योगी राज में अन्नदाता है अपमानित-अखिलेश यादव

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लखनऊ – अखिलेश यादव को आज अयोध्या से बड़ी संख्या में आए साधु संतो, मौलाना, उलेमाओं, आचार्यों तथा सिख समाज के प्रमुख लोगों ने सन् 2022 के विधानसभा चुनावों में विजयी होने, मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने अखिलेश यादव की कामयाबी के लिए अपने अनुयायियों, परिचितों व क्षेत्रवासियों से सम्पर्क करने का भी भरोसा दिया। अखिलेश यादव ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि इधर खराब काले दिन आए है। भाजपा सरकार झूठ पर टिकी है। जितने वादे किए सब झूठे निकले।

मुख्यमंत्री जी रोजगार के झूठे आंकड़े दे रहे हैं। कहां किसको रोजगार मिला यह बताते नहीं? बाहर से निवेश आया नहीं, उद्योग लगे नहीं। किसान को खाद, बीज मंहगे मिल रहे है। डीजल-बिजली के दाम बढ़े हुए है। दुगनी आय हुई नहीं। किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला नहीं। किसान आंदोलन कर रहे है। उनको आतंकवादी बताया जा रहा है। किसान अन्नदाता है उसको अपमानित किया जा रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि विगत वर्ष में दिन तकलीफ भरे रहे। वैश्विक महामारी के अलावा भाजपा ने राजनीति में भी मुश्किले खड़ी की। उम्मीद है आने वाला समय अच्छा होगा। धर्मप्रमुखों का एक साथ आना शुरूआत है कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की जीत होगी। समाजवादी सरकार बनने पर अयोध्या में 365 दिन दीपावली होगी और रामभक्तों तथा धार्मिक स्थलों को टैक्स से मुक्ति मिलेगी। अयोध्या को हेरिटेज सिटी का दर्जा मिलेगा।

अखिलेश यादव ने याद दिलाया कि देश प्रदेश में जो गंगा-जमुनी तहजीब है उसकी परम्परा बहुत पुरानी है। यहां अनेकता में एकता दिखती है। हम वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास करते हैं। यहां विविध पूजा पद्धतियों वाले धर्म हैं। इसके बावजूद दिलों को बांधने वाले धार्मिक स्थल हैं। हमारा संकल्प देश को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने का है। भाजपा ने तो कुछ किया नहीं समाजवादी पार्टी के कार्यों को ही अपना बताती है।

भाजपा सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। अयोध्या के एयरपोर्ट में अधिग्रहित जमीन का किसानों को पूरा मुआवजा नहीं मिला जबकि समाजवादी सरकार ने 6 गुना रेट दिया था। किसान की आय दुगनी करनी है तो एमएसपी को अनिवार्य बनाया जाए। भाजपा सरकार ने किसानों के लिए बनने वाली मंडियों पर रोक लगा दी। उन्हें बर्बाद कर दिया। महिलाओं-बेटियों के साथ दुष्कर्म हो या फर्जी एनकाउण्टर भाजपा राज में इनमें वृद्धि हुई है। झूठे मुकदमें लगाए जा रहे हैं। कोविड-19 का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए होता है। भाजपा के लिए खुली छूट है। गरीब की आवाज दबाई जा रही है। भाजपा झूठे आंकड़े से अपनी वाहवाही कराती है।

अयोध्या के पूर्व विधायक (पूर्व मंत्री) पवन पाण्डेय ने बताया कि यह पहला मौका है जब हिन्दू-मुस्लिम और सिख धर्मानुयायी एक साथ एक मंच पर समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के पक्ष में आए हैं। उन्होंने कहा अयोध्या में नगर निगम ने क्षेत्रवासियों पर भारी टैक्स लगा दिया है। लोग कराह रहे है। अयोध्या के डाॅ0 फिरोज अहमद ने पढ़ा ‘‘ आवाजे खलक को नक्कारे खुदा समझो, जिसे दुनिया बजा कहे उसे बजा समझो।‘‘, अखिलेश जी का गुणगान चारों दिशाओं में हो रहा है। आचार्य मिश्र जी ने श्री अखिलेश यादव को यशस्वी, विजयी और लोकप्रिय होने का आशीर्वाद दिया।
सभी का यह कहना था कि अखिलेश जी प्रदेश के ही नहीं जनता के हृदय के मुख्यमंत्री है।

समाजवादी पार्टी की सरकार ने संस्कृत विद्यालयों और मदरसों दोनों की मदद दी थी। भाजपा सरकार द्वेष भाव रखती है। मौलानाओं ने कहा कि अयोध्यावासी भाजपा राज में कराह रहे हैं। वे संकल्प लेते हैं कि सन् 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाएंगे और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बनाएंगे। आज के कार्यक्रम में शामिल समाजवादी पार्टी के पार्षद श्री हाजी असद एवं महेन्द्र शुक्ल अयोध्या के उस वार्ड से निर्वाचित है जिसके अंतर्गत श्री राम मंदिर स्थल आता है।

आज के कार्यक्रम में संत समाज से अयोध्यावासी श्यामा सदन पीठाधीश्वर महंत श्रीधर दास जी, महंत दिलीप दास जी, आचार्य वीरेन्द्र शास्त्री जी, महंत रामदास जी महाराज, आचार्य पवनदास जी महाराज, आचार्य शिवेन्द्र जी,हेमंतदास जी महाराज, महंत रामकुमार दास जी, महंत देवेश दास जी, बाबा भवनाथ दास जी महाराज, आचार्य श्रवण कुमार जी, आचार्य शिवानंद मिश्र जी, महंत अनिल मिश्रा जी, बालयोगी रामदास जी महाराज, पुजारी पंकज मिश्रा अयोध्या, महंत कन्हैया दास जी भक्त माल भवन अयोध्या, महंत महावीर दास जी विश्व विराट मंदिर नया घाट अयोध्या शामिल रहे।

मुस्लिम समाज से हाजी असद अहमद, मौलाना मोहम्मद असलम साहब पेश इमाम अयोध्या, मोहम्मद सूफियान, मोहम्मद मोहसिन साहब, कारी अब्दुल वहीद साहब, मौलाना नौशाद, शमीम साहब, मौलाना इरफान साहब, मोहम्मद अहमद साहब, हजरत मौलाना सिराज साहब, मौलाना अयूब साहब, कारी मारूफ साहब पेश इमाम विलाल मस्जिद, मौलाना फजलुद्दीन साहब, मौलाना अब्दुल हलीम साहब, जनाब सिराजुल हक मास्टर साहब शामिल रहे।

सिख समुदाय के सरदार जसबीर सिंह सेठी, मनमोहन सिंह, प्रीतपाल सिंह छाबड़ा, रवीन्द्र सिंह, हरचरन सिंह, गुरूचरन सिंह, हरजीत सिंह कालू, भगवंत सिंह, प्रीतपाल सिंह गांधी, गुरूमीत सिंह, करमवीर सिंह शामिल रहे।