन है। करीब एक दर्जन से अधिक फ्लैटों में बिजली कनेक्शन है। गुरुवार को अलाया अपार्टमेंट की फाइल पलटी जाएगी कि कनेक्शन लेते वक्त किन कागजों को सहारा लेकर बिजली कनेक्शन दिया गया था।

हजरतगंज की वजीरहसन रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट गिर गया है। कई फैमिली भी दबे होने की सूचना है। वजीर हसन रोड के लिए जिला प्रशासन की तरफ से जेसीबी रवाना की गई दो जेसीबी रवाना हुई। मौके पर मौजूद डिप्‍टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि बताया जा रहा है कि चार मंजिला इमारत थी। उन्‍होंने शुरू में बताया कि तीन लोगों के शव निकाले गए हैं लेकिन बाद में प्रशासन की ओर से कहा गया कि किसी की मौत नहीं हुई है। मौके पर पहुंचे डीएम सूर्यपाल गंगवार ने रास्‍ता खाली कराकर राहत और बचाव कार्य में लगे वाहनों को घटनास्‍थल तक पहुंचने में मदद की। अपार्टमेंट में सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैदर अब्बास का परिवार भी मलबे में फंसा है। सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बताया कि राहत की बात यह है कि अभी वह जीवित हैं। समय पर कार्रवाई हो तो उन्‍हें सकुशल निकाला जा सकता है।

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अलाया अपार्टमेंट गिरने के पीछे मुख्‍य रूप से तीन बातें कहीं जा रही हैं। इनमें सबसे पहली वजह के तौर पर सिलिंडर ब्‍लास्‍ट को वजह माना गया। इमारत गिरने के फौरन बाद जब राहत और बचावकर्मी यहां पहुंचे तो चश्‍मदीदों ने बताया कि उन्‍होंने हादसे के पहले जोरदार धमाका सुना था। इस आधार पर कहा जा रहा है कि बहुत मुमकिन है कि किसी सिलिंडर ब्‍लास्‍ट की वजह से हुए जोरदार धमाके की चपेट में यह इमारत आ गई हो।दूसरी वजह के रूप में कहा जा रहा है कि मंगलवार दोपहर को आया भूकंप इसके ढहने की वजह हो सकती है। यह इमारत 13 साल पुरानी बताई जा रही है, हो सकता है कि भूकंप की वजह से इस इमारत को कुछ बड़ा नुकसान पहुंचा हो और शाम को यह बड़ा हादसा हो गया हो।तीसरी वजह के बारे में कहा जा रहा है कि अपार्टमेंट के बेसमेंट में कुछ निर्माणकार्य चल रहा था। इस बारे में मौके पर मौजूद डीजीपी डीएस चौहान ने कहा हो सकता है कि बेसमेंट में कुछ काम चल रहा हो। लेकिन मामूली मरम्‍मत के अलावा अगर कोई बड़ा काम किया गया हो तो यह भी मुमकिन है। हालात को परखने के लिए स्‍ट्रक्‍चरल इंज‍िनियर भी मौके पर हैं।

लखनऊ के बजीरहसन रोड स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट गिरने के बाद पुलिस ने पूर्व मंत्री और सपा विधायक शाहिद मंजूर के जली कोठी स्थित आवास पर दबिश डाली। पुलिस ने शाहिद के बेटे नवाजिश को हिरासत में ले लिया। सिविल लाइंस थाने में नवाजिश से अपार्टमेंट के बारे में जानकारी जुटाई गई।पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अपार्टमेंट की जमीन का बैनामा शाहिद के बेटे नवाजिश और भतीजे तारिक के नाम है। अपार्टमेंट का नाम भी नवाजिश की बेटी अलाया के नाम पर रखा गया था। इतना ही नहीं शाहिद की बेटी भी अपार्टमेंट में रहती थी। ऐसे में पुलिस अपार्टमेंट से जुड़े सभी कागजात जुटा रही है। भरभराकर गिर गया था अपार्टमेंट

मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे अलाया अपार्टमेंट भरभराकर गिर गया, जिससे मलबे में करीब 30 से ज्यादा लोग दब गए। नवाजिश से पूछताछ के बाद सीओ ने बताया कि बिल्डिंग का निर्माण यजदान बिल्डर्स ने नवाजिश और तारिक की साझेदारी में किया था। पुलिस की टीम ने शाहिद के परिवार को नोटिस भी मुहैया कराया है, जिसमें लिखा गया कि परिवार का कोई भी सदस्य बिना पुलिस की अनुमति के जनपद से बाहर नहीं जाएगा।

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