आजादी की कीमत वर्तमान पीढी़ को बताने की आवश्यकता-मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने अमृत महोत्सव की श्रृंखला में सशस्त्र सीमा बल द्वारा आयोजित साइकिल रैली को लखनऊ से दिल्ली के लिए झण्डी दिखाकर रवाना किया । साइकिल रैली 02 अक्टूबर, 2021 को गांधी जयन्ती के अवसर पर राजघाट, नई दिल्ली पहुंचेगी ।


सशस्त्र सीमा बल एक फोर्स के रूप में नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों के साथ आत्मीय सम्बन्ध बनाए जाने के लिए जाना जाता है । एस0एस0बी0 ने सदैव भारत-नेपाल व भूटान के ऐतिहासिकव पौराणिक सम्बन्धों को बेहतर बनाने का कार्य किया । एस0एस0बी0 ने एक दक्ष फोर्स के रूप में अपनी पहचान बनाई । आजादी की कीमत क्या होती है, यह वर्तमान पीढी़ को बताने की आवश्यकता,देश की आजादी में अपना बलिदान देने वाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों औरभारत माता के अमर सपूतों के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुएकहा कि उनके त्याग और बलिदान से हम सभी को प्रेरणा प्राप्त होती । प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में चौरी-चौरा शताब्दीमहोत्सव का आयोजन किया जा रहा । प्रधानमंत्री ने वर्ष 2015-16 में देश के प्रत्येक राज्य को एक लक्ष्य दियाथा कि प्रत्येक राज्य अनिवार्य रूप से किसी अन्य एक राज्य के साथ अपने सांस्कृतिक सम्बन्धों को सुदृढ़ बनाने के लिए एम0ओ0यू0 करे । प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र, असम, मणिपुर वअरुणाचल प्रदेश के साथ एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किया । साइकिल रैली सीमान्त मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल तेजपुर (असम) सेराजघाट, नई दिल्ली तक लगभग 2,384 कि0मी0 की दूरी तय करेगी ।


लखनऊ। आज यहां अपने सरकारी आवास पर स्वतंत्रता के 75वें स्वर्णिम वर्ष में आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में सशस्त्र सीमा बल (एस0एस0बी0) द्वारा आयोजित साइकिल रैली को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से दिल्ली के लिए झण्डी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल एक फोर्स के रूप में नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों के साथ आत्मीय सम्बन्ध बनाए जाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल की संवेदनशील सीमा पर वर्ष 2001 से एस0एस0बी0 द्वारा निरन्तर निगरानी और पेट्रोलिंग की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि एस0एस0बी0 ने सदैव भारत-नेपाल व भूटान के ऐतिहासिक व पौराणिक सम्बन्धों को बेहतर बनाने का कार्य किया है।


उत्तर प्रदेश की लगभग 600 किलोमीटर की सीमा नेपाल से जुड़ी हुई है। एस0एस0बी0 ने एक दक्ष फोर्स के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि परम्परागत व पेशेवर इंटेलीजेंस तो महत्वपूर्ण होती ही है, लेकिन ह्यूमन इंटेलीजेंस का अपना अलग महत्व है। क्योंकि आम नागरिक स्थानीय स्तर पर सटीक व सही जानकारी रखता है, जो आन्तरिक व वाह्य सीमा सुरक्षा के लिए अत्यन्त आवश्यक है।यह वर्ष देश के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। 15 अगस्त, 2021 को देश ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रवेश किया है। आजादी की कीमत क्या होती है, यह वर्तमान पीढ़ी को बताने की आवश्यकता है। उन्होंने देश की आजादी में अपना बलिदान देने वाल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और भारत माता के अमर सपूतों के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके त्याग और बलिदान से हम सभी को प्रेरणा प्राप्त होती है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का आयोजन भी किया जा रहा है। 04 फरवरी, 1922 को जनपद गोरखपुर के चौरी-चौरा में देश की स्वधीनता के लिए स्थानीय नागरिकों, किसानों व श्रमिकों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ एक बड़ा आन्दोलन किया था। प्रदेश सरकार ने अमृत महोत्सव और चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव को एक साथ जोड़ते हुए यह व्यवस्था बनाई है कि इन दोनों आयोजनों से जुड़े प्रदेश के प्रत्येक शहीद स्थल व स्वाधीनता से जुड़े पवित्र स्थलों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2015-16 में देश के प्रत्येक राज्य को एक लक्ष्य दिया था कि प्रत्येक राज्य अनिवार्य रूप से किसी अन्य एक राज्य के साथ अपने सांस्कृतिक सम्बन्धों को सुदृढ़ बनाने के लिए एम0ओ0यू0 करे। इस एम0ओ0यू0 के माध्यम से प्रधानमंत्री जी के एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र, असम, मणिपुर व अरुणाचल प्रदेश के साथ एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किया। इसके माध्यम से राष्ट्रीय पर्वों पर प्रदेश की सांस्कृतिक टीम इन राज्यों में जाती हैं व इन राज्यों की टीम उत्तर प्रदेश आती हैं।


यह साइकिल रैली सीमान्त मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल तेजपुर (असम) से राजघाट, नई दिल्ली तक लगभग 2,384 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। रैली के सभी प्रतिभागी अग्रिम पथ पर चलते हुए सीमान्त मुख्यालय सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल राज्य के जयगांव, राजवाड़ी (कूच बिहार), बिहार के पटना स्थित गोलघर, शहीद स्मारक, गांधी संग्रहालय, चरखा पार्क (मोतिहारी) से होते हुए उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज में 15 सितम्बर, 2021 को पहुंचे थे।यह साइकिल रैली जनपद महराजगंज से बस्ती, अयोध्या, बाराबंकी, उन्नाव, माती अकबरपुर, औरैया, इटावा, शिकोहाबाद, टूंडला, मथुरा, कोसी कलां, फरीदाबाद, घिटोरनी होते हुए 02 अक्टूबर, 2021 को गांधी जयन्ती के अवसर पर राजघाट, नई दिल्ली पहुंचेगी।इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल व एस0एस0बी0 के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।