पूंजीवादी और पूंजीपति समर्थक भाजपा-अखिलेश

104
भ्रष्टाचार के नए तरीके से भाजपा मालामाल
भ्रष्टाचार के नए तरीके से भाजपा मालामाल

राजेन्द्र चौधरी

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के 100वर्ष और आजादी के 75वर्षो में समाजवादियों ने सामाजिक जीवन को समृद्ध एवं सशक्त बनाने हेतु कुछ जीवन मूल्य, आदर्श और सिद्धांत स्थापित किए। भारतीय जनता पार्टी की सरकार और सहयोगी संगठन लगातार उन समाजवादी मूल्यों को मिटाने का षड्यंत्र कर रहे हैं। यदि ये मूल्य समाप्त हुए तो आजादी का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा। इसलिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोक जागरण यात्रा और शिविरों के आयोजनों के माध्यम से अपने कार्यकर्ताओं में नई स्फूर्ति लाने और मतदाताओं को सचेत करने का संकल्प लिया गया है। पूंजीवादी और पूंजीपति समर्थक भाजपा-अखिलेश


भारतीय संविधान समाजवाद, सामाजिक न्याय और पंथनिरपेक्षता की बात करता है किंतु भाजपा सरकार की नीतियां लगातार पूंजीवादी और पूंजीपति समर्थक होती जा रही हैं। गरीबों की सुविधाओं में कटौती की जा रही है।आरक्षण के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। पिछड़े वर्गों के आरक्षण में लगातार कटौती की जा रही है। जातीय जनगणना से इनकार किया जा रहा है जोकि सामाजिक न्याय के लिए आवश्यक है।धार्मिक समूहों के बीच कट्टरता, वैमनस्य, घृणा और भेदभाव को बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार से जुड़े संगठनों और सरकार समर्थक मीडिया की भूमिका इसमें काफी गैरजिम्मेदाराना और चिंताजनक है।


चुनाव आयुक्त, ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई जैसी संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर उनसे विपक्ष के नेताओं का उत्पीड़न कराया जा रहा है। चुनाव में लगातार धांधली की शिकायतें मिल रही हैं। तमाम धांधली के बाद भी जिन प्रदेशों में विपक्ष की सरकार बन जाती हैं उन्हें विधायकों की खरीद-फरोख्त कर गिरा दिया जाता है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक इसके उदाहरण हैं। सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के व्यवहार में लोकतांत्रिक मूल्य, शालीनता और गरिमा का घोर अभाव है। विपक्ष के नेताओं के लिए अशिष्ट भाषा एवं गाली गलौज का प्रयोग कर उनका चरित्र हनन किया जाता है।


जन आंदोलनों के प्रति नफरत और गुस्से का माहौल बनाया जा रहा है। जनता की आवाज उठाने वालों को आंदोलनजीवी, टुकड़े-टुकड़े गैंग और शहरी नक्सल जैसे विशेषण से अपमानित किया जाता है। पुलिस-प्रशासन की तानाशाही व शोषण-अत्याचार लगातार बढ़ रहा है। महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बेलगाम हो गए हैं। भारत की विविधता और बहुलता वाली संस्कृति को नष्ट कर एकरंगी संस्कृति थोपने का प्रयास किया जा रहा है। विपक्ष को लोकतंत्र में अपमानित करना राजतंत्र की घोषणा जैसा है।


समाजवादी पार्टी का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 5 और 6 जून 2023 को लखीमपुर में आदर्श जनता इंटर कॉलेज, देवकली, सैदापुर भाऊ थाना फरदहन में सम्पन्न होगा। जिसमें बूथ स्तर से लेकर जिला तक के 5 हजार प्रशिक्षार्थी भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में बूथ प्रबंधन से लेकर सन् 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रबंधन पर भी गंभीर चर्चा होगी। 6 जून 2023 को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का सम्बोधन होगा।प्रशिक्षण शिविर में लोकतंत्र का भविष्य, कृषि संकट एवं ग्रामीण परिवेश, समाजवाद और लोकतंत्र, जातीय जनगणना, आर्थिक संकट, युवा और बेरोजगारी, सोशल मीडिया, सामाजिक न्याय, संविधान का भविष्य तथा समाजवादी पार्टी और लोकसभा चुनाव आदि विषयों पर विचार होगा।प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत 5 जून 2023 को झंडा गीत और ध्वजारोहण से और समापन समाजवादी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ द्वारा सांस्कृतिक गीत से होगा। पूंजीवादी और पूंजीपति समर्थक भाजपा-अखिलेश