मुख्यमंत्री ने महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज स्टेडियम एवं महाविद्यालय के प्रेक्षागृह का किया लोकार्पण

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में 10.16 करोड़ रु0 लागत से बने महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज स्टेडियम एवं 5.80 करोड़ रु0 से निर्मित महन्त अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय के प्रेक्षागृह का लोकार्पण किया। 700 दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण वितरित किए। विभिन्न विकास परियोजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित किया, 509 स्वयं सहायता समूह के प्रतिनिधियों को 07 करोड़ 63 लाख 50 हजार रु0 के चेक तथा 206 छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित किए। प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर तबके को प्रदान कर रही, वर्तमान में राज्य में सेवा पखवाड़ा चल रहा। महन्त अवेद्यनाथ जी महराज स्टेडियम, गोरखपुर का पहला ग्रामीण स्टेडियम। प्रदेश सरकार ने तय किया है कि हर गांव में एक खेल का मैदान हो, विकास खण्ड स्तर पर स्टेडियम का निर्माण हो, खेलकूद की सुविधाएं बढं़े, स्पोर्ट्स हॉस्टल बनंे, अच्छे प्रशिक्षकों को जोडं़े। राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री जी की भावनाओं के अनुरूप नये भारत के नये उ0प्र0 के निर्माण में खिलाड़ियों के योगदान को जोड़ें।

गोरखपुर ।  मुख्यमंत्री जनपद गोरखपुर में 10.16 करोड़ रुपये लागत से बने महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज स्टेडियम जंगल कौड़िया एवं 5.80 करोड़ रुपये से निर्मित महन्त अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय जंगल कौड़िया के प्रेक्षागृह का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने 700 दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण का वितरण किया। इसमें 100 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, 50 ट्राईसाइकिल, 50 व्हील चेयर, 200 स्मार्ट केन, 100 कान की मशीन, 50 एम0आर0 किट, 50 लेप्रोसी किट एवं 100 विभिन्न प्रकार के कृत्रिम अंग जैसे हाथ, पैर, कैलिपर्स आदि शामिल हैं। मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न विकास परियोजनाओं यथा पी0एम0 स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, कृषि उद्यान, एन0आर0एल0एम0 आदि के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र/आवास की चाभी प्रदान की। उन्होंने 509 स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों को 07 करोड़ 63 लाख 50 हजार रुपये का चेक तथा 206 छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित किए।

प्रदेश सरकार स्नातक-परास्नातक की पढ़ाई कर रहे राज्य के युवा दिव्यांगजन को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन प्रदान करेगी, वर्तमान में 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन देने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा।राज्य सरकार अभ्युदय कोचिंग के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को मेडिकल, इंजीनियरिंग, यू0पी0एस0सी0, एम0बी0ए0 या किसी भी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी फिजिकल व वर्चुअल माध्यम से उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध़। महाविद्यालयों, विद्यालयों में जो युवा हैं, उनकी रुचि के अनुरूप तथा आज की आवश्यकताओं के संदर्भ में हमें वातावरण तैयार करना होगा।

गोरखपुर का यह पहला ग्रामीण स्टेडियम है। शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन इसका उद्घाटन किया गया है। एक वर्ष पहले पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी की स्मृति में इस महाविद्यालय का लोकार्पण किया गया था और एक वर्ष के अन्दर ही इस महाविद्यालय में छात्रों की संख्या 1400 हुई है। इस महाविद्यालय में बड़ी संख्या में चरगांवा, जंगल कौड़िया, कैम्पियरगंज और जनपद महराजगंज की बालिकाएं भी पढ़ रही हैं। एक अच्छे शिक्षण संस्थान के स्थापित होने से क्या परिवर्तन आते हैं, यह महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय के रूप में देखा जा सकता है। महाविद्यालय ने एक वर्ष में जो प्रगति की है, वह प्रशंसनीय है। महाविद्यालय की प्रगति में इसी प्रकार निरन्तरता बनी रहे।


प्रदेश सरकार बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर तबके को दे रही है। वर्तमान में सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पखवाड़े में सम्पन्न हो रहे आयोजनों के क्रम में दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण वितरण का कार्यक्रम भी शामिल है। गत 25 सितम्बर को पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी की जयन्ती पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि श्रद्धेय उपाध्याय जी की सोच गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिला तथा समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के उत्थान के लिए थी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि महन्त अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय ग्रामीण क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है। यह महाविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत शिक्षा के साथ-साथ सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए एक नई प्रेरणा प्रदान कर रहा है। खेल आज उस दिशा में किये जाने वाले प्रयासों का एक नया हिस्सा है। हमारे खिलाड़ी वैश्विक मंचों पर देश के सामर्थ्य को प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने तय किया है कि हर गांव में एक खेल का मैदान हो, विकास खण्ड स्तर पर स्टेडियम का निर्माण हो, खेलकूद की सुविधाएं बढं़े, स्पोर्ट्स हॉस्टल बनंे, अच्छे प्रशिक्षकों को हम जोडं़े और राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री जी की भावनाओं के अनुरूप नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के निर्माण में खिलाड़ियों के योगदान को इसके साथ जोड़ें।


आज देश-दुनिया के मंच पर अपनी नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के लिए युवाओं को तकनीक से जोड़ते हुए उन्हें साथ लेकर चलना होगा। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के युवाओं को स्मार्टफोन/टैबलेट प्रदान किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने यह तय किया है कि राज्य के युवा दिव्यांगजन, जो स्नातक, परास्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं, को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन देने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। प्रदेश के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये कहीं बाहर न जाना पड़े, उनके लिए अभ्युदय कोचिंग की सुविधा राज्य में उपलब्ध करवाने का कार्य प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है। राज्य सरकार अभ्युदय कोचिंग के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को मेडिकल, इंजीनियरिंग, यू0पी0एस0सी0, एम0बी0ए0 या किसी भी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी फिजिकल व वर्चुअल माध्यम से उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध़ है।

उ0प्र0 में युवाओं को खेल की बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रहीं, युवाओं को खेल से जोड़ा जा रहा, प्रदेश सरकार ने ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी प्रदान करने का फैसला लिया- खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)


हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप नये दौर के साथ अपने आपको ढालना होगा। महाविद्यालयों, विद्यालयों में जो युवा हैं, उनकी रुचि के अनुरूप तथा आज की आवश्यकताओं के संदर्भ में हमें वातावरण तैयार करना होगा। दुनिया का हर निवेशक आज उत्तर प्रदेश में निवेश के लिये इच्छुक है। प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश निरन्तर सर्वोत्तम प्रदेश की ओर अग्रसर हो रहा है। मुख्यमंत्री जी के सफल प्रयासों से कोरोना कालखण्ड में लोगांे को निःशुल्क दवाई, इलाज तथा ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हुई। सभी अस्पतालों, निर्मित/नवनिर्मित मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था करायी गयी है। प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य तथा चिकित्सा, महिला सशक्तिकरण, दिव्यांगजन सशक्तिकरण सहित सभी क्षेत्रों में बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। 25 करोड़ की आबादी के उत्तर प्रदेश में युवाओं को खेल की बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। युवाओं को खेल से जोड़ा जा रहा है। राज्य सरकार ने ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी प्रदान करने का फैसला लिया है। अब खेल केवल खेल तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि खेल के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी प्राप्त होगा।इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य डॉ0 धर्मेन्द्र सिंह, धु्रव त्रिपाठी, विधायक विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, महेन्द्र पाल सिंह, डॉ0 विमलेश पासवान, महापौर सीताराम जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल, खेल निदेशक आर0पी0 सिंह तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।