एकेटीयू के इनोवेशन हब में 40 स्टार्टअप शॉर्टलिस्टेड

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि भारत आत्मनिर्भर बने। देश तभी आत्मनिर्भर बनेगा जब यहां के युवा आत्मनिर्भर होंगे। इसमें उद्यमिता और स्टार्टअप की बड़ी भूमिका है। युवाओं में न तो उर्जा की कमी है और न ही नये विचारों की बस जरूरत है उन्हें सही राह दिखाने की। इसी मंशा के साथ डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब की ओर से 5 एवं 6 अप्रैल को दो दिवसीय इनक्यूबेटीस चयन प्रस्तुतिकरण का आयोजन माननीय कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र के निर्देशन में ज्यूरी के सामने किया गया। पूरे उत्तर प्रदेश से विश्वविद्यालय को 297 आइडिया मिले थे। जिनमें से प्राथमिक मानदंडों के आधार पर 40 आइडिया को शॉटलिस्टेड कर ज्यूरी के सामने ऑनलाइन प्रस्तुत किया गया। ऑनलाइन प्रस्तुति के दौरान ज्यूरी के सामने बहुत से छात्रों ने अपने बेहतरीन आइडिया की रूपरेखा पेश की। उनके आइडिया शानदार होने के साथ ही समाज में गहरा प्रभाव डालने वाले भी रहे। ज्यूरी के सदस्यों ने न केवल छात्रों के पेश किये गये आइडिया को ध्यान से सुना बल्कि उनमें सुधार के लिए भी जरूरी सुझाव दिये। मसलन स्टार्टअप की मार्केटिंग से लेकर उत्पाद के प्रचार-प्रसार और उसे किस तरह से बिजनेस मॉडल में बदलाव की रणनीति बतायी।


इनोवेशन और उद्यमशीलता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इनोवेशन हब ने आगे भी स्टार्टअप इनक्यूबेटीस के लिए आवेदन करने की योजना बनायी है। जिससे कि छात्र सहित समाज के अन्य वर्गों को उद्यमिता और स्टार्टअप के लिए जागरूक किया जा सके। इनोवेशन हब प्रदेश को आर्ट इंफ्रास्टक्चर और विश्वस्तरीय लैब की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। हब का लक्ष्य नयी तकनीकी का व्यवसायीकरण, मूल शोध और विकास, पेटेंट फाइलिंग और स्टार्टअप के जरिये रोजगार के नये अवसर बनाना। साथ ही युवाओं में उद्यमिता के प्रति एक जज्बा लाया जा सके जिससे कि वो समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।ज्यूरी में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ0 एसपी मिश्रा, ओआई मीडिया के सीईओ प्रफुल्ल मिश्रा, इंडिया बायोगैस एसोसिएशन के चेयरमैन गौरव केडिया, एकेटीयू के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो0 संदीप तिवारी, इनोवेशन हब के कोऑर्डिनेटर डॉ0 अनुज कुमार शर्मा, इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह रहे। कार्यक्रम का संयोजन इनोवेशन हब की वंदना शर्मा और रितेश सक्सेना ने किया।