मेडिकल काॅलेजों एवं चिकित्सालयों में प्रस्तावित आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना के कार्य में तेजी लायें जिलाधिकारी-मुख्य सचिव

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जनपदों में आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना एवं वेन्टीलेटर्स की क्रियाशीलता की समीक्षा हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित.

वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सभी मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारियों द्वारा बैठक में किया गया प्रतिभाग.

मेडिकल काॅलेजों एवं चिकित्सालयों में प्रस्तावित आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना के कार्य में तेजी लायें जिलाधिकारी.

मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी करें अनुश्रवण एवं प्रगति की दैनिक समीक्षा.

आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना एवं वेन्टीलेटर्स की क्रियाशीलता के अनुश्रवण के लिए मण्डल एवं जिला स्तर पर नामित करें नोडल अधिकारी.

उपलब्ध सभी वेन्टीलेटर्स स्थापित एवं क्रियाशील रहें, इसे सुनिश्चित करायें जिलाधिकारी.

लखनऊ। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेडिकल काॅलेजों एवं चिकित्सालयों में आक्सीजन प्लान्ट की स्थापना एवं वेन्टीलेटर्स की क्रियाशीलता आदि की जनपदवार समीक्षा की गयी।अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि जनपदों में स्थापित किये जा रहे आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना की दैनिक प्रगति की समीक्षा की जाये। उन्होंने कहा कि मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी स्वयं इसकी समीक्षा करें कि प्लान्ट स्थापना के लिए समय से टेण्डर प्रक्रिया पूरी हो जाये तथा कार्यादेश समय से निर्गत हो जाये। उन्होंने कहा कि स्वीकृत सभी आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना का कार्य तेजी से पूरा किया जाना है, अतः जनपद स्तर पर जिलाधिकारी एवं मण्डल स्तर पर मण्डलायुक्त एक-एक नोडल अधिकारी नामित करें जोकि उक्त का नियमित रूप से अनुश्रवण कर दैनिक रिपोर्ट उच्चाधिकारियों एवं उनके कार्यालय को उपलब्ध कराने के लिए उत्तरदायी होंगे।


उन्होंने कहा कि जनपदों में एम.पी./एम.एल.ए. फण्ड, स्टेट फण्ड के साथ-साथ सी.एस.आर. फण्ड से भी बड़ी संख्या में आक्सीजन प्लान्ट्स स्थापित कराये जा रहे हैं। अतः सम्बन्धित जिलाधिकारी सी.एस.आर फण्ड से सम्बन्धित कम्पनियों से सम्पर्क, संवाद एवं समन्वय के लिए अलग से नोडल अधिकारी नामित करें ताकि प्लान्ट्स समय से स्थापित होकर क्रियाशील हो सके।उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि चिकित्सालयों में उपलब्ध सभी वेंटीलेटर्स स्थापित एवं क्रियाशील रहे। उक्त के लिए जरूरी उपकरण, स्टाफ आदि की व्यवस्था के लिए दिशा-निर्देश जारी किये जा चुके हैं।


अपर मुख्य सचिव आबकारी, चीनी एवं गन्ना विकास संजय भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश में चीनी मिलों द्वारा 40 तथा आबकारी द्वारा 39 कुल 79 आक्सीजन प्लान्ट्स लगाये जा रहे हैं, तथा उक्त कार्य तेजी से चल रहे हैं।अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है, लेकिन सावधान रहने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। 70 हजार से अधिक निगरानी समितियां गठित हैं, हर निगरानी समिति को 25-25 मेडिसिन किट दिये जा चुके हैं। अगले 03 दिन में और 18 लाख पैकेट्स उपलब्ध करा दिये जायेंगे और आगे भी 3-3 दिन के अन्तराल पर इतने ही पैकेट नियमित रूप से उपलब्ध कराये जायेंगे। निगरानी समितियां जिन व्यक्तियों को मेडिसिन किट प्रदान करेंगे, उनकी सूची कमाण्ड सेन्टर के साथ-साथ जन प्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करायेंगी। जिन व्यक्तियों को मेडिसिन किट दी जायेगी, अगले दिन उनकी टेस्टिंग की जायेगी।

अतः जिलाधिकारी इसका सतत निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने वैक्सीनेशन के कार्य में भी तेजी लाने को कहा। उन्होंने बताया कि तीसरे वेव से लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित कर लिये गये हैं तथा उक्त से सम्बन्धित कार्य योजना जिलों को भेजी जा रही है।इससे पूर्व मुख्य सचिव ने जनपदवार प्रस्तावित आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना के लिए की जा रही कार्यवाही, वेन्टीलेटर्स की क्रियाशीलता आदि की विस्तार से समीक्षा की।बैठक में अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल सहित सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण, वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सभी मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।