विकास कार्यो को समय सेे पूरा करें-जिलाधिकारी

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विकास कार्यो को गुणवत्ता एवं मानक के अनुसार समय सेे पूरा करें ।


अयोध्या – शासन के 63 सूत्रीय विकास कार्यो की प्राथमिकता वाले बिन्दुओं की समीक्षा कलेक्टेªट सभाकक्ष में जिलाधिकारी अनुज कुमार झा द्वारा की गयी। जिसमें मुख्य बिन्दु विकास, कल्याण, निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा, आम लोगों को बेहतर सुविधा, स्वच्छता, रोजगार आदि कार्य महत्वपूर्ण है, इसके तहत जिलाधिकारी द्वारा बिन्दुवार समीक्षा की गयी।

जिसका संक्षिप्त विवरण मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रथमेश कुमार द्वारा प्रस्तुत किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि वर्तमान सरकार की उपलब्धियों पर विगत 3 वर्ष की उपलब्धियों पर आधारित विकास पुस्तिका तैयार की गयी थी। इस वर्ष 4 वर्ष के आधार पर विकास पुस्तिका तैयार किया जाना है।

इसकी सूचना आप लोगों को दी जा चुकी है तथा प्रत्येक दशा में सभी विभागों को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित पूर्व पत्र के क्रम में कल तक जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी के ईमेल [email protected][email protected]  पर कुत्रिदेव-10, एमएस वर्ड ओपन फाइल में फोटोग्राफ सहित विधानसभावार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिस विभागों की सूचना नही आयेगी वे विभाग स्वयं जिम्मेदार होंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष के 9 माह व्यतीत हो चुके है, सम्बंधित विभागीय अधिकारी को कोई समन्वय की समस्या हो तो उसको बेहतर ढंग से समन्वय कर निस्तारित करें। निराश्रित गौवंश के लगभग 28 स्थलों का मुख्य पशु चिकित्साधिकारी स्वयं अपने अधीनस्थों के साथ भ्रमण कर वहां पर चारे आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा कहीं से भी कोई समस्या आने पर प्रशासन को भी अवगत करायें।

पशुओं का टीकाकरण भी पूरा किया जाय। अस्पतालों में डाक्टरों व दवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ परिवार कल्याण के कार्यक्रमों को भी प्रोत्साहित किया जाय। आगामी 10 जनवरी से सभी 28 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बाल विकास के अधिकारी समन्वय करें एवं बेहतर ढंग से करायें। आयुष्मान एवं गोल्डेन कार्ड बनाने में तेजी लायी जाय।

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नरौली देवगांव विजेन्द्र नगर आदि को हैण्डओवर की कार्यवाही की जाय। देवगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पूरी धनराशि अवमुक्त होने के बाद हैंडओवर की कार्यवाही नही की जा रही है। इस पर सम्बंधित कार्यदायी संस्था के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्यवाही की जाय।

जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि नगर निगम क्षेत्र में अनेक नये ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करने हेतु नोटीफाइड किया गया है इसलिए नगर निगम, नगर पंचायत, नगर निकाय एवं ग्राम पंचायत आदि विभागों के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नेशनल हाईवे एवं प्रमुख राज्य मार्गो के शहरी क्षेत्रों में बेहतर साफ सफाई हों कोई साइड/अप्ररोच रोड पर कट न हों और कूड़े के रूप में पालीथीन आदि के बैग न पाये जायें। इसके लिए समयबद्व ढंग से नियमित भ्रमण भी किया जाय।

जिलाधिकारी ने ग्रामीण पेयजल/पाइप लाइन योजना की समीक्षा में पाया कि जलनिगम के अधिकारी विगत दो माह से कोई कार्य नही कर रहे है। यह पुष्टि उनके द्वारा पे्रषित रिपोर्ट से होती है तथा प्रत्येक माह की बैठक में यह कहते है कि इस माह पूरा कर लिया जायेगा। जो कि कोई भी काम नही करते।

कार्यो में लापरवाही के कारण जलनिगम के अधिशाषी अभियन्ता एवं अन्य अभियंत्राओं को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रस्तावित करते हुए प्रमुख सचिव नगर विकास व शासन को लिखने हेतु मुख्य विकास अधिकारी से कार्यवाही करने को कहा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के वर्तमान में 8 दुकानें रिक्त है इन दुकानों पर शीघ्र प्रस्ताव कराने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

पंचायत भवनों के जहां निर्माण रूके है वहां तेजी लाने, धान क्रय को मानक के अनुसार पूरा करने, जिला समाज कल्याण अधिकारी को मुख्यमंत्री सामूहिक बीमा योजना के लक्ष्य को प्रत्येक दशा में इस माह पूरा करने के निर्देश दिये गये। विद्युत बकाये का शासकीय कार्यालयों से भुगतान करान के भी निर्देश दिये गये।

जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माण कार्यो में गुणवत्ता के साथ तेजी लायी जाय तथा पूर्व कार्यो की सूची तैयार कर मुख्य विकास अधिकारी को कार्यालय को प्रस्तुत किया जाय। निर्माण कार्यो को सम्बंधित विभाग के अधिकारी के साथ साथ कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि भी भ्रमण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। गड़बड़ी होने पर सम्बंधित संस्था एवं संस्था के खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि सेवायोजना, स्वरोजगार, उद्योग केन्द्र एवं शासकीय विभागों को निर्देश दिया कि स्वरोजगार के जो शासन से निर्धारित लक्ष्य है प्रत्येक दशा में मानक के अनुसार पूरा किया जाय तथा इसके लिए किसानों के लिए जो मेले लगाये जा रहे है उसमें आम जनमानस को जोड़ा जाय।

मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार ने कहा कि विभागीय अधिकारी रिपोर्टिंग करते समय स्वयं रिपोर्ट को पढ़े। वित्तीय एवं भौतिक प्रगति का सही सही आकड़ा प्रस्तुत करें। कोई गड़बड़ी होगी तो सम्बंधित विभाग के अधिकारी जिम्मेदार होंगे।

हमें सभी कार्य कोविड प्रोटोकाल के पालन करते हुये गुणवत्ता के साथ करना है। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 घनश्याम सिंह, वनाधिकारी मनोज कुमार खरे, परियोजना निदेशक कमलेश सोनी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी धीरेन्द्र यादव सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी, अभियन्ता आदि उपस्थित थे।