पाई पाई से गरीब की भलाई-अश्विनी वैष्णव

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पाई पाई से गरीब की भलाई-अश्विनी वैष्णव
पाई पाई से गरीब की भलाई-अश्विनी वैष्णव

सरकार ‘पाई पाई से गरीब की भलाई’ के लोकाचार पर काम कर रही है। पाई पाई से गरीब की भलाई-अश्विनी वैष्णव


अश्विनी वैष्णव ने राष्ट्रीय सम्मेलन : 9 साल – सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण – का उद्घाटन किया।भारत 9 वर्ष में कमजोर पांच देशों से शीर्ष पांच देशों में पहुंच गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने तिरंगे को विश्व का सबसे मजबूत झंडा बना दिया है।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय सम्मेलन : 9 साल – सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चन्द्रा और प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी भी उपस्थित थे।केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 2014 से पहले की सरकारों के प्रदर्शन की तुलनात्मक प्रस्तुति दी और कहा कि पिछली सरकार के प्रयास घोटालों का पर्याय बन गए थे, वर्तमान सरकार ‘पाई पाई से गरीब की भलाई’ के लोकाचार के साथ काम करती है। उन्होंने कहा कि निर्धनों और निराश्रितों को केंद्रीय स्तंभ के रूप में रखते हुए योजनाओं और कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने के तरीके में यह परिलक्षित होता है।

पाई पाई से गरीब की भलाई-अश्विनी वैष्णव

श्री वैष्णव ने रेखांकित किया कि घर का मालिक होना एक कारक है जो एक निर्धन व्यक्ति के जीवन में रूपांतरकारी परिवर्तन लाता है। इस उद्देश्य के लिए आज देश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3.5 करोड़ घरों का निर्माण किया गया है, जिससे निर्धनों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन आया है।

उन्होंने कहा कि हर घर को नल जल के कनेक्शन से जोड़ने के विचार को हमेशा एक कठिन कार्य माना जाता था, जिसके लिए कभी भी प्रयास नहीं किया गया या इसे प्राप्त नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और आज 12 करोड़ लोगों के पास पानी के कनेक्शन हैं। इसी के साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार ने पारंपरिक चूल्हों से जुड़ी कठिनाई को समाप्त करने का प्रयास किया है और 9.6 करोड़ परिवारों को गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया है।

जब दुनिया कोविड-19 महामारी के प्रकोप से लड़ने के लिए संघर्ष कर रही थी, तब सरकार ने 80 करोड़ लोगों को नि:शुल्क राशन पहुंचाने के लिए व्यापक स्तर पर चुनौतियों का सामना किया। किसी भी सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के भाषणों के दौरान शौचालय जैसी मूलभूत मानवीय आवश्यकताओं की बात नहीं की, जो समावेशी विकास के संकेतक हैं। लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में हर घर में शौचालय बनाने की बात कही। इसने आज 11.72 करोड़ शौचालयों के निर्माण के साथ महिला सुरक्षा और स्वच्छता के क्षेत्र में क्रांति ला दी है।

भारत आज आयुष्मान भारत के तहत विश्व के सबसे बड़े स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम का संचालन कर रहा है, जिसने जरूरतमंदों के लिए पांच लाख रुपये तक के नि:शुल्क चिकित्सा देखभाल का प्रावधान किया है और जिसका कुल कवरेज अमेरिका और रूस की जनसंख्या से अधिक है। प्रधानमंत्री को श्रेय दिया कि उन्होंने तुष्टिकरण से हटाकर और सशक्तिकरण की दिशा में सामाजिक न्याय को एक नई परिभाषा दी है।

उन्होंने कहा कि घरेलू अवसंरचना में 2014 से अभूतपूर्व बदलाव देखा गया है, जो अतीत में उचित मानसिकता और विचार प्रक्रिया के अभाव के कारण बहुत सीमा तक विलुप्त था। उन्होंने 9 वर्षों में 74 हवाई अड्डों के निर्माण का उल्लेख किया, जो 2014 तक बनाई गई संख्या के बराबर है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से जहां 91 हजार किलोमीटर सड़क बनाई गई, वहीं 2014 के बाद से लगभग 54 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण किया गया है। भारत में 2014 तक जलमार्ग नहीं होने से ले कर आज 111 जलमार्ग हो गए हैं और भारत के रेलवे स्टेशनों में हवाई अड्डों जैसी विश्व स्तरीय सुविधाएं हैं।

श्री वैष्णव ने कहा कि भारत लंबे समय तक विश्व आर्थिक रैंकिंग में पिछड़ा था, लेकिन आज भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अगले दो वर्षों में चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और अगले छह वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता की चर्चा की और कहा कि अतीत में जहां भारत बड़ी आतंकवादी गतिविधियों का शिकार रहा है, आज देश के पास हमलों का प्रत्युत्तर देने के लिए साधन और इच्छा है।

अनुराग ठाकुर ने सम्मेलन में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत के आम लोगों के जीवन में नाटकीय बदलाव आया है और सरकार की उपलब्धियां लोगों की अपेक्षाओं से आगे निकल चुकी है। उन्होंने यह कहते हुए उदाहरण दिया कि जहां भारत अतीत में एक कमजोर और जर्जर अर्थव्यवस्था था, जो भ्रष्टाचार से जूझ रहा था, वहीं आज इसने कमजोर पांच देशों से विश्व के शीर्ष पांच देशों की अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह बना ली है।

उन्होंने यह भी कहा कि जहां पहले सरकारी योजनाओं का लाभ कुछ ही लोगों तक पहुंचता था, वहीं सरकार आज अंत्योदय के आदर्श वाक्य के साथ काम करती है, जहां सरकार सबसे अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसमें हमारे प्रयासों का रहस्य निहित है, जिसने 27 प्रतिशत लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। सेवा की भावना, बड़े विचार, सुशासन, प्रौद्योगिकी का समावेश और वितरण तंत्र में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के निर्माण का मिश्रण ऐसी चीजें हैं जो सार्वजनिक सेवाओं के अंतिम-मील वितरण को सुनिश्चित करने में लगी हैं। सरकार औपनिवेशिक अतीत की विरासत को छोड़ने और आधुनिक और घरेलू प्रतीकों को अपनाने में दृढ़ रही है। यह कर्तव्य पथ के निर्माण में स्पष्ट है और नई संसद में और अधिक स्पष्ट होगा।उन्होंने रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस देश के भविष्य को आकार देने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। उस प्रयोजन के लिए श्री ठाकुर ने युवाओं को एक ऐतिहासिक उपलब्धि अर्जित करने का श्रेय दिया, जहां भारत आज लगभग एक लाख स्टार्टअप और सौ से अधिक यूनिकॉर्न का गर्व कर सकता है।

श्री ठाकुर ने कहा कि जब देश ने प्रधानमंत्री के हर घर में एक तिरंगे के आह्वान पर प्रतिक्रिया दी, तो दूसरे देशों के छात्रों ने ऑपरेशन गंगा के दौरान युद्धग्रस्त क्षेत्रों को छोड़ने के लिए उसी तिरंगे का इस्तेमाल किया। श्री ठाकुर ने कहा कि एक ओर जहां उन्हें सर्वेक्षणों में उन्हें सबसे लोकप्रिय नेता कहा जाता है, वहीं दूसरी ओर यह तथ्य भी है कि प्रधानमंत्री ने तिरंगे को दुनिया का सबसे मजबूत झंडा बनाया है

सचिव अपूर्व चन्द्रा ने विभिन्न विषयगत सत्रों के लिए सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के श्रोतागणों का भी स्वागत किया।सरकार के 9 साल पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में उद्घाटन सत्र के बाद तीन विषयगत सत्र और समापन सत्र शामिल हैं।

सत्र-1 “भारत: आगे बढ़ता हुआ” का संचालन वरिष्ठ पत्रकार नितिन गोखले ने किया, जिसमें निम्नलिखित लोगों की सहभागिता है-

  • भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और अध्यक्ष श्री सुनील भारती मित्तल
  • अपोलो अस्पताल की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुश्री संगीता रेड्डी
  • नासकॉम की अध्यक्ष देबजानी घोष
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, भारत के पूर्व कार्यकारी निदेशक सुरजीत भल्ला
  • भारतीय स्टेट बैंक की समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष
  • आईडब्ल्यूआईएल इंडिया की अध्यक्ष और संरक्षक दीपा सयाल

सत्र-2: जन जन का विश्वास का संचालन पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध द्वारा किया गया, जिसमें इन लोगों की भागीदारी होगी-

  • अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी
  • भारत में यूनिसेफ की प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्री
  • बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ (वीडियो संदेश)
  • नर्स पद्मश्री शांति टेरेसा लकड़ा
  • बॉक्सर निकहत ज़रीन
  • पर्यावरणविद अनिल प्रकाश जोशी, सीखो की सह-संस्थापक दिव्या जैन

सत्र 3: युवा शक्ति: भारत की प्रेरणा का संचालन निम्नलिखित पैनलिस्टों के साथ रेड एफएम के रेडियो जॉकी रौनक द्वारा किया गया-

  • ओयो रूम्स के सीईओ रितेश अग्रवाल, अभिनेता ऋषभ शेट्टी
  • संगीतकार अमान अली बंगश
  • भारतीय हॉकी के पूर्व कप्तान वीरेन रसकिन्हा
  • एस्प्रेसो टेक्नोलॉजीज की निदेशक यशोधरा बाजोरिया
  • बॉक्सर अखिल कुमार