ऑटो चालक गीता देवी बनी मिसाल

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शहर के सक्सेना नगर की रहने वाली ऑटो चालक गीता देवी ने विषम परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी। अपने जज्बे व हिम्मत से वह एक मिसाल बन गई हैं।

सुनील कुमार पाण्डेय

महराजगंज – स्नातक तक पढ़ी-लिखी गीता ने यह साबित कर दिया है कि महिलाएं वह हर काम कर सकती हैं, जो पुरुष कर सकते हैं। गीता के परिवार में पति समेत आठ सदस्य हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। आत्मनिर्भर बनने की चाह में गीता ने कई काम तलाशे, लेकिन मनपसंद काम नहीं मिला। वह बाइक चलाना जानती थीं।


लोगों के कुछ भी कहने की परवाह किए बिना उन्होंने एक साल पहले बैंक से कर्ज लेकर इलेक्ट्रिक ऑटो खरीदी। फिर एक दिन ऑटो के साथ सड़क पर उतर गईं तो हिम्मत बढ़ गई। अब महराजगंज चौराहे से जिला मुख्यालय, चौक मार्ग व अन्य मार्गों पर सवारियों को लेकर आती-जाती हैं। प्रतिदिन छह सौ से एक हजार रुपये तक की कमाई कर रही हैं। अब उनके घर में किसी भी चीज की कमी नहीं है और परिवार की आर्थिक स्थिति लगातार सुधर रही है। यदि किसी के पास पैसे कम हों या न हों, तो वह उन्हें नि:शुल्क यात्रा भी करा देती हैं।