मलिहाबाद , तहसील मलिहाबाद में अवैध कब्जेदारों के हौसले चरम पर हैं करीब 13 साल पूर्व दो बार में खरीदी गई जमीन पर पड़ोसी दबंगों ने उस समय कब्जा कर लिया पीड़ित परिवार सहित लखनऊ में था करीब 4 वर्ष से पीड़ित थाने तहसील के चक्कर लगाकर थक चुका है लेकिन उल्टे उसकी पत्नी को बच्चे समेत जेल की हवा खानी पड़ी यही नहीं जब वह पीड़ित से यह कहकर टरका दिया जाता है कि जमीन विवादित है उस पर मुकदमा चल रहा है जबकि आरटीआई के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार वाद सटी जमीन पर चल रहा है।
तहसील मलिहाबाद के थाना क्षेत्र माल के पीरनगर के रहने वाले मजदूरी पेशा नन्दलाल मौर्य ने बताया कि वर्ष 2007 में माल-इटौंजा रोड के पास दो बार मे 800 वर्ग फिट प्लाट खरीदा था उसके बाद उस पर 6 फिट की बाउंड्री कराकर टीन शेड रखवा दिया था करीब चार वर्ष पूर्व प्लाट के पूरब में रह रहे कमाल वारिस ने अपने परिजनों के साथ मिलकर प्लाट के पूरब दिशा की दीवाल तोड़कर अपने प्लाट में मिला लिया जब इसकी शिकायत पुलिस से किया तो उसकी गैर मौजूदगी में पत्नी को झूठे इल्जाम लगाकर जेल भेज दिया गया बात यहीं पर खत्म नहीं हुई जब इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई तो माल पुलिस ने मुझे स्व.बताकर झूठी रिपोर्ट प्रेसित की जाने लगी।
आरोप है कि दर्जनों बार तहसील के चक्कर लगाने के बाद उससे एसडीएम मलिहाबाद ने कहा कि तुमारी जमीन का मामला न्यायालय में विचाराधीन है जब पीड़ित ने इसकी जानकारी इकट्ठा की तो भूमि संख्या 57 पर कोई वाद प्रचलित नहीं मिला बल्कि वाद भूमि संख्या 62 को लेकर साजिशन कब्जाकर्ता कमाल वारिस ने खुद दायर किया है और उसमें चौहद्दी पश्चिम में माल-इटौजा रोड दिखाया गया है जो कि धोखाधड़ी है जबकि तहसील से आरटीआई व मौके पर सहित नजरी नक्शा में पश्चिम में पीड़ित का प्लाट न 57 है आरोप है कि जब यह बात एसडीएम से बताई गई तो उन्होंने महीनों टरकाने के बाद कहा कि अब तुम भी मुकदमा कर दो।