स्वामीधर्म की ललकार 85 तो हमारा 15 में बंटवारा

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समाजवादी पार्टी तो अब लोहियावादियों की ही नहीं अंबेडकरवादियों की भी पार्टी बन गई। स्वामी ने कहा कि भाजपा को 2017 से पहले की तरह 45 सीटों पर समेट देंगे।14 जनवरी मकर संक्रांति स्वामी का बजा बिगुल क्रांति बीजेपी का टूटा है भ्रांति भाजपा अंत का है शंखनाद ।

   समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि 2022 में उत्तर प्रदेश का विधान सभा चुनाव सेमीफाइनल नहीं फाइनल है। भाजपा सरकार ने लगातार लोगों को गुमराह करने और नफरत फैलाने का काम किया है। जनता बदलाव के लिए तैयार बैठी है। परिवर्तन होना तय है। जनता भाजपा का सफाया करेगी।आज समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ में अखिलेश यादव भाजपा छोड़कर आए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, भगवती सागर आदि के समाजवादी पार्टी में शामिल होने के अवसर पर एकत्र विशाल जनसमुदाय को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी और अम्बेडकरवादी मिलकर उत्तर प्रदेश में 400 सीटे जीतने का काम करेंगे। समाजवादी पार्टी वर्चुअल, डिजिटल और फिजकल हर तरह से तैयार हैं। अब साइकिल की रफ्तार कोई नहीं रोक पाएगा। हमारे पास कार्यकर्ताओं की ताकत है।

   अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को बर्बाद कर दिया है। इस सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है। भाजपा सरकार ने डीजल-पेट्रोल और गैस सिलेण्डर महंगा करके कम्पनियों की तिजोरी भरी है। किसानों को दोगुनी आय का झूठा वादा किया। उसकी फसल की खरीद नहीं हुई। खाद की बोरी से 5 किलो की चोरी कर ली। नौजवान को नौकरी मांगने पर लाठियां मिली।श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी फेल हो चुके हैं। कितने भी दिल्ली वाले आ जाएं उन्हें पास नहीं करा पाएंगे। समाजवादी पार्टी के साथ 80 प्रतिशत खड़े हैं अब 20 फीसदी भी आ गए हैं। भाजपा नेता तीन चौथाई नहीं तीन या चार सीट की बात कर रहे है। उन्होंने कहा कि साइकिल का हैंडल और पहिए ठीक हैं इसकी रफ्तार रुकने वाली नहीं, वह बहुत तेज चलेगी।


    स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव ऊर्जावान, नौजवान और प्रगतिशील विचारों के हैं। उनके साथ मिलकर क्रांति करूंगा। आज का दिन दलितों, पिछड़ों के सम्मान का दिन है। भाजपा ने धोखा दिया है। उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। वह फिर 2017 की स्थिति में पहुंच जाएगी।उन्होंने कहा कि लोहिया जी के समाजवाद और अंबेडकरवाद को बचाना पहला कर्तव्य है। भाजपा को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है। मकर संक्रांति पर भाजपा के अंत का इतिहास लिखने जा रहा है। हमारे इस्तीफे के बाद भाजपा के तमाम नेताओं ने संपर्क किया जबकि वे पहले विधायकों की बात नहीं सुनते थे। अब उनकी नींद इस इस्तीफे के बाद उड़ी है।

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा देने वाले कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ डा.धर्म सिंह ने अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उनके साथ भाजपा से इस्तीफा देने वाले छह विधायक भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।ओबीसी वर्ग के कद्दावर नेता माने जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे। उनके साथ पूर्व मंत्री डॉ.धर्म सिंह सैनी भी थे।आज से भाजपा के खात्मे का शंखनाद बज गया है। भाजपा ने देश और प्रदेश की जनता को गुमराह कर उनकी आंखों में धूल झोंकी है और जनता का शोषण किया है। अब भाजपा का खात्मा करके उत्तर प्रदेश को भाजपा के शोषण से मुक्त कराना है।

  योगी को चुनौती देते हुए स्वामी ने कहा कि ”इस चुनाव में मुकाबला 15 और 85 प्रतिशत का है। 85 तो हमारा है और 15 में भी बंटवारा है।” उन्होंने योगी सरकार पर पिछड़े,दलित और वंचित वर्गों का आरक्षण निष्प्रभावी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में आवेदन और विज्ञापन जारी किए बिना ही आरक्षित वर्ग की सीट, सामान्य वर्ग को दे दी गई। योगी राज में अब सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर रहे हैं, जिससे आरक्षण अपने आप खत्म हो जाए। स्वामी ने कहा, ”योगी जी को मैं ये कहना चाहता हूं, मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर पाप करोगे और दुहाई दोगे हिंदू की, क्या आप की नजर में कुछ बड़ी जाति के लोग ही हिंदू हैं। क्या अनुसूचित जात के लोग हिंदू नही है, पिछड़े वर्ग के लोग हिंदू नही है। यदि ये लोग हिंदू हैं तो इनका आरक्षण क्यों निगल लिया गया।”

स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ पूर्व मंत्री डा0धर्म सिंह सैनी, विधायक विनय शाक्य, ब्रजेश प्रजापति,रोशनलाल वर्मा, डा0 मुकेश वर्मा, भगवती प्रसाद सागर,व चौधरी अमर सिंह, पूर्व मंत्री अयोध्या प्रसाद पाल, पूर्व मंत्री रामहेत भारती, पूर्व विधायक नीरज मौर्य, बलराम सैनी, राजेंद्र प्रसाद पटेल, विद्रोही धनपत राम मौर्य, बंशी पहाडिय़ा, अमर नाथ सिंह मौर्य, रामावतार सैनी, अली यूसुफ अली, आरके मौर्य, दामोदर मौर्य तथा बसपा प्रमुख मायावती के मुख्य सुरक्षा अधिकारी रहे पदम सिंह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। भाजपा की सहयोगी अपना दल-एस के सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ के विधायक चौधरी अमर सिंह भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।सरकार तो दलित व पिछड़े बनाएं और मलाई खाएं सब लोग। अब यह नहीं होगा। उन्होंने 69000 शिक्षकों की भर्ती में 19000 पदों पर सामान्य वर्ग के लोगों की नियुक्ति पर सवाल उठाए। मौर्य ने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति के संवैधानिक अधिकारों को छीना है। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के पद पर बैठकर बंटवारे की लाइन खींची है।

धर्म सिंह सैनी ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा तो अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया। धर्म सिंह ने तो यह भी कहा कि अखिलेश मार्च में सीएम पद की शपथ लेंगे और 2024 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। धर्म सिंह की इस घोषणा पर खुद अखिलेश भी ताली बजाते नजर आए।डा0 सिंह ने कहा कि सपा में आने की कई वजह है। फिर से यूपी में समाजवाद कायम करना है। प्रतिबंध ना होता तो 10लाख से बड़ी रैली होती। मकर संक्रांति के दिन शपथ लेते हैं कि बाबा साहब के संविधान को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। अखिलेश यादव को सीएम बनाकर संविधान सुरक्षित किया। इन्होंने जो सम्मान दिया वह बसपा और भाजपा में नहीं मिला। अखिलेश यादव को सन् 2024 में प्रधानमंत्री की शपथ दिलाएंगे।

 ”हम आज मकर संक्रांति पर शपथ लेते हैं कि हम बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए संविधान को बचाने के लिए, दलितों पिछड़ों के आरक्षण को सुरक्षित रखने के लिए आपको 10 मार्च को मुख्यमंत्री बनाएंगे। जो सम्मान आपने मुझे दिया परिवार के सदस्य की तरह, मैं बसपा में रहा, मंत्री बना, जिसका सूपड़ा हम साफ करके आ रहे हैं, (बीजेपी) उसमें भी रहा, लेकिन जो मानवता, व्यवहारिकता, भाईचारा आपमें देखा है, दुनिया के किसी नेता में नहीं है। आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं, मार्च में आपको यूपी में मुख्यमंत्री और 2024 में आपको पीएम बनवाएंगे।”

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह, पूर्व विधायक कांग्रेस वंशीधर पहाड़िया, अखिल भारतीय संत गाडगे बाबा साहब अम्बेडकर मिशन के राष्ट्रीय महामंत्री दिलीप चौधरी, अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव महेन्द्र मौर्य ने भी अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी के सदस्यता ली है।