सामाजिक न्याय बढ़ाने में जुटी कांग्रेस-लौटन राम निषाद

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लौटनराम निषाद
निषाद पार्टी संजय निषाद एंड फॅमिली की प्रा.लि.लूट कम्पनी

साफ्ट हिन्दुत्व नहीं सामाजिक न्याय के मुद्दे पर भाजपा को पटखनी देना सम्भव। सामाजिक न्याय के एजेंडे को आगे बढ़ाने में जुटी कांग्रेस-लौटन राम निषाद

लखनऊ। भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता लौटन राम निषाद ने कहा है कि क्षेत्रीय दलों में डीएमके सामाजिक न्याय की विचारधारा वाली मुखर पार्टी है। अन्य क्षेत्रीय दल दोहरे चरित्र का परिचय दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी की सक्रिय भूमिका के बाद नयी काँग्रेस का उदय हो गया है। वर्तमान में काँग्रेस देश की सबसे बड़ी सामाजिक न्याय की विचारधारा पर चलने वाली पार्टी हो गयी है। 2014 के बाद भारतीय समाज और राजनीतिक सच्चाइयों को भांपने के बाद सामाजिक न्याय के मुद्दे पर मुखरता के साथ काम करते आ रहे हैं। 2018 में जब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में काँग्रेस को बहुमत मिला तो छत्तीसगढ़ में ओबीसी कुर्मी भूपेश बघेल को एवं राजस्थान में एमबीसी सैनी अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया और पंजाब में दलित वर्ग के चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी जी ने साफ तौर पर कह दिए कि हमे साफ्ट हिन्दु बनने की बजाय सामाजिक न्याय की विचारधारा पर मजबूती से काम करना है।उन्होंने नारा दिया कि-जिसकी जितनी है आबादी, उसको मिले उतनी हिस्सेदारी। उन्होंने जातिगत जनगणना,आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीलिंग खत्म कर 70 प्रतिशत करने एवं न्यायपालिका में ओबीसी, एससी, एसटी को प्रतिनिधित्व दिए जाने का मुद्दा जोर शोर से उठाया।


निषाद ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 70 वर्ष बाद काँग्रेस ने अहिंदा(ओबीसी,एससी, एसटी, अल्पसंख्यक) फ़ार्मूला पर चलकर अप्रत्याशित और ऐतिहासिक जीत हासिल करने में सफल हुई। उन्होंने बताया कि ओबीसी कुरुबा जाति के सिद्धा रमैया को मुख्यमंत्री, ओबीसी लिंगायत जाति के डीके शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है और अब्दुल खादर अली को विधानसभा अध्यक्ष। मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री सहित 34 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में 8 ओबीसी लिंगायत, 5 ओबीसी वोक्कालीगा,6 कुरूबा,मोगावीरा आदि पिछड़े, 7 दलित, 3 आदिवासी,2 मुस्लिम और 1-1 ईसाई, जैन व ब्राह्मण को शामिल किया गया है, जो कर्नाटक के आनुपातिक जनसंख्या के आँकड़े पर आधारित है। आगामी लोकसभा चुनाव में काँग्रेस सामाजिक न्याय व सोशल इंजीनियरिंग के सहारे भाजपा को पटखनी दे कर केंद्र की सत्ता में वापसी करेगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा के छद्म राष्ट्रवाद, छद्म सामाजिक न्याय और छद्म हिन्दुत्व को सामाजिक न्याय की विचारधारा से पटखनी दी जाएगी। संसद भवन के उद्घाटन समारोह में आदिवासी समाज की राष्ट्रपति और पिछड़ी जाति के राज्यसभा सभापति को आमंत्रित नहीं किए जाने एवं संसद भवन में स्पीकर के समानांतर राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ की जगह राजतंत्र का प्रतीक सेंगोल राज दंड को स्थापित करने,माफी वीर सावरकर के जन्म दिन पर उद्घाटन कराने से भाजपा का जातिवादी चेहरा और मनुस्मृति आधारित विचारधारा का खुलासा हो गया है। यही नहीं महाराष्ट्र सदन के द्वार पर पहले से स्थापित अहिल्याबाई होल्कर व राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फूले की प्रतिमा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस द्वारा हटवाकर सावरकर की प्रतिमा स्थापित करने को पेशवाई राज स्थापित करने का संकेत है।


निषाद ने कहा है कि सामाजिक न्याय की तरफ मजबूती से बढ़ रही कांग्रेस ने दलित वर्ग के मल्लिकार्जुन खड़गे को राष्ट्रीय अध्यक्ष और बृजलाल खाबड़ी को उत्तर प्रदेश काँग्रेस कमेटी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने कहा कि गुजरात काँग्रेस का कोली ओबीसी जगदीश ठाकोर को ,पंजाब का आदित्य सिंह बरार (कम्बोज) को,राजस्थान का गोविंद सिंह डोटासरा (जाट) को, महाराष्ट्र का नाना पटोले(ओबीसी कुर्मी) को, मुंबई काँग्रेस का वर्षा गायकवाड़ को, तेलंगाना का ए.रेवन्त रेड्डी को,छत्तीसगढ़ का मोहन मरकाम (एसटी) को, हरियाणा का उदय भान (एससी) को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। असम कांग्रेस का चेयरपर्सन देवव्रत सैकिया(ओबीसी केवट) एवं प्रदेश अध्यक्ष भूपेन कुमार वोरा (ओबीसी) को बनाया है। वर्तमान में कांग्रेस ही देश की सोशल इंजीनियरिंग एवं सोशल जस्टिस को मजबूत करने वाली पार्टी है। सामाजिक न्याय बढ़ाने में जुटी कांग्रेस-लौटन राम निषाद