मुख्यमंत्री ने पद्म पुरस्कार प्राप्त विभूतियों को किया सम्मानित

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मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, वीरता पुरस्कार विजेताओं एवं उनके परिजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने पद्म पुरस्कार प्राप्त विभूतियों को सम्मानित किया। प्रदेश में अनन्त सम्भावनाएं, आज के समारोह में कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से इन सम्भावनाओं को साकार किया।

समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया। इसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के कथक केन्द्र के कलाकारों द्वारा नृत्य नाटिका ‘सबका गर्व तिरंगा’, भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति गायन ‘वन्देमातरम’ तथा प्रदेश के संस्कृति विभाग के कलाकारों द्वारा ‘तिरंगा मेरी शान’ की प्रस्तुति की गयी। समारोह में प्रदेश के विभिन्न वर्गाें के 75 समूहों के सदस्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिव नारायण गुप्त, कीर्ति चक्र से अलंकृत मेजर ए0के0 सिंह, शौर्य चक्र से अलंकृत कर्नल भरत सिंह, ब्रिगेडियर अखिल कुमार सिन्हा के साथ-साथ वीर चक्र से अलंकृत शहीद कुंवर सिंह चौधरी, शहीद राजा सिंह तथा शौर्य चक्र से अलंकृत शहीद हरि सिंह बिष्ट के परिजनों को सम्मानित किया।


मुख्यमंत्री ने पद्म भूषण से सम्मानित (मरणोपरान्त) पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यपाल स्व0 कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह, पद्म भूषण श्री राशिद खान, पद्म भूषण आचार्य वशिष्ठ त्रिपाठी, पद्मश्री शीश राम, पद्मश्री कमलिनी अस्थाना, पद्मश्री नलिनी अस्थाना, पद्मश्री पं0 शिवनाथ मिश्र, पद्मश्री सेठ पाल सिंह, पद्मश्री डॉ0 विद्या बिन्दु सिंह, पद्मश्री स्वामी शिवानन्द पद्मश्री प्रो0 कमलाकर त्रिपाठी तथा पद्मश्री डॉ0 अजिता श्रीवास्तव को भी सम्मानित किया।

नया उत्तर प्रदेश अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करता है। दिव्य व भव्य प्रयागराज कुम्भ-2019 का आयोजन दुनिया के लिए आकर्षण का केन्द्र था। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विकास के साथ ही, अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के पावन धाम को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है।

ब्रज भूमि तथा नैमिषारण्य के समग्र विकास के कार्य किये जा रहे हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पौराणिक और आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले किलों के संरक्षण के साथ उन्हें पर्यटन के बेहतरीन गंतव्य के रूप में विकसित करने के कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है।


प्रदेश को नये भारत का नया उत्तर प्रदेश के रूप में स्थापित करने के लिए राज्य सरकार विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। राज्य में ‘एक जनपद, एक मेडिकल कॉलेज’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम आगे बढ़ चुके हैं। संचारी रोग नियंत्रण के कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश ने कालाजार पर नियंत्रण कर लिया है।

मलेरिया और दिमागी बुखार पर नियंत्रण करने की दिशा में प्रदेश सरकार आगे बढ़ी है। आने वाले समय में सरकार प्रदेश के सभी जनपदों में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान करने जा रही है। राज्य कर्मचारियों और उनके आश्रितों को कैशलेश चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा चुकी है।