जेल में 29 का दूध मिल रहा 40 रुपये में

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अमिताभ ठाकुर ने की जेेल के भ्रष्टाचार की लोकायुक्त से की शिकायत,जेल में 29 रुपये का दूध मिल रहा 40 रुपये में।

राकेश यादव

लखनऊ। राजधानी की जिला जेल में भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों के खिलाफ शासन ही भले ही कोई कार्रवाई नहीं कर रहा हो लेकिन जेल के अंदर चल रहे भ्रष्टाचार का खुलासा शनिवार को लोकायुक्त से हुई शिकायत में हो गया है। जबरन सेवानिवृत किए गए आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने जेल में बंदियों से हो रही अनाप शनाप वसूली को लेकर लोकायुक्त से शिकायत कर इसकी जांच कराकर दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। शिकायत में पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा कि जेल के अंदर एक रुपये में मिलने वाली माचिस पांच रुपये में मिलती है। इसी प्रकार अन्य खानपान की वस्तुओं को मनमाने दामों पर बेंचकर अधिकारी अपनी जेब भरने में जुटे हुए है। दिलचस्प बात यह है कि शासन में बैठे आला अफसर सब कुछ जानकार इस गंभीर मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं।

तमाम घटनाएं होने के बाद नहीं हुई कोई कार्रवाई :- राजधानी की जिला जेल में तमाम घटनाएं होने के बाद शासन व जेल मुख्यालय के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई ही नहीं की गई। इससे जेल के अधिकारी बेलगाम हो गए हैं। जेल के गल्ला गोदाम से 35 लाख रुपये की नगद बरामदगी, दो कैदियों की फरारी, जेल में बंदियों के साथ मारपीट कर वसूली, बंग्लादेशी कैदी की गलत रिहाई, ढाका से बंग्लादेशी बंदियों की फंडिग, बगैर कस्टडी वारंट के कई-कई दिनों तक बंदियों को जेल में बंधक रखने बनाए रखने के बावजूद किसी भी जेल अधिकारी के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उधर इस संबंध में जेलर योगेश कुमार, अजय राय से बात करने का प्रयास किया गया तो दोनों अधिकारियों ने फोन ही नहीं उठाया।


करीब सात साल तक जेल की सलाखों में कैद रहने के बाद जमानत पर जेल से बाहर आने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने लोकायुक्त को भेजी गई शिकायत में आरोप लगाया है कि जेल के अंदर अधिकारियों ने लूट मचा रखी है। लोकायुक्त को भेजी गई शिकायत में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि लखनऊ जेल में सुविधा के नाम पर दैनिक उपयोग की वस्तुओं दूध, बिस्कुट, कपड़े धोने का साबून, टूथपेस्ट, टूथब्रुश समेत अन्य वस्तुओं का अनाप-शनाप दामों पर बेंचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मनमानें दामों पर आलू, टमाटर, खीरा, प्याज, ककड़ी बेचने के साथ पारले जी को पांच रुपए वाला बिस्कुट को पैकट दस रुपये में, दस रुपये रिन को साबुन 15 से 20 रुपये में, 10 रुपये का टूथपेस्ट 15 से 20 रुपये में, एक रुपये की माचिस पांच रुपए में बेची जा रही है। इसी प्रकार पराग का आधा लीटर का फुल क्रीम मिल्क 29 रुपये की जगह 40 रुपये में बेचा जा रहा है। इसी प्रकार हर सामान बढ़े हुए दामों पर खुलेआम बेचा जाता है।


अमिताभ ठाकुर ने अनाप-शनाप दामों पर बेची जा रही इन खानपान की वस्तुओं के मामले की जांच कराई जाए। जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जब राजधानी की लखनऊ जिला जेल का यह हाल है तो प्रदेश की जेलों में तो हालात और अधिक बदतर होगी। लखनऊ जेल में कार्रवाई नहीं होने से बेखौफ हो गए है। इन पर शासन व जेल मुख्यालय के अधिकारियो का कोई नियंत्रण ही नहीं रह गया है। यही वजह है कि इस जेल के अधिकारी बेलगाम हो गए हैं।