सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ का गबन-अंजू भट्ट

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सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ का गबन-अंजू भट्ट
सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ का गबन-अंजू भट्ट

भाजपा के निगमों ने हर तरफ कचरा फैला रखा है, इनको वोट क्यों देना. नगर निगम के 10000 कर्मचारियों का पीएफ फंड भ्रष्ट अधिकारियों की भेंट चढ़ा. लखनऊ के 2 लाख घरों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है जबकि सफाई का बजट 140 करोड़ रुपया – वैभव महेश्वरी सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ का गबन-अंजू भट्ट

लखनऊ- आप के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी एवं महापौर प्रत्याशी अंजू भट्ट ने एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता कर नगर निगम के के भ्रष्टाचार पर जोरदार हमला किया. पत्रकारों को संबोधित करते हुए वैभव माहेश्वरी ने कहा कि हर व्यक्ति का 90% प्रतिशत काम नगर निगम से होता है जैसे गंदगी की सफाई, कूड़े की शिकायत, लाइटनिंग की व्यवस्था, जन्म प्रमाण पत्र – मृत्यु प्रमाण पत्र आदि पर नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से आम जनमानस को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है. एक मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि लखनऊ की एक प्रॉपर्टी का टैक्स एक करोड़ देना था लेकिन नगर निगम ने उसे 10 लाख में सेट कर दिया और इस तरह के सेटलमेंट के पैसों की जानकारी कभी बाहर नहीं आ पाता,भ्रष्ट अधिकारी उसे खा जाते हैं.

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम के 10000 कर्मचारियों का पीएफ फंड भ्रष्ट अधिकारियों की भेंट चढ़ गया. उन्होंने कहा कि लखनऊ के 2 लाख घरों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है जिसका सीधा कारण है एजेंसी से कमीशन सेट नहीं हो पाया. माहेश्वरी ने बताया कि लखनऊ में सफाई का बजट 140 करोड़ रुपया है लेकिन घरों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार की खबरें तो आती हैं लेकिन पैसों की रिकवरी और दोषियों को जेल भेजने की कोई खबर नहीं आती इसका मतलब है कि आपस में बंदरबांट कर मामले को दबा दिया जाता है. उन्होंने बताया कि नगर निगम की लापरवाही की वजह से प्रति वर्ष 9 करोड़ का घोटाला हो रहा है साथ-साथ कई जगह कूड़े के पहाड़ बनते चले जा रहे हैं जिससे तंग आकर दिल्ली की जनता ने भाजपा को हटाकर आम आदमी पार्टी को चुना था लेकिन अब यही हाल लखनऊ में है अगर वह जमीन साफ हो जाए तो पार्कों को बनाकर उन जमीनों का दूसरा उपयोग किया जा सकता है.

वैभव माहेश्वरी ने कहा की अगर आम आदमी पार्टी की सरकार इस बार विजय होती है तो नगर निगम में ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार का हम पोस्टमार्टम कर देंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में अधिकारी अगर घोटाला करता है और सभी को बराबर से पैसे पहुंचाता है तो वह हमेशा गिरफ्तारी से बचा रहता है साथ-साथ उसका प्रमोशन भी होता है लेकिन हमारे शासन में हर तरह के भ्रष्टाचार को समाप्त कर एक साफ-सुथरी व्यवस्था का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने कहा कूड़ा प्रबंधन में 13 करोड़ का घोटाला हुआ और सीएजी द्वारा जांच हुई पर किसी के दोषी होने की खबर नहीं आई न ही पैसों की रिकवरी का मामला सामने आया क्योंकि ऊपर से नीचे तक भाजपा की सेटिंग होती है.

सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ का गबन-अंजू भट्ट

महापौर के पद पर रहकर मेरा काम केवल उद्घाटन करना या रिबन काटना नहीं होगा.अशिक्षा के कारण कूड़ा प्रबंधन की भाजपा को कोई जानकारी नहीं.नगर निगम में 290 घोस्ट कर्मचारियों का विवरण दिखाकर सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ का गबन हुआ.महापौर के पद पर रहकर मेरा काम केवल उद्घाटन करना या रिबन काटना नहीं होगा -अंजू भट्ट

आम आदमी पार्टी से महापौर प्रत्याशी अंजू भट्ट ने कहा कि मैं राजनीति में एक नया चेहरा हूं लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मुझे अपने क्षेत्र की खबर नहीं कि यहां क्या हो रहा है. उन्होंने कहा कि शहर में फैले भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं से दुखी होकर मैं राजनीति में आई हूं. उन्होंने कहा कि मैं ऐसी महापौर प्रत्याशी बनकर नहीं रहना चाहती जो शिलान्यास, लोकार्पण, उद्घाटन और रिबन काटने का काम करें और इसके अलावा कुछ नहीं. उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग की समस्याओं से लखनऊ नगर निगम पूरी तरह पीड़ित है जो किसी न किसी भ्रष्ट अधिकारी के इशारों पर हो रहा है.

महानगर के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट नगर में उन्होंने 12 अवैध पार्किंग की जगहों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कानूनन इन जगहों पर गाड़ियों के पैसे नहीं वसूले जा सकते फिर भी यह काम धड़ल्ले से चल रहा है. अंजू भट्ट ने बताया कि नगर निगम में 290 ऐसे कर्मचारी हैं जिनका कोई विवरण नहीं है ना ही वह नौकरी कर रहे हैं पर फर्जी नाम दिखाकर सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ इस चीज के वसूले गए कि उन्हें वितरित करना है जबकि वह घोस्ट कर्मचारी हैं. उन्होंने कहा कूड़ा प्रबंधन की बात की जाती है पर उसमें व्याप्त अव्यवस्था इसलिए समाप्त नहीं हुई क्योंकि भाजपा में शिक्षित लोग ही नहीं है, वह जानते ही नहीं है कि कूड़ा कैसे डंप करना है और विभिन्न वेस्ट मटेरियल का क्या करना है. सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ का गबन-अंजू भट्ट