किसान नेताओं को प्रशासन ने किया हाउस अरेस्ट

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अब्दुल जब्बार एडवोकेट

अयोध्या \ भेलसर शुक्रवार को किसानों यूनियन के भारत बंद आवाहन को देखते हुए रात से प्रशासन अलर्ट रहा।बन्द के आह्वान में शामिल होने वाले सम्भावित किसान नेताओं के घरों पर पुलिस का पहरा रहा और शुक्रवार को उन्हें घर से बाहर नही निकलने दिया गया।

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव दिनेश दूबे ने कहा कि मोदी और योगी सरकार किसानों से घबराई हुई है।26 मार्च को किसानों के शांतिप्रिय भारत बंद आवाहन पर देश के मोदी वह प्रदेश की योगी सरकार भयभीत होकर किसान नेताओं को घरों में नजरबंद कर रही है।श्री दुबे ने बताया कि उनके आवास पर देर रात से ही पुलिस डेरा डाले हुए था।

किसान नेताओ को घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है।शांतिपूर्वक किसान रोड व रेल जाम वह मंडी जाम करने जा रहे थे लेकिन योगी सरकार की पुलिस ने किसानों को घरों से नहीं निकलने दिया।जिससे किसानों में काफी आक्रोश है।उन्होंने कहा कि किसानों की मांग है केंद्र सरकार द्वारा जो तीनों काले अध्यादेश लाए गए हैं उसे तुरंत वापस लिया जाए।एमएसपी को गारंटी कानून बनाया जाए।डीजल पेट्रोल रसोई गैस के बढ़े हुए दाम आधे किए जाएं।

बिजली व पराली जलाने का 2020 अध्यादेश निरस्त किया जाए।किसान आयोग का गठन किया जाए। डीएपी खाद ₹300 प्रति बोरी जो दाम बढ़ा है उसे वापस लिया जाए।देश के युवाओं को रोजगार दिया जाए।श्री दूबे ने राष्ट्रपति को सम्बोधित सात सूत्री मांगपत्र जिलाधिकारी अयोध्या के माध्यम से जिलाधिकारी की प्रतिनिधि तहसलदार प्रज्ञा सिंह को सौंपा।एसडीएम विपिनकुमारसिंह ने बताया कि मांगपत्र उचित माध्यम से भेजा जा रहा है।

इस अवसर पर एस आई सुधीर कुमार,चौकी प्रभारी जितेंद्र यादव,का0 रामाश्रय यादव मौजूद रहे।श्री दूबे के साथ कार्यक्रम में लक्ष्मीकांत तिवारी तहसील अध्यक्ष,कमल तिवारी,राम बुद्धू,लल्लन प्रसाद साहू,देव शरण तिवारी,अंजनी दुबे,शैलेंद्र दुबे,श्याम नाथ,अजीत कुमार मिश्रा,राजकरण यादव,अरविंद यादव,शिव मोहन यादव,मालती,रंजू सिंह,शिव कुमारी,रंजना आदि मौजूद रहे।