सफाई कर्मी,सफाई की जगह साफ कर रहा है सरकार का पैसा

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भठी पड़ी नालिया टूटे पिट कवर खोल रहे सफाई और विकास की पोल,सफाई कर्मी गांव की सफाई की जगह साफ कर रहा है सरकार का पैसा,ग्राम सभा में गभीर बीमारियों का खतरा।

अब्दुल जब्बार एडवोकेट व डॉ0 मो0 शब्बीर

अयोध्या, भेलसर विकास खण्ड रूदौली मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर स्थित व राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे ग्राम सभा मुजफ्फर पुर(मुजफरा)मे कार्यरत सफाई कर्मी सरकार की स्वच्छ भारत योजना को लगातार पलीता लगा रहा है।पूरे गांव मे जगह जगह कूड़े की भरमार है।ग्राम सभा की नालियों मे सफाई न होने व नालियों में पहली बारिश होने पर ही स्वछता अभियान की धज्जियां उड़ाकर रख दीं है जिसके कारण विषाक्त जल ने ग्राम सभा में बीमारी की आशंका को काफी बढ़ा दिया है।

खुली नालिया व कचड़े का ढेर गंभीर बीमारियों को दावत दे रहा है।नालियों का गंदा पानी सडकों पर बह रहा है और गांव में सफाई कर्मी राजा बाबू बनकर कभी कभार गांव में केवल अपनी हाजिरी लगाने आता है।बाकी गांव की साफ सफाई से उसका कोई मतलब नही है।जब ग्रामीण बहुत निवेदन करते हैं तो कभी कभार नाम मात्र की सफाई करके कूडे का ढेर लगा ज्यों का त्यों छोड कर चला जाता है।

नालियों के आस पास जमीं बड़ी बड़ी घास व भठी पड़ी नालियां इस बात की गवाही दे रही हैं कि शासन एवं प्रशासन सो रहा है।गंदी नालियां टूटे पिट कवर विकास की पोल खोल रहे है।इन गंदी नालियों में कोई भी जहरीला जीव अपना आशियाना बना किसी भी समय ग्रामीण को अपना शिकार बना सकता है।

पूरे गांव का आलम यह है कि अगर ग्रामीण स्वयं ही सडकों व नालियों की साफ सफाई न करें तो गांव की स्थिति बद् से बद्तर हो जाए गांव की स्थिति देख कर यह प्रश्न उठता है कि सरकारी धन का दुरुपयोग क्यों किया जा रहा है। आखिर ऐसे सफाई कर्मी जो अपने उत्तर दायित्व का निर्वहन ईमानदारी से नहीं कर रहे हैं उनपर कोई अंकुश क्यो नही लगा रहा है तो सफाई कर्मी को सैलरी किस बात की दी जा रही है यह प्रश्न विचारणीय है और जिम्मेदार मौन है।