मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर के चौरी चौरा में बाढ़ राहत खाद्यान्न किट वितरित किए।मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।बाढ़ सेे प्रभावित गांवो में जनहानि और धनहानि को रोकने का प्रयास किया गया।प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि बाढ़ से बचाव एवं राहत केलिए पूरी ताकत एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य करा रहे।चौरी चौरा क्षेत्र में 18 करोड़ रु0 की सिंचाई विभाग की परियोजनाएं पूर्ण/प्रगति पर,बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों में नौकाओं की व्यवस्था के साथ-साथ एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 व पी0ए0सी0 की फ्लड यूनिट पर्याप्त मात्रा में लगायी गयी।हर पीड़ित परिवार को राहत मिले, यदि किसी का मकान क्षतिग्रस्त होता है, तो पीड़ित परिवार को 95 हजार रु0 की आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध करायी जाए।जनहानि की स्थिति में 04 लाख रु0 की राहत राशिपीड़ित परिवार को तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश।किसान के परिवार को मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजनाके तहत 05 लाख रु0 की बीमा कवर दिया जाए।बाढ़ प्रभावित किसानों की फसल के नुकसान केमुआवजे की राशि समय से उनके खाते में उपलब्ध कराएं।05 सितम्बर से 12 सितम्बर तक एक अभियान चलाया जा रहा, इसके अन्तर्गत स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, फॉगिंग, डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करायी जाएगी।बीमारियों को समय रहते नियंत्रित किया जा सके, इसके लिएप्रत्येक जनपद में नोडल अधिकारी के रूप में वरिष्ठ अधिकारीतैनात किए गए हैं, जो इसकी समीक्षा करेंगे।हर पीड़ित परिवार को राहत मिले, पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की सुविधा उपलब्ध हो।


लखनऊ ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के चौरी चौरा तहसील के आदर्श पब्लिक स्कूल झंगहा में बाढ़ राहत खाद्यान्न किट वितरण किया। इस अवसर उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को 10 किग्रा0 चावल, 10 किग्रा0 आटा, 10 कि0ग्रा0 आलू, 02 कि0ग्रा0 दाल, रिफाइण्ड, नमक, मसाले, दिया सलाई, बरसाती, लाई-भूजा आदि का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले 15 दिनों से पूर्वी उ0प्र0 और नेपाल में भारी बारिश के कारण पूर्वी उ0प्र0 से जुड़े हुए लगभग 15 जिले बाढ़ की चपेट में है। गोरखपुर जनपद के 304 गांव की लगभग सवा दो लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में आयी है। बाढ़ सेे प्रभावित गांवो में जनहानि और धनहानि को रोकने का प्रयास किया गया है। राप्ती नदी खतरेे के निशान से लगभग ढाई से तीन ़मीटर ऊपर बह रही है। पिछले 50 वर्षो में इतनी खतरनाक स्थिति बाढ़ की कभी नही थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन एवं जन प्रतिनिधि बाढ़ से बचाव एवं राहत के लिए पूरी ताकत एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य करा रहे हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विधान सभा क्षेत्र में 18 करोड़ रुपये की सिंचाई विभाग की परियोजनाएं पूर्ण/प्रगति पर है। बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों में नौकाओं की व्यवस्था के साथ-साथ एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 व पी0ए0सी0 की फ्लड यूनिट पर्याप्त मात्रा में लगायी गयी हैं। लगभग 15 राजस्व गांव यहां पर पूरी तरह गोर्रा और राप्ती नदी की चपेट में है। हर पीड़ित परिवार को राहत मिले, यदि किसी का मकान क्षतिग्रस्त होता है, तो पीड़ित परिवार को 95 हजार रुपए की आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध करायी जाए। नदी की धारा में जो पक्के मकान बह गए हैं, प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से आवास उपलब्ध कराने, जनहानि की स्थिति में 04 लाख रुपए की राहत राशि पीड़ित परिवार को तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी किसान की आपदा से दुःखद मृत्यु होती है, तो किसान के परिवार को मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत 05 लाख रुपए की बीमा कवर दिया जाए। सांप के काटने से किसी की दुःखद मृत्यु होती है, तो उसके परिवार को 4 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराने, किसी पशुपालक का पशु बाढ़ की चपेट में आता है तो उन्हें भी तत्काल अहेतुक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रशासन को निर्देश दिये गये है कि अभी से फसलों का सर्वे कर लें। किसानों की कितनी फसल क्षतिग्रस्त हुई है, उनकी फसल के नुकसान की मुआवजा राशि समय से उनके खाते में उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी एवं राज्य सरकार की यही मंशा है कि इस आपदा के समय कोई व्यक्ति अपने को असहाय महसूस न करें, सहायता के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। बरसात के समय गांवों में पानी आने के कारण वहां तमाम प्रकार की बीमारियों का खतरा रहता है। इसके लिए गांव में क्लोरीन की टैबलेट वितरित करने की व्यवस्था की गयी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को इस बात के लिए जागरूक करंे कि पानी को उबालकर उसका सेवन करें। बरसात के कारण सांप, बिच्छू आदि का भय होता है, इसके दृष्टिगत पहले से एण्टी स्नेक वेनम इन्जेक्शन तथा जंगली जानवर व कुत्ते के काटने पर एण्टी रैबीज वैक्सीन हर जगह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी गयी तथा डायरिया से बचाव के लिए ओ0आर0एस0 का घोल भी उपलब्ध है।


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल 05 सितम्बर से 12 सितम्बर तक एक अभियान चलाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, फॉगिंग, डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करायी जाएगी। साथ ही, किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को दवा की उपलब्धता, उन्हें हॉस्पिटल तक पहुंचाने की व्यवस्था, गांव में छिड़काव की व्यवस्था, साफ-सफाई की व्यवस्था कराना आदि कार्य किए जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रामक बीमारियों को समय रहते नियंत्रित किया जा सके, इसके लिए प्रत्येक जनपद में वरिष्ठ अधिकारी नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किए गए हैं, जो इसकी समीक्षा करेंगे। सरकार ने प्रशासन को पर्याप्त मात्रा में संसाधन और धनराशि उपलब्ध करायी है। उन्होंने अपेक्षा की कि हर पीड़ित परिवार को राहत मिले, पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की सुविधा उपलब्ध हो तथा जो लोग अपने घरों से बाहर रह रहे हैं, उन्हें भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जाएं।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।