प्रदेश से भाजपा की विदाई तय अनिल

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भाजपा सरकार पर सपा नेता ने बोला हमला । अब समाजवादी सरकार का आना और भाजपा सरकार का जाना तय।भाजपा की नीतियों को प्रदेश की जनता भलीभांति समझ चुकी।

लखनऊ। समाजवादी पार्टी नेता एवं पूर्व राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग सदस्य अनिल यादव ने भाजपा सरकार को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि भाजपा सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए कोई कार्य नहीं है इनके पास इतने कार्य नहीं है कि अखबारों में विज्ञापन के तौर पर उसे छपवा सके विज्ञापन में छपवाने के लिए कोलकाता और अमेरिका से फोटो चुराने का काम भाजपा सरकार कर रही है और प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है जगह-जगह पोस्टर-बैनर और प्रचार वाहनों के माध्यम से भाजपा सरकार अखिलेश सरकार के द्वारा किए गए कार्यों को अपना कार्य बताने से नहीं चूक रही है। काश जितना खर्च प्रचार प्रसार के नाम पर किया जा रहा है उतना खर्च प्रदेश की जनता के हित के लिए कोई कार्य किया गया होता लेकिन यह सरकार अपनी ही धुन पर ढोल पीटने का काम कर रही है जनता का इन कार्यों से कोई लेना देना नहीं है लखनऊ मेट्रो, इकाना स्टेडियम, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, यहां तक कि आगरा एक्सप्रेसवे को भी अपनी उपलब्धि बताने से नहीं चूक रही है इन सब की आधारशिला किसने रखी। यह सब किसका कार्य है जनता क्या नहीं जानती?

जितने भी थे भ्रष्टाचारी, उनको हुई एक बीमारी ।
जिनको भाजपा पसंद न थी उनको अब है यही प्यारी ।
जो आज भी है विरोध में, उनके लिए योगी नीति दुराचारी ।
स्मार्ट सिटी में फंसाकर, यूपी को गड्ढे में धँसाकर ।
पोस्टरों में मोदी योगी हर विज्ञापन में भी हंसते दिखते है ।
जाए अगर क्षेत्र में इनके विधायक सांसद तो फंसते दिखते है ।
काम किये होते तो 2022 के मद्देनजर इतना चिंतन और विचार न होता ।
काम का प्रचार जनता खुद करती, करोड़ा का विज्ञापन अरबो का प्रचार नही होता।
हुआ होता अगर वाकई में विकास तो जमकर सरकारी धन लुटे न जाते ।
और आशीर्वाद यात्रा के तहत अपने ही क्षेत्र में इनके सांसद/विधायक कूटे न जाते।

यह सब कार्य अखिलेश सरकार में हुए थे और प्रदेश की जनता अखिलेश यादव को विकास पुरुष के नाम से जानती है। अब प्रदेश की जनता समझ चुकी की प्रदेश की बागडोर किसके हाथ में देना चाहिए। आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता भाजपा सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंकते हुए समाजवादी सरकार बनाने जा रही है।मौके पर उपस्थित राजेंद्र मिश्रा [नीलू], अनीता मिश्रा, अरविंद यादव, अविनाश गुप्ता, अविनाश जोशी, अब्दुल्ला सिद्दीकी और अमन गुप्ता ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।