गौ माता को बचाने पार्षद ज्ञान सारस्वत घर घर देंगें दस्तक

145

अजमेर में गौ माता को लम्पी स्किन डिजीज से बचाने के लिए पार्षद ज्ञान सारस्वत की टीम घर घर दस्तक दे रही है।

एस0 पी0 मित्तल

म्पी स्किन डिजीज का खतरा गौ माता का गौशालाओं में ही नहीं बल्कि घरों पर पलने वाली गौ माता को भी है। जो लोग अपने घरों पर गायों को रखते हैं उन्हें अब लम्पी स्किन डिजीज से जुड़ी अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीमारी से ग्रसित गायों का इलाज भी नहीं हो रहा है। यहां तक कि मृत्यु के बाद भी गाय कई घंटों तक घरों में ही पड़ी रहती हैं।स्थानीय निकाय के कार्मिक भी समय पर मृत गायों को नहीं उठा पा रहे हैं। इन हालातों से अजमेर भी अछूता नहीं है।

गौ माता की दयनीय स्थिति और गौपालकों की परेशानियों को देखते हुए अजमेर नगर निगम के लोकप्रिय पार्षद ज्ञान सारस्वत अब अपनी टीम के साथ घर घर दस्तक दे रहे हैं। सारस्वत की टीम में डॉ. नवीन परिहार भी शामिल हैं जो एलोपैथिक पद्धति से रोगग्रस्त गायों को वैक्सीन लगा रहे हैं। सरकारी पशु चिकित्सालयों में इलाज हो या नहीं, लेकिन सारस्वत के नेतृत्व में काम कर रही है 30-40 युवाओं की टोली सूचना मिलने पर पहुंच जाती है। सारस्वत ने बताया कि इन दिनों डिमांड बहुत बढ़ गई है।

जिस घर में दो-तीन गाय हैं, वहां भी एक या दो गाय लम्पी स्कीन डिजीज से ग्रस्त हैं। लगातार आ रही सूचनाओं के कारण उनकी टीम को रात 11 बजे तक काम करना पड़ रहा है। सारस्वत ने घरों में गाय पालने वालों से आग्रह किया है कि वे फिलहाल अपने परिवार को पशुओं से अलग रखे। कई बार देखा गया है कि परिवार के छोटे बच्चे भी पशुओं को दुलार करते हैं। सारस्वत ने बताया कि यह संक्रमण रोग है जो एक दूसरे में तेजी से फैलता है। अब गायों को भी अलग अलग रखने की जरूरत है। रोगग्रस्त गायों को काली जीरी, काली मिर्च, देशी घी, गुड़, इंद्राणी, हल्दी, अजवाइन आदि सामग्री के लड्डू बनाकर खिलाए जा सकते हैं।

इसी प्रकार सींग से लेकर पूछ तक सरसों के तेल और देसी कपूर का घोल बनाकर पशु के शरीर पर लाइन बनाई जा सकती है। गाय पर पोटेशियम परमैंगनेट और फिटकरी के घोल का छिड़काव भी किया जाना चाहिए। सारस्वत ने स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं से आव्हान किया है कि गौ माता को बचाने में उन्हें भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। अजमेर में गौ माता को संक्रमित रोग से बचने के लिए मोबाइल नंबर 8058796562 पर पार्षद ज्ञान सारस्वत से संपर्क किया जा सकता है।