
विद्युत कर्मियों पर सीएम का फरमान बेअसर,आपूर्ति बेपटरी. बार बार ट्रिपिंग और लो वोल्टेज के कारण प्रचंड गर्मी में ग्रामीण परेशान. विद्युत कर्मियों पर सीएम का फरमान बेअसर
बाबा बाजार/अयोध्या- सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी क्षेत्रों की तरह विद्युत आपूर्ति देने का सूबे के मुखिया का फरमान बेअसर साबित हो रहा है. मामला नैयामऊ पावर हाउस के कसारी फीडर का है जहां लोगो को इतनी भीषण गर्मी में रहना पड़ रहा है. सरकार कहती है की ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घंटे बिजली दी जा रही लेकिन वही अगर सही से देखा जाए तो ग्रामीणों को 15 घंटे भी नही मिल पा रही है बिजली. कसारी फीडर की बिजली कभी आपके खाना खाने के समय चली जायेगी तो कभी जैसे ही आप खाना खा के सोने के लिए बिस्तर पर जाएंगे. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है वैसे-वैसे बिजली की आँख मिचौली शुरू हो गई है. रातों में ज्यादातर बिजली गुल रहा करती है और जब बिजली आती है तो लोगो के मुँह से सुनने को मिलता हैं पंखा चालू कर दो तो फिर उधर से आवाज आती है. जनमानस के साथ बहुत बढिया मजाक हो रहा है. लाइट चली गई हैं फिर ऐसे में लोगो को हाथ वाले पंखे के सहारे रात काटनी पड़ती है. बिजली गुल होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोगो की परेशानी बढ़ती ही जा रही है,लेकिन बिजली विभाग बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिए गंभीर कदम नही उठा रही है. जीना दुस्वार हो रहा है. बिजली बार बार गुल हो जा रही है इनमें से अधिकांश रामपुर गुदारा सैमसी सुनबा कसारी बिहारा सैदपुर आदि के क्षेत्रीय लोग बिजली से परेशान है.
बिजली न रहने के कारण लोगो को उमस भरे मौसम में बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.ऐसी स्थिति मे विद्युत विभाग के मजाक से जनता मे काफी आक्रोस दिख रहा है. बिजली कटौती से धान की सिचाई भी प्रभावित है. जिसके कारण किसानों मे मायूसी दिखने लगी है.बिजली की अंधाधुंध कटौती से हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन ऐसी भीषण गर्मी में भी विद्युत कर्मियों का उनकी तरफ ध्यान नहीं है. किसानों को इस समय सिचाई की बेहद जरूरत है. जो कि बिजली मिलने पर ही हो सकती है, सरकार द्वारा विद्युत आपूर्ति कराकर कृषि उत्पादन को प्रोत्साहन देने का संकल्प तो व्यक्त किया जा रहा है. लेकिन विद्युत कर्मियों की मनमानी शैली से शासन की मंशा पर फलीभूत नही हो पा रही है. जिसके चलते लोगो को शाम को अपने घरों में मोमबत्ती का सहारा लेकर खाना खाना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ध्वस्त चल रही है. जहां इस भीषण गर्मी में लोगो की नीद हराम की जाती है. लोगो को तो दूर ही छोड़ो ऐसे में किसानों के लिए भी बिजली न आना मुसीबत भरा है. क्योंकि किसान इस समय अपने धान की सिंचाई करने में जुटा है और पर्याप्त बिजली न मिलने से समय पर धान को पानी नही मिल पा रहा है. पर्याप्त बिजली न मिलने से जहां एक और लोगो का जीना मुहाल है वही किसानों पर भी इसका असर साफ दिखाई देता है. अब सवाल यह है की जिम्मेदार आखिर क्यो नही दे रहे है ध्यान…? विद्युत कर्मियों पर सीएम का फरमान बेअसर