सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन करायें-मुख्य सचिव

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  • सर्विलान्स और पर्यवेक्षण सिस्टम को और सुदृढ़ किया जाये,गंभीर मरीजों की जानकारी मिलने पर तत्काल एम्बुलेंस की व्यवस्था हो,अस्पतालों में स्थापित सीसीटीवी फुटेज की नियमित माॅनीटरिंग की जाये तथा 02 माह का बैकअप सुरक्षित रखा जाये।
  • अस्पतालों में भर्ती मरीजों एवं उनके तीमारदारों का नियमित रूप से फीडबैक लिया जाये तथा फीडबैक पर तत्काल कार्यवाही हो,इंटीग्रेटेड कमाण्ड सेण्टर द्वारा प्राप्त फीडबैक रिपोर्ट की रैण्डम आधार पर क्राॅसचेक अवश्य किया जाये।
  • होम आइसोलेशन के मरीजों का नियमित अपडेट लेती रहे आरआरटी सर्विलान्स की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जाये,अस्पतालों में क्रिटिकल मेडिसिन्स एवं इक्विपमेन्ट्स की पर्याप्त उपलब्धता हर समय सुनिश्चित रहे।
  • दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी के लिये जन सामान्य को और अधिक जागरूक करने की जरूरत धार्मिक स्थलों एवं बाजारों में बिना मास्क के पब्लिक इन्ट्री को सख्ती से रोका जाये तथा सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये।


लखनऊ, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कोविड-19 के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक आहूत की गई, जिसमें चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज तथा अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुये मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि लाॅकडाउन खत्म हुआ है, कोरोना नहीं, अतः अब और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी के प्रति जन सामान्य को सतत रूप से जागरूक करते रहने की जरूरत है। इसके अलावा बाजारों, धार्मिक स्थलों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये तथा ऐसे क्षेत्रों की पहचान कर उनकी वीडियोग्राफी भी कराई जा सकती है, ताकि मास्क न पहनने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने में आसानी हो।

मुख्य सचिव ने कहा कि सर्विलांस सिस्टम की गुणवत्ता को और बेहतर करने तथा इसके पर्यवेक्षण मैकेनिज्म को भी सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों की जानकारी मिलने पर तत्काल एम्बुलेंस पहंुचे ताकि समय से समुचित इलाज मिल सके। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का नियमित अपडेट आरआरटी लेती रहे तथा इन्टीग्रेटेड कमाण्ड कण्ट्रोल इसका रैण्डम आधार पर क्राॅसचेक करते रहंे।  इसके अलावा जिन क्षेत्रों से पाॅजीटिव केसेज़ ज्यादा आ रहे हैं, उनकी मैपिंग करायी जाये तथा ऐसे क्षेत्रों के लिये बेहतर निगरानी की व्यवस्था की जाये।

कोरोना के कारण जिन मरीजों की मृत्यु हो रही है, ऐसे प्रत्येक मामलों की माॅनीटरिंग की जाये तथा चिकित्सक अथवा चिकित्सालय स्तर पर यदि कोई लापरवाही परिलक्षित होती है, तो उन पर सख्त कार्यवाई की जाये।  उन्होंने कहा कि सभी कोविड हाॅस्पिटल्स में सीसीटीवी के फुटेज का बैकअप 02 माह तक सुरक्षित रखा जाये। इसके अलावा अस्पताल में भर्ती मरीज एवं तीमारदार का फीडबैक लेने की समुचित व्यवस्था की जाये तथा उनसे प्राप्त फीडबैक पर तत्काल एवं तत्परता से कार्यवाही हो।

उन्होंने कहा कि इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर जिलों से फीडबैक लेकर प्रस्तुत करें तथा प्राप्त फीडबैक का वह भी रैण्डम बेसिस पर क्राॅसचेक करं और दैनिक रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को उपलब्ध कराये।मुख्य सचिव ने कहा कि चिकित्सालयों में दवाओं एवं इक्विपमेंट्स की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे। इसके अलावा वेण्टीलेंटर्स एवं आक्सीजन की भी कोई कमी न रहे तथा बैकअप में पर्याप्त उपलब्धता हमेशा रहे।इससे पूर्व, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज द्वारा कोविड-19 के सम्बन्ध में विस्तार से प्रगति आख्या प्रस्तुत की गई।