नक्सली हमले में शहीद हुआ अयोध्या का लाल

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शत् शत् नमन.. नक्सली हमले में देश के नाम शहीद हुए अयोध्या के 56 इंच सीना वाला जाबांज राजकुमार यादव..

अयोध्या। भारत देश की रक्षा में अयोध्या का लाल असली 56 इंच सीना वाला राजकुमार यादव शहीद हो गया। दरसल जिला बीजापुर सुकमा सरहदी क्षेत्र ग्राम जोनागुड़ा के टेकलगुडम और जहांगीर गांव के बीच पुलिस और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में कोबरा कमांडो हेड कांस्टेबल रहे अयोध्या के राजकुमार यादव जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा में अमर शहीद हो गए।

शहीद राजकुमार यादव का घर खोजते खोजते रानो पाली पहुंची तो शहीद की पत्नी ज्ञानमती ने फ़ोटो देखकर पहचाना। पति के शहीद होने की खबर मिलते ही पत्नी बेसुध हो गई। डीएम अनुज कुमार झा व एसएसपी शैलेश पांडेय भी शहीद के घर पहुंचे।

शहीद के बूढ़े मां बाप को जब यह खबर मिली तो वे बदहवास हो उठे। शहीद के पिता सूरज लाल यादव ने बताया कि उनका बेटा 1995 में सीआरपीएफ में शामिल हुआ था।बचपन से ही उसे देश की सेवा करने की लगन थी। यह बताते बताते वह मूर्छित से हो गए। शहीद राजकुमार तीन भाइयों ने सबसे बड़ा था। उसकी पत्नी और दो बच्चे भी हैं। दोनों अयोध्या एकेडमी में पढ़ाई करते हैं।उधर, राजकुमार के शहीद होने की खबर मिलते ही उनके घर लोगों का तांता लग गया। अब सभी को राजकुमार का पार्थिव शरीर घर आने का इंतजार है।

राजकुमार यादव पुत्र स्वर्गीय सूरज लाल यादव अयोध्या कोतवाली रानोपाली, अयोध्या क्षेत्र के निवासी थे। जिनका जन्म 4 जून 1976 में हुआ और अपनी पढ़ाई लिखाई पूरी करने के बाद 4 अक्टूबर 1995 में सीआरपीएफ बटालियन के कोबरा कमांडो में सिपाही के रूप में भर्ती हुए। और 2015 में प्रमोशन के बाद हेड कांस्टेबल बने। राजकुमार यादव परिवार में सबसे बड़े पुत्र थे। उनके छोटे भाई रामविलास और मुरारी लाल हैं। तो वहीं इनकी पत्नी ज्ञानमती यादव और 2 पुत्र 15 वर्षीय शिवम और 10 वर्षीय हिमांशु है।

इस घटना को लेकर पूरा परिवार व क्षेत्रीय अवाम सदमे में है तो वहीं छोटे भाई रामविलास ने बताया कि दिसंबर माह में एक शादी के दौरान अयोध्या पहुंचे थे। लेकिन 10 जनवरी को फिर वह ड्यूटी पर चले गए फोन से लगातार बातें होती रही हैं। अभी 2 दिन पूर्व ही बातें हुई और सब कुशल मंगल बताया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी अनुज झा व एसएसपी शैलेश पाण्डेय अन्य अधिकारियों के साथ घर पहुंच परिजनों से मुलाकात की है और आवश्यक जानकारी लेकर राज्य सरकार की तरफ से 50 लाख रुपए व सरकारी नौकरी समेत अन्य मदद दिलवाने की बात कही है। साथ ही अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने भी शहीद के नाम सड़क इत्यादि बनाने की घोषणा की है।