विपक्ष को डराना चाहती है भाजपा-निषाद

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लौटनराम निषाद
सामाजिक न्याय के लिए एकजुट हो पीडीए

नीरव मोदी,ललित मोदी जैन व मारवाड़ी तो ओबीसी का अपमान कैसे।राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर लोकतंत्र को कुचलने व विपक्ष को डराना चाहती है भाजपा। विपक्ष को डराना चाहती है भाजपा-निषाद

लखनऊ। विपक्ष को डराना चाहती है भाजपा,भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व कांग्रेस नेता चौ.लौटनराम निषाद ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त किए जाने को पूर्णतया मोदी सरकार का षड्यंत्र और लोकतंत्र पर घातक हमला बताया है। उन्होंने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किये जाने को अलोकतांत्रिक व निरंकुशता पूर्ण कार्य बताते हुए कहा कि भाजपा राहुल गाँधी जी की जननायक की छवि से भाजपा व नीलवर्ण श्रृंगाल सरीखे तथाकथित व स्वघोषित ओबीसी पीएम और उनका लुटेरा समूह भयाक्रांत हो गया है।राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर भाजपा विपक्ष को डराने का कुत्सित दुस्साहस कर रही है।लौटनराम निषाद ने पूछा है कि देश का अरबों रुपया लेकर भागने वाले व विदेश में बसने वाले जैन व मारवाड़ी नीरव मोदी व ललित मोदी को चोर कहने से ओबीसी का अपमान कैसे हुआ? उन्होंने कहा कि भाजपा नीचतापूर्ण व बेईमानी की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि अत्यंत अमर्यादित व निन्दनीय भाषा का प्रयोग करने वाला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही है।मोदी ने कई बार गिरी हुई भाषा का प्रयोग कर अपने निम्नस्तरीय चरित्र का परिचय दे चुके हैं।

उन्होंने सदन के अंदर कांग्रेस नेत्री रेणुका चौधरी को शूपर्णखा,सोनिया गांधी जी को जर्सी गाय व राहुल गाँधी जी की हाइब्रिड बछड़ा जैसा नीचतापूर्ण भाषा का प्रयोग कर संसदीय मर्यादा की हत्या कर चुके हैं।बिहार में चुनावी रैली के दौरान नीतीश कुमार के डीएनए पर उँगली उठाये तब ओबीसी का अपमान नहीं दिखा।उन्होंने कहा कि जो अपनी माँ का सम्मान नहीं कर सकता,वह दूसरे का क्या सम्मान करेगा। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने झाँसी,लखनऊ व कानपुर की रैली में कहा था कि मैं गरीब माँ का गरीब बेटा हूँ,मेरी माँ तो दूसरों के घरों में झाड़ू पोछा व बर्तन माँजने का काम करती थीं।उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की कांग्रेस नेत्री खुशबू सुंदरम ने हास्टैग मोदी,इधर भी हास्टैग मोदी उधर भी हास्टैग मोदी कहीं,लेकिन जब भाजपा में शामिल हो गयी तो उनका बयान अमर्यादित नहीं लगा और आयोग का सदस्य बना दिया। लौटनराम निषाद ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि आज हमारे नेता पूर्व कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी को निडरता व तथ्य के साथ सच बोलने की और जनता की आवाज बुलंद करने की कीमत चुकानी पड़ी है। हम कांग्रेसजनों का हौसला इससे पस्त होने वाला नहीं है। कांग्रेस पार्टी इस भ्रष्ट सरकार के जनविरोधी मामलों को सदैव उठाती रहेगी।

मोदी सरकार की एक-एक नाकामियों को जनता के बीच ले जाकर भाजपा के असली चेहरे को उजागर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार कितना भी जुल्म कर ले। ‘‘ना हम डरे हैं ,ना कभी डरेंगे’’ हम इन भ्रष्टाचारियों से बेखौफ हो डटकर मुकाबला करेंगे और भाजपा सरकार का पर्दाफ़ाश किया जाएगा।कहा कि मोदी सरकार विघटनकारी नीतियों के आधार पर दो हिंदुस्तान बना रही है, एक अमीरों का, एक गरीबों का। कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार ने देश को फूड सिक्योरिटी बिल के तहत मुफ्त राशन मुहैया कराने का संवैधानिक अधिकार दिया था। परंतु आज मोदी काल में मुफ्त सरकारी राशन के नाम पर अति पिछड़ों ,दलितों,अकलियतों के आत्मीय स्वालंबन पर लगातार कुठाराघात की खबरें मीडिया,सोशल मीडिया में देखने को मिल रही है। पिछड़े वर्गों को संवैधानिक अधिकार के तहत मिलने वाले सरकारी राशन का वास्ता देकर स्वयं प्रधानमंत्री मोदी को भी चुनावी रैलियों में वोट मांगते हुए समूचे देशवासियों ने सोशल मीडिया एवं मीडिया में देखा है।उन्होंने बताया कि संविधान से मिली हुई आरक्षण व्यवस्था में सभी कमजोर तबकों को समुचित सामाजिक न्याय मिल सके। इसके साथ ही राज्यवार स्थिति, उनकी राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक समीक्षा हो सके इसको लेकर महात्मा गांधी के जन्म दिवस 2 अक्टूबर 2017 को गठित ‘‘रोहिणी आयोग’’ का कार्यकाल मोदी सरकार ने पिछले 6 वर्षों में 15 से ज्यादा बार बढ़ा चुकी है।

वहीं योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में ही गठित जस्टिस राघवेंद्र कमेटी की 400 पन्ने की रिपोर्ट सदन में 4 साल पहले ही सार्वजनिक हो चुकी है। जिसमें पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा के रूप में वर्गीकृत करने की बात सामने आई। सरकार इस पूरे मामले पर पटाक्षेप कर अति पिछड़ों के हकों को मार रही है। 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाला इसका ज्वलंत उदाहरण है।निषाद ने आगे कहा कि संसद में जातीय जनगणना से साफ इंकार करने के बाद ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई दलों ने अपने आप को भाजपा गठबंधन से अलग कर लिया हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी समेत सभी राजनैतिक दल जातीय जनगणना के पक्ष में हैं।कांग्रेस सरकार सेन्सस-2011 में सामाजिक-आर्थिक-जातिगत जनगणना शुरू किया लेकिन अपने को ओबीसी का बताने वाले स्वघोषित ओबीसी पीएम मोदी ने ओबीसी का आँकड़ा ही घोषित नहीं किया।उन्होंने कहा कि नीरव मोदी, ललित मोदी और मेहुल चौकसी इन आर्थिक भ्रष्टाचारियों में से कोई भी पिछड़ी जाति का नहीं है। फिर भी बीजेपी पिछड़े की दुहाई देकर इन आर्थिक घोटालेबाजों की केंद्र सरकार के साथ सांठगांठ को छुपाने का कुत्सित प्रयास कर रही है।

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उन्होंने बताया कि क्रोनोलॉजी समझिए, 7 फरवरी 2023 को राहुल गांधी जी ने अडानी के कारपोरेट भ्रष्टाचार पर लोकसभा में भाषण दिया, प्रधानमंत्री की नीतियों और नियति पर सवाल खड़े किए। कथित मानहानि मामले में 16 फरवरी 2023 को शिकायतकर्ता गुजरात हाईकोर्ट से खुद का ही लिया हुआ स्टे वापस लेता है। 27 फरवरी 2023 को सुनवाई शुरू, 17 मार्च निर्णय रिजर्व और 23 मार्च 2023 को निर्णय आता है कि उन्हें दो साल की सजा । 24 मार्च 2023 को आनन-फानन में राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दिया गया।उन्होंने कहा कि हम मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों और देश विरोधी षंडयंत्र को बेनकाब करेंगे। विश्व के सबसे बड़े आर्थिक घोटाले को उजागर करने में कांग्रेस चुप नहीं बैठने वाली है।कहा कि बीजेपी की मोदी सरकार अति पिछड़े दलितों को उनके सामाजिक राजनैतिक उत्थान से वंचित रखना चाहती है। इस सरकार में विगत 9 वर्षों से राजनैतिक षड्यंत्र के तहत लगातार पिछड़ों, अतिपिछड़ों, दलितों को मिले हुए संविधानिक अधिकारों, उनके हक हकूक को छीना जा रहा है।निषाद ने कहा कि बीजेपी की सोच है कि आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े तबके को भारतीय राजनीति में केवल वोट बैंक तक ही सीमित रखना है।उनका सीधा आरोप है कि पिछले 9 वर्षों से बीजेपी शासित प्रदेशों में पिछड़ों, दलितों को उनकी आर्थिक व सामाजिक स्थिति के आधार पर प्रताड़ित किया जा रहा है।

एनसीआरबी के आकड़ों के मुताबिक बीजेपी शासित राज्यों में सबसे ज्यादा महिला, दलित उत्पीड़न के मुकदमें ही दर्ज हुए हैं। आरएसएस बीजेपी सरकारों द्वारा उनके संवैधानिक हकों को और आरक्षण की व्यवस्था को लगातार छीना गया है और अभी भी षड़यंत्र जारी है।कांग्रेस नेता लौटनराम निषाद ने उन राष्ट्रवादी बिज़नेसमैन की सूची जारी किया है जिन्होंने भारतीय बैंकों से पैसा लूटा है।भारतीय बैंकों का पैसा विजय माल्या, मेहुल चौकसी,नीरव मोदी, निशान मोदी, पुष्पेश वैद्य,आशीष जोबनपुत्र,सनी कालरा,आरती कालरा,संजय कालरा,वर्षा कालरा,सुधीर कालरा,जतिन मेहता,उमेश पारीख, कमलेश पारीख, नीलेश पारीख, विनय मित्तल, एकलव्य गर्ग, चेतन जयंतीलाल, नितिन जयंतीलाल,दीप्ति बेन चेतन,सविया सेठ,राजीव गोयल,अलका गोयल, ललित मोदी,रितेश जैन,हितेश नागेन्द्रभाई पटेल,मयूरी बेन पटेल,आशीष सुरेश भाई, ऋषि अग्रवाल आदि आर्थिक घोटालेबाजों में कोई ओबीसी, दलित और मुस्लिम नहीं है। विपक्ष को डराना चाहती है भाजपा-निषाद