सरकार ने राज्य में निवेश का एक नया माहौल तैयार किया- योगी

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मुख्यमंत्री ने यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रा0लि0 के अधिकारियों के साथ बैठक की।

मुख्यमंत्री ने नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर के ‘लोगो’ को सहमति दी, यह ‘लोगो’ उ0प्र0 के राज्य पक्षी सारस से प्रेरित है।

नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट एक ग्लोबल ब्राण्ड के तौर पर उभरेगा।

नोएडा में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट की स्थापना में ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल ए0जी0 ने जो रुचि दिखायी, वह अत्यन्त सराहनीय।

नोएडा क्षेत्र में फिल्म सिटी/फिनटेक सिटी सहित अनेक औद्योगिक इकाइयां आ रही हैं।

नोएडा विश्व स्तरीय मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रहा।

राज्य सरकार सभी औद्योगिक अवस्थापना सम्बन्धी कार्य समयबद्ध ढंग से पूरा कर रही है।

ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल ए0जी0 को राज्य सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट की इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से त्वरित कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी।

लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रा0लि0 के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्रा0लि0 के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतीकरण भी किया गया। मुख्यमंत्री जी ने नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के ‘लोगो’ को सहमति दे दी है। यह ‘लोगो’ उत्तर प्रदेश के राज्य पक्षी सारस से प्रेरित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट एक ग्लोबल ब्राण्ड के तौर पर उभरेगा। नोएडा में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट की स्थापना में ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल ए0जी0 ने जो रुचि दिखायी है, वह अत्यन्त सराहनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में निवेश का एक नया माहौल तैयार किया है, जिसके कारण नोएडा क्षेत्र में फिल्म सिटी/फिनटेक सिटी सहित अनेक औद्योगिक इकाइयां आ रही हैं। उन्होंने कहा कि नोएडा विश्व स्तरीय मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रहा है। आने वाले समय में नोएडा एक ब्राण्ड के रूप में अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनाएगा।

योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड कालखण्ड में भी विकास की सतत् प्रक्रिया को बनाए रखा है। राज्य सरकार सभी औद्योगिक अवस्थापना सम्बन्धी कार्य समयबद्ध ढंग से पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि एविएशन सेक्टर आज के समय में बहुआयामी प्रगति का कारण है, इससे आर्थिक विकास में गुणोत्तर वृद्धि होती है, जो इस क्षेत्र में भी फलीभूत होगा। उन्होंने कहा कि ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल ए0जी0 को राज्य सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

जेवर मेट्रो परियोजना गे्रटर नोएडा स्थित परी चैक (नाॅलेज पार्क 2) स्टेशन से जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो रेल से जोड़ने की परियोजना है। इस कनेक्टिविटी हेतु डी0एम0आर0सी0 द्वारा फीजिबिलिटी अध्ययन की जा चुकी है, जिसके फण्डिंग पैटर्न पर निर्णय विचाराधीन है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एस0पी0 गोयल तथा निदेशक नागरिक उड्डयन सुरेन्द्र सिंह सहित वाई0आई0ए0पी0एल0 के सी0ई0ओ0 क्रिस्टोफ शेनेल्मेन, वाई0आई0ए0पी0एल0 की सी0ओ0ओ0 श्रीमती किरण जैन, वाई0आई0ए0पी0एल0 के सुनील जोशी तथा यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सी0ई0ओ0 डाॅ0 अरुण वीर सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर की स्थापना हेतु आवश्यक 1334 हे0 भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है।

नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर के लिए ग्लोबल ई-टेण्डर के माध्यम से सबसे अधिक प्रति पैसेन्जर दिए जाने हेतु प्रीमियम की बोली 400.97 रुपए लगाने वाली कम्पनी ‘ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल ए0जी0’ को विकासकर्ता के रूप में चयनित किया गया है। हाई स्पीड रेल भारत सरकार की परियोजना है, जो दिल्ली को वाराणसी से जोड़ने के लिए प्रस्तावित है। इस परियोजना में प्रस्तावित स्टेशन दिल्ली, नोएडा, जेवर, मथुरा, आगरा, इटावा, कन्नौज, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही व वाराणसी है। प्रस्तावित हाई स्पीड रेल की कुल लम्बाई 816 कि0मी0 है, जो औसतन 300 कि0मी0 प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाना प्रस्तावित है।

हाई स्पीड रेल का स्टेशन, जो जेवर एयरपोर्ट के समीप स्थापित होना है, के सम्बन्ध में एन0एच0एस0आर0सी0एल0, एन0आई0ए0एल0 एवं ज्यूरिख एयरपोर्ट के साथ बैठक की गयी है तथा अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। इस कनेक्टिविटी के स्थापित होने से दिल्ली व प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से जेवर एयरपोर्ट हेतु आवागमन सुगम हो जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के सम्बन्ध में मै0 राईटस द्वारा अध्ययन किया गया है। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे, जो हरियाणा के वल्लभगढ़ से गुजर रही है, को जेवर एयरपोर्ट तक जोड़ने हेतु प्रस्ताव विचाराधीन है। मार्ग के निर्माण हेतु उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा में आ रही 8.5 कि0मी0 सड़क हेतु आवश्यक भूमि राज्य सरकार द्वारा क्रय की जाएगी। इस मार्ग के निर्माण होने से जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली व इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी पूर्ण हो जाएगी।