मिनटों में 2 से 18 करोड़ कीमत,ट्रस्ट के नाम पर घोटाले के आरोप

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अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन पर सवाल उठाए गए हैं। जमीन की खरीद में घोटाले का आरोप लगाया गया है। पवन पांडेय ने राम मंदिर के लिए राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन में घोटाले का आरोप लगाया है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत और एसपी प्रवक्ता मनोज यादव ने भी सवाल उठाए हैं। पवन पांडे ने कहा कि राम मंदिर के नाम पर जमीन खरीदने के नाम पर राम भक्तों को ठगा जा रहा है। जमीन खरीदने का सारा खेल मेयर और ट्रस्टी को मालूम था। इस पूरे मामले की सीबीआई जांच हो।

अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन खरीद में बड़े घोटाले का आरोप । सपा के पूर्व विधायक पवन पाण्डेय ने कागजातों के साथ लगाया आरोप । पहले 2 करोड़ में जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराया और 5 मिनट बाद ही 18.5 करोड़ में मंदिर ट्रस्ट को बेच दी गई । दोनों कागजों में एक ही गवाह मंदिर ट्रस्ट में शामिल अनिल मिश्रा के दस्तखत है।

 अयोध्या के पूर्व विधायक और सपा सरकार में राज्य मंत्री रहे तेज नारायण पांडे उर्फ पवन पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल उठाए हैं.उन्होंने आरोप लगाया है कि 2 करोड़ में जमीन का बैनामा हुआ और उसी दिन फिर साढ़े 18 करोड़ में एग्रीमेंट हुआ. एग्रीमेंट और बैनामा दोनों में ही ट्रस्टी अनिल मिश्रा और मेयर ऋषिकेष उपाध्याय गवाह हैं. 18 मार्च 2021 को ही करीब 10 मिनट पहले बैनामा भी हुआ और फिर एग्रीमेंट भी, जिस जमीन को दो करोड़ में खरीदा गया उसी जमीन का 10 मिनट बाद साढ़े 18 करोड़ में एग्रीमेंट क्यों हुआ….?

अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में भव्य राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की शुरुआत के साथ ही रामलला पर धन की बारिश शुरू हो गई है। ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों की माने तो अकेले मंदिर निर्माण के लिए देशभर में शुरू किए गए समर्पण निधि अभियान में ही राम भक्तों ने लगभग 5000 करोड़ की धनराशि समर्पित की है। इस भारी भरकम राशि में से राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भारतीय स्टेट बैंक की अयोध्या ब्रांच में 500 करोड़ की एफडी भी की है। इसी के साथ अब विदेशी रामभक्तों के लिए भी निधि समर्पण अभियान की शुरुआत भी होने वाली है और भारत के बाहर रहने वाले भक्तों से भी ट्रस्ट को बड़ी धनराशि मिलने की उम्मीद है।

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देशभर में 15 जनवरी से 27 फरवरी 2021 तक देश भर में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान चलाया गया था। देशभर में कई स्थानों पर मुस्लिमों ने भी निधि समर्पण अभियान में भाग लिया था और समर्पण भी किया था। इसके बाद निधि समर्पण अभियान की समाप्ति के बाद से देशभर में जिलास्तर पर संकलित निधि के आडिट का कार्य शुरू हुआ। इसके लिए एक बड़ी टीम का गठन हुआ जिसमें कई चार्टेड एकाउंटेंट भी शामिल थे, इसी दौरान बड़ी मात्रा में निधि समर्पण अभियान के तहत मिले ऐसे चेकों का भी पता चला था जो किसी न किसी तकनीकी कमी के चलते क्लीयर नहीं हुए थे।लिहाजा उक्त दानदाताओं से संपर्क कर ऐसे चेको को क्लीयर कराया गया था, आडिट की फाइनल रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है हालांकि, अभी तक की ऑडिट रिपोर्ट से ट्रस्ट के सदस्यों को अवगत करा दिया गया है।

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र रविवार को राम जन्मभूमि परिसर का निरीक्षण करने पहुंचे और निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने पहले रामलला के दर्शन किए फिर निरीक्षण का कार्य किया। बता दें कि वे दो दिनों तक अयोध्या में रहकर मंदिर निर्माण की प्रगति व भावी योजनाओं पर मंथन करेंगें। रविवार व सोमवार को होने वाली मंदिर निर्माण समिति की बैठक में ट्रस्ट के पदाधिकारियों सहित एलएंडटी, टाटा व बालाजी कंस्ट्रक्शन के इंजीनियर मौजूद रहेंगे।