अखिलेश यादव के लखीमपुर खीरी जानें पर लगा प्रतिबन्ध

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लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के दो वाहनों से कुचले जाने की घटना के बाद इलाके में हिंसा भड़क गई है. बताया जा रहा है कि लखीमपुर में अब तक कुल 8 लोगों की मौत हो गई है. संयुक्त किसान मोर्चा ने बुलेटिन जारी कर चार किसानों की मौत की पुष्टि की है. लखीमपुर में हिंसा भड़कने के बाद मौके पर कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को भी भेजा गया है. ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार भी लखीमपुर पहुंच चुके हैं.

अखिलेश यादव ने कहा, “अंग्रेज़ों से भी ज़्यादा ज़ुल्म किया गया है किसानों पर, भाजपा किसानों पर अंग्रेज़ों से भी ज़्यादा क्रूर हुई है. अंग्रेज़ों के ज़माने में भी इतना ज़ुल्म नहीं हुआ होगा. हर कोई कह रहा है कि ये सरकार किसी की भी जान ले सकती है.”अखिलेश यादव अपने घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए हैं और उन्होंने मारे गए लोगों के परिजनों के लिए कई मांगें की हैं.उनके धरने पर बैठने के बाद यूपी के सभी ज़िलों में सपा कार्यकर्ताओं ने धरने पर बैठना शुरू कर दिया है.

लखीमपुर खीरी जाने से रोके गए सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी सरकार में जितना ज़ुल्म हो रहा है उतना अंग्रेज़ों के राज में भी नहीं हुआ होगा.
  1. लखीमपुर खीरी में हिंसा के दौरान 8 लोगों की मौत, जिनमें 4 किसान और 4 आम लोग शामिल. उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम के ख़िलाफ़ किसान कर रहे थे विरोध प्रदर्शन.
  2. किसानों का आरोप- केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे ने 4 किसानों को कार से कुचला. मंत्री ने आरोपों को किया ख़ारिज, कहा- उनका बेटा घटनास्थल पर नहीं था.
  3. किसान नेता राकेश टिकैत ने लखीमपुर खीरी में प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके चार प्रमुख मांगें प्रशासन के आगे रखीं. कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन सहमति नहीं बनी है.
  4. लखीमपुर जा रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में लिया गया. हिरासत में लेने से पहले धक्का-मुक्की भी हुई. अखिलेश यादव को लखनऊ में ही रोका गया, वो वहीं धरने पर बैठ गए.
  5. मुंबई में एक क्रूज़ पर ड्रग पार्टी के मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान को एक दिन की एनसीबी की रिमांड में भेजा गया.
  6. पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा उप-चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भवानीपुर सीट पर जीत दर्ज की.

लखनऊ के गौतमपल्ली में अराजकतत्वों ने पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। आनन-फानन आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। वहीं, अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया है। अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने पर अड़े थे। पुलिस प्रशासन द्वारा रोके जाने पर उन्होंने अपने आवास के बाहर धरना शुरू कर दिया था। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को लखनऊ में नजरबंद कर दिया गया था, हालांकि अखिलेश अब घर से निकल चुके हैं और पुलिस के लोग उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं। अखिलेश यादव अपने घर से निकलने के बाद बाहर धरने पर बैठ गए हैं। अखिलेश का कहना है ये सरकार किसी की भी जान ले सकती है। गृहराज्य मंत्री और मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। मृतकों के परिजनों को दो करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। 

लखीमपुर खीरी जानें पर लगा प्रतिबन्ध प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की नजर बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने सभी जिला अध्यक्षों से जिला मुख्यालय पर धरना देने और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने का निर्देश दिया है।

अखिलेश यादव ने मांग की है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को इस्तीफ़ा देना चाहिए, जिन किसानों की जानें गई हैं उनके परिजनों को 2 करोड़ का मुआवज़ा और सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए.उन्होंने कहा कि ‘गृह राज्य मंत्री की जैसी भाषा है वो धमकाने वाली है. जिन्होंने गाड़ी से किसानों को रौंदा है उनको जेल में भेजना चाहिए, ऐसा तो हिटलरशाही में भी नहीं हुआ है कि किसी पर सामने से गाड़ी चढ़ाई गई हो.’अखिलेश यादव ने कहा कि ‘योगी सरकार को क्या डर है जो वो लखीमपुर खीरी में कुछ छिपाना चाह रही है? वो सच छिपाना चाहती है, ये सरकार किसानों, जनता और सच्चाई से घबराई हुई है.