डिजिटल टेक्नोलॉजी से 100 प्रतिशत लाभ-राजीव चंद्रशेखर

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डिजिटल टेक्नोलॉजी से लाभार्थियों को मिल रहा 100 प्रतिशत लाभ।डिजिटल टेक्नोलॉजी से 100 प्रतिशत लाभ-राजीव चंद्रशेखर


भारत सरकार में मिनिस्टर ऑफ स्टेट राजीव चंद्रशेखर ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री ने 2015 में डिजिटल इंडिया की शुरुआत की थी। इसके तीन केंद्र बिंदु थे। पहला टेक्नोलॉजी लोगों की लाइफ को बेहतर बनाए, दूसरा टेक्नोलॉजी अधिक अवसर उपलब्ध कराए और तीसरा ये सुलभ हो और इस पर किसी एक का एकाधिकार न हो। ये पीएम का विजन था। आज उसका नतीजा सब देख रहे हैं। टेक्नोलॉजी के अभाव में हमारी पिछली सरकारें पंगु बनी रहीं। एक प्रधानमंत्री ने तो यहां तक कहा था कि हम दिल्ली से 100 रुपए देते हैं तो लाभार्थी तक 15 रुपए ही पहुंचते हैं। आज टेक्नोलॉजी के जरिए हम उस चुनौती को पीछे छोड़ने में कामयाब रहे। आज डिजिटल टेक्नोलॉजी के जरिए 100 का 100 प्रतिशत लाभार्थी को मिल जाता है। आज इंटरनेट ने बाउंड्रीज को खत्म कर दिया है। समाज का हर व्यक्ति कम से कम पैसे में इसका इस्तेमाल कर सकता है। हम ऐसे दौर में हैं, जहां हम टेक्नोलॉजी के प्रभाव को देख रहे हैं। लेकिन ये सिर्फ शुरुआत है। ये डिकेड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बड़े निर्णयों वाला डिकेड होने वाला है।

तकनीक के अभाव में हमारी पिछली सरकारें पंगु बनी रही है। एक प्रधानमंत्री ने तो यहां तक कहा था कि हम दिल्ली से ₹100 देते हैं तो लाभार्थी तक ₹15 ही पहुंचते हैं। आज टेक्नोलॉजी के जरिए हम उस चुनौती को पीछे छोड़ने में कामयाब हो रहे हैं। आज डिजिटल टेक्नोलॉजी के जरिए 100 का 100% लाभार्थी को मिल रहा है। इंटरनेट ने बाउंड्री स्कोर खत्म कर दिया समाज के हर व्यक्ति कम से कम पैसे में इसका इस्तेमाल कर सकता है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि हम ऐसे दौर में हैं जहां हम टेक्नोलॉजी के प्रभाव को देख रहे हैं लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है। आज टेक्नोलॉजी के जरिए हम उस चुनौती को पीछे छोड़ने में कामयाब रहे। आज डिजिटल टेक्नोलॉजी के जरिए 100 का 100 प्रतिशत लाभार्थी को मिल जाता है। आज इंटरनेट ने बाउंड्रीज को खत्म कर दिया है। समाज का हर व्यक्ति कम से कम पैसे में इसका इस्तेमाल कर सकता है। हम ऐसे दौर में हैं, जहां हम टेक्नोलॉजी के प्रभाव को देख रहे हैं। लेकिन ये सिर्फ शुरुआत है। ये डिकेड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बड़े निर्णयों वाला डिकेड होने वाला है।

डिजिटल टेक्नोलॉजी से 100 प्रतिशत लाभ-राजीव चंद्रशेखर