प्रत्येक जनपद में 100 बेड का पोस्ट कोविड अस्पताल शुरू करें: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री का जनपद बस्ती भ्रमण—-


मुख्यमंत्री ने बस्ती मण्डल के कोविड प्रबन्धन एवं नियंत्रण कार्यों की समीक्षा की।मुख्यमंत्री द्वारा इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कंट्रोल सेण्टर का निरीक्षण।मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरानमाॅड्युलर ओटी वैक्सीनेशन सेण्टर का अवलोकन किया।ओपेक चिकित्सालय कैली में 50 बेड केपीकू वाॅर्ड तथा टीकाकरण केन्द्र का निरीक्षण किया,मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालय भैसहिया में निगरानी समिति की सदस्यों से वार्ता की कोरोना महामारी के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री जीके नेतृत्व और मार्गदर्शन में लड़ाई चल रही है।राज्य में प्रारम्भ से ही टेªस, टेस्ट और ट्रीट के मंत्र को अपनाते हुए कोरोना के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया गया।कोरोना नियंत्रण के लिए वैक्सीनेशन का व्यापक अभियान चलाया जा रहा।12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के टीकाकरण के लिए अभिभावक स्पेशल बूथ स्थापित किए जाएं।प्रत्येक जनपद में 100 बेड का पोस्ट कोविड अस्पताल शुरू करें।बरसात को देखते हुए इन्सेफेलाइटिस, डेंगू, चिकनगुनियाआदि बीमारियों से सुरक्षा के लिए भी प्रबन्ध किए जाएं।महिलाओं एवं बच्चों के लिए अलग से अस्पताल संचालित किया जाए।


लखनऊ। आज जनपद बस्ती में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कंट्रोल सेण्टर का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डाॅक्टर द्वारा मरीजांे को दी जाने वाली सलाह, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजांे को दवा की उपलब्धता के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने आॅक्सीजन की उपलब्धता के विषय में भी जानकारी प्राप्त की।

     इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर में पहुंचने पर मुख्यमंत्री जी ने वहां टेलीफोन ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से आने वाली काॅल के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मरीजों के बारे में प्राप्त फीडबैक की भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि कोरोना की जांच पाॅजिटिव आने के तत्काल बाद मरीज को दवा की किट उपलब्ध करा दी जाए।

मुख्यमंत्री ने रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा की जा रही कार्यवाही की भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि आर0आर0टी0 द्वारा जांच कार्य में तेजी लायी जाए। जिन गांवों से अधिक बीमार व्यक्तियों की सूचना प्राप्त हो वहां आर0आर0टी0 प्राथमिकता पर भेजी जाय। उन्होंने अधिकारियों को होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों से दवा की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी हासिल करते रहने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी ने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कंट्रोल सेण्टर की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 04 लैण्डलाइन टेलीफोन के द्वारा मरीजांे से जानकारी प्राप्त की जाती है। प्राप्त जानकारी के आधार पर उनकी समस्याओं का संबंधित अधिकारियों से निराकरण कराया जाता है। 24 घण्टे तैनात डाॅक्टर मरीजों को इलाज एवं बचाव संबंधी आवश्यक सुझाव देते हंै। कमाण्ड सेण्टर में टेलीविजन स्क्रीन पर कैली ओपेक अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की देख-भाल की माॅनीटरिंग की जाती है।

मुख्यमंत्री योगी ने मण्डलायुक्त सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बस्ती मण्डल में कोविड प्रबन्धन एवं नियंत्रण कार्यों की समीक्षा की, जिसमें जनपद संतकबीरनगर के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित लोगों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जाए। सभी जनपदों में 01 जून से 18 से 44 वर्ष आयु के लोगों को कोविड-19 का टीका लगाया जायेगा। उन्होंने निर्देशित किया कि 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के टीकाकरण के लिए अभिभावक स्पेशल बूथ स्थापित किए जाएं।

उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे एक-एक सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 गोद लें तथा उसकी नियमित रूप से विजिट करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टीकाकरण, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग की सूचना जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराएं ताकि वे इसका सत्यापन कर सकंे।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में 100 बेड का पोस्ट कोविड अस्पताल शुरू करें, जहां कोविड से ठीक हुए मरीजांे का आवश्यकतानुसार पुनः भर्ती करके आगे इलाज किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग, निगरानी समिति द्वारा स्क्रीनिंग एवं दवा किट वितरण, इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर द्वारा फील्ड में किए जा रहे कार्य का सत्यापन तथा कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए अस्पतालों की तैयारी, कुल 04 कार्यक्रम, प्राथमिकता पर संचालित किए जाएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इसके साथ ही बरसात को देखते हुए इन्सेफेलाइटिस, डेंगू, चिकनगुनिया आदि बीमारियों से सुरक्षा के लिए भी प्रबन्ध किए जाएं। प्रत्येक गांव एवं वाॅर्ड में दिन में सैनिटाइजेशन तथा रात में फाॅगिंग की जाए। मच्छरों के लार्वा को समाप्त करने के लिए कार्य किया जाय। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को रोकने में सभी ने अच्छा कार्य किया है, लेकिन अभी हमें सर्तक रहना होगा। यह एक महामारी है, इसलिए सामान्य बीमारी से इसकी तुलना करना उचित नहीं है। प्रदेश के सभी जिलों को आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर जिले में आॅक्सीजन प्लान्ट स्वीकृत किए गए हैं। इस सम्बन्ध में काम भी चल रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक आॅक्सीजन प्लान्ट के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करें, जो कार्यदायी संस्था से समन्वय स्थापित करके इसको शीघ्र स्थापित कराएं। ब्लैक फंगस से निपटने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 पर अभी ओ0पी0डी0 शुरू नहीं की जायेंगी, लेकिन जिला अस्पताल में नाॅन कोविड अस्पताल संचालित करके गम्भीर रोगों के मरीजों का इलाज किया जायेगा। सामान्य रोगियों के लिए टेली कन्सल्टेन्सी के माध्यम से डाॅक्टरों से मेडिकल परामर्श की व्यवस्था की जाए। महिलाओं एवं बच्चों के लिए अलग से अस्पताल संचालित किया जाय। सभी सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में साफ-सफाई, रंगाई-पुताई अगले एक सप्ताह में करा लें। सभी मेडिकल उपकरण एवं मशीन क्रियाशील करा लें।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिले के अस्पतालों में जिलाधिकारी तथा मेडिकल काॅलेज में वहां के प्रधानाचार्य, पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के संबंध में कार्यवाही शुरू कराएं। सभी पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स को बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज से सम्पर्क करके टेªनिंग दिलाये। वेन्टीलेटर संचालित करने के लिए आई0टी0आई0 के छात्रों को प्रशिक्षित करें। उन्होंने कहा कि ‘108’ एंबुलेन्स का बेहतर उपयोग करते हुए रिस्पाॅन्स टाइम कम किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंदों तथा अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजांे के परिजनों को भोजन उपलब्ध कराया जाए।

मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि आंशिक कोरोना कफ्र्यू के नियमों का कड़ाई से पालन करायंे। कन्टेनमेन्ट जोन में कड़ाई बरतें। यद्यपि उद्योग, कृषि, सब्जी मण्डी खोलने की अनुमति दी गयी है, लेकिन वहां भीड़ एकत्र न होने दें। शादी-विवाह में 25 से अधिक लोगों को सम्मिलित होने की अनुमति न दंे और इसका कडाई से पालन भी कराएं। राज्य सरकार द्वारा जून माह में निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जायेगा। यह सुनिश्चित कराएं कि सभी पात्र व्यक्तियों को खाद्यान्न मिल सके। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष मण्डलायुक्त अनिल कुमार सागर ने मण्डल में कोरोना की स्थिति पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कोविड के 660 से बढाकर 1230 बेड तैयार किए गये हैं। बस्ती में 05, संतकबीर नगर तथा सिद्धार्थनगर मे 4-4 प्लान्ट की स्थापना की कार्यवाही की जा रही है। बस्ती में 50 पोस्ट कोविड केयर बेड तथा 50 पीकू बेड तैयार कर लिए गये हैं। कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए ई0टी0सी0, मिनी पीकू तथा पीकू के 212 बेड तैयार कर लिए गये हैं। मण्डल में 45 वर्ष से उपर के 05 लाख तथा 18 वर्ष से अधिक आयु के 22967 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चैहान सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में लड़ाई चल रही है। सभी राज्य इस लड़ाई के खिलाफ प्रभावी भूमिका के साथ लगे हैं। उत्तर प्रदेश देश की सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। इस राज्य में प्रारम्भ से ही टेªस, टेस्ट और ट्रीट के मंत्र को अपनाते हुए कोरोना के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया गया। एग्रेसिव नीति अपनाकर यह लड़ाई संचालित है। इसका परिणाम है कि उत्तर प्रदेश में देश में सर्वाधिक कोविड टेस्ट सम्पन्न हुए हैं। अब तक प्रदेश में 4 करोड़ 80 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं।

वर्ष 2020 में जब कोरोना का पहला केस उत्तर प्रदेश में आया था, तब हमारे यहां न कोविड टेस्ट की सुविधा थी, न ही बेड थे। वर्तमान में एल-2 व एल-3 सुविधा के 80 हजार बेड उपलब्ध हैं। कोरोना की पहली लहर के विरुद्ध राज्य में सफलतापूर्वक नियंत्रण प्राप्त किया गया। दूसरी लहर में आॅक्सीजन की मांग बढ़ी, जिसके दृष्टिगत हम लोगों ने आवश्यकता के अनुसार आॅक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की। हमारा प्रयास है कि आॅक्सीजन के मामले में राज्य आत्मनिर्भर बने। सभी जनपदों में आॅक्सीजन प्लाण्ट स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे यह जनपद आने वाले समय में आॅक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो सकें। दूसरी लहर में कोरोना नियंत्रण के लिए सभी जनपदों में अच्छा कार्य हुआ है। इसका परिणाम सभी के सामने है। पूर्व में विशेषज्ञों द्वारा आशंका व्यक्त की गई थी कि 25 अप्रैल, 2021 से लेकर 15 मई, 2021 के बीच प्रतिदिन 01 लाख केसेज़ आएंगे। किन्तु बीते 24 घण्टों में मात्र 3200 केस आए हैं। हमारी रिकवरी दर बढ़ी है और पाॅजिटिविटी रेट घटा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निगरानी समितियों ने घर-घर स्क्रीनिंग का कार्य किया है। मेडिकल किट का वितरण किया गया है। कोरोना के नियंत्रण में इन समितियों का महत्वपूर्ण योगदान है। थर्ड वेव में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका के दृष्टिगत तैयारियां की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बस्ती मण्डल इंसेफेलाइटिस के भी प्रकोप से प्रभावित रहे हैं। कोरोना के साथ-साथ इंसेफेलाइटिस के नियंत्रण की भी चुनौती है। इंसेफेलाइटिस पर विगत 04 वर्षों में प्रभावी नियंत्रण किया गया हैं। मृत्यु दर में 95 प्रतिशत की कमी आयी है। जे0ई0 वैक्सीनेशन का व्यापक अभियान चलाया गया है। उसी प्रकार कोरोना के विरुद्ध भी रणनीति अपनाते हुए कार्य किया जा रहा है। पोस्ट कोविड केयर वाॅर्ड स्थापित किए जा रहे हैं, जहां पर मरीजों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंदों और कोविड मरीजों के तीमारदारों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। हमें अपनी तैयारी पूरी मजबूती के साथ करनी है। कोरोना नियंत्रण के लिए वैक्सीनेशन महत्वपूर्ण है। 01 जून, 2021 से सभी जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का वैक्सीनेशन प्रारम्भ हो रहा है। इस दौरान अभिभावक स्पेशल बूथ के साथ-साथ प्राथमिकता के आधार पर अन्य वर्गों व सेवाओं के लिए भी बूथ बनाए जाएंगे। कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 01 वर्ष के अंदर 02 स्वदेशी वैक्सीन उपलब्ध हुए। इसके लिए हम उनके प्रति आभारी हैं। कोरोना को नियंत्रित करने के लिए निःशुल्क वैक्सीनेशन का व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में काॅमन सर्विस सेण्टर को वैक्सीनेशन के निःशुल्क पंजीयन का केन्द्र बिन्दु बनाते हुए वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। वैक्सीन प्रमुखता के आधार पर हर जगह उपलब्ध करायी जा रही है। टीकाकरण के इस वृहद अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए सबको एकजुट होकर अपना योगदान करना होगा।

मुख्यमंत्री ने अपील की कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए सभी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करें। हाई रिक्क कैटेगरी के लोग घर से बाहर न निकलें। अन्य लोग आवश्यक होने पर बाहर निकलें तथा मास्क और दो गज की दूरी का पालन अनिवार्य रूप से करें। अधिक से अधिक टेस्ट और टीकाकरण कराया जाए।इसके उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान माॅड्युलर ओटी वैक्सीनेशन सेण्टर का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि रजिस्टेªशन कराने पर ही टीकाकरण कराया जाए। उन्होंने चिकित्सालय में भर्ती मरीज श्री सुयश शुक्ल का हाल-चाल लिया। उन्होंने ओपेक चिकित्सालय कैली में 50 बेड के पीकू वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सम्भावना है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे अधिक प्रभावित होंगे, इसलिए अभी से तैयारी पूरी रखें। बच्चों के डाॅक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती करें।

मुख्यमंत्री ने ओपेक कैली अस्पताल में टीकाकरण केन्द्र का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित लोगों से बात-चीत भी की। उन्होंने कहा कि वे समय से दूसरा डोज भी लगवा लंे। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद ज्ञापित किया कि उनके मार्गदर्शन में देश वैज्ञानिकों ने दो देशी टीके तैयार किए। दोनों टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं तथा इनका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। अपने आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों को प्रेरित करके सभी का टीकाकरण कराएं।

मुख्यमंत्री ने ग्राम कृष्णा भगौती में स्थित प्राथमिक विद्यालय भैसहिया में निगरानी समिति की सदस्यों से वार्ता की। उन्हांेने निर्देश दिए कि निगरानी समितियां प्रत्येक दिन सुबह-शाम कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के स्वास्थ्य की निगरानी करें। उनके बुखार तथा पल्स पर विशेष ध्यान दें। दवाओं की किट समय से सभी व्यक्तियों को उपलब्ध करा दें। घर में आईसोलेशन के नियमों का कडाई से पालन करें, जिससे कि अन्य लोग कोरोना से सुरक्षित रह सकंे। निगरानी समिति की सदस्यों ने अवगत कराया कि ग्राम प्रधान तथा लेखपाल का सहयोग मिल रहा है। आपसी समन्वय से निगरानी समिति द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है। ऐसे लोगों का कोविड टेस्ट भी किया जा रहा है। गांव के लोगों को टीका लगवाने के लिए तथा घर के आस-पास साफ-सफाई के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। अब मरीजांे की संख्या लगातार घट रही है।

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