माफिया बदन सिंह बद्दो की कोठी पर चला बुलडोजर

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मेरठ – पिछले डेढ़ साल से पुलिस हिरासत से फरार ढाई लाख के इनामी कुख्यात माफिया डॉन बदन सिंह बद्दो के मेरठ स्थित ‘पनाहगाह’ को बृहस्पतिवार को मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम ने जमींदोज कर दिया। कमिश्नर के आदेश पर हुई इस कार्यवाही के दौरान पंजाबीपुरा स्थित कुख्यात बद्दो की कोठी छावनी में तब्दील रही। पुलिस की इस कार्रवाई को बद्दो के को आर्थिक चोट पहुंचाने का पहला कदम माना जा रहा है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस पूरे प्रकरण को एमडीए से जुड़ा बता रहे हैं।


पुलिस हिरासत से फरार चल रहे ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की टीपी नगर पंजाबीपुरा स्थित कोठी को अवैध बताते हुए मेरठ विकास प्राधिकरण ने इस कोठी के ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया था। मगर इस नोटिस के खिलाफ बद्दो की भाभी ने कमिश्नर कोर्ट में अपील दायर की थी। अपील के दौरान चार सुनवाई हुईं। मगर हर सुनवाई में बद्दो के वकील इस कोठी को ‘वैध’ साबित करने में नाकामयाब रहे। जिसके बाद बीती 18 जनवरी को कमिश्नर कोर्ट ने बद्दो की कोठी को अवैध माना था। इसी के साथ इस कोठी के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी किए थे।

मेरठ विकास प्राधिकरण की बड़ी कार्रवाई, माफिया डॉन बदन सिंह बद्दो की कोठी पर चला बुलडोजर।


पिछले दो दिनों से तैयारी कर रहा था पुलिस-प्रशासन
कमिश्नर कोर्ट से जारी हुए आदेश के बाद पिछले दो दिनों से पुलिस-प्रशासन और मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारी कोठी के ध्वस्तीकरण की रणनीति तैयार करने में जुटे थे। प्रशासन के सामने चुनौती यह थी कि यदि इस काम में देरी की जाती तो ‘कुख्यात’ फिर से कोई कानूनी दांवपेच खेलकर कोठी को बचाने की जुगत में लग जाता। जिसके तहत गुरुवार की सुबह ही मेरठ विकास प्राधिकरण में प्रशासनिक और एमडीए के अमले को तलब कर लिया गया। सुबह करीब 10 बजे एमडीए के डिप्टी कलेक्टर मनोज सिंह, एक्सईएन धीरज सिंह, एमडीए के आठ जेई और टेक्निकल टीम सहित 35 कर्मचारियों ने पंजाबीपुरा स्थित बद्दो की कोठी पर धावा बोल दिया। इस दौरान एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह क्यूआरटी टीम और कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर मुस्तैद रहे।


पिछली दीवार तोड़कर भीतर घुसी जेसीबी
बद्दो की कोठी का मेन गेट संकरा होने के कारण प्राधिकरण की जेसीबी को कोठी में दाखिल होने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके चलते पहले कोठी की पिछली दीवार को तोड़ा गया। इसके बाद जहां जेसीबी ने चारों तरफ की दीवारों को तोड़ते हुए अपना काम शुरू किया। वहीं, मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों ने कोठी के भीतर और छत पर हथौड़ों से वार करके ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी। लगभग 12 बजे शुरू हुई कार्यवाही के दौरान डेढ़ घंटे में ही मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारी लगभग आधी कोठी को जमींदोज कर चुके थे। इस दौरान एहतियात के तौर पर बद्दो की कोठी की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया।