कोविड-19 प्रबंधन के दिशा-निर्देश

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कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश।

● कोविड वैक्सीनेशन अभियान तेजी के साथ संचालित हो रहा है। जून माह के लिए उत्तर प्रदेश ने 01 करोड़ वैक्सीनेशन के लक्ष्य तय किया है, अब तक 89 लाख से अधिक डोज एडमिनिस्टर किये जा चुके हैं। 21 जून से प्रारंभ हुए वैक्सीनेशन महाभियान के लगातार दूसरे दिन निर्धारित 06 लाख के लक्ष्य से अधिक लोगों को टीका-कवर प्रदान किया गया। पहले दिन जहां 07 लाख 29 हजार 197 लोगों को टीका-कवर प्रदान किया गया था, वहीं कल 22 जून को 08 लाख 24 हजार 08 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त किया। अब तक 02 करोड़ 72 लाख 53 हजार से अधिक वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर किये गए हैं। 41 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज प्राप्त कर लिए हैं।

● वैक्सीनेशन में सभी आयु वर्ग के लोगों का उत्साह देखने को मिला है। कल हुए 08 लाख से अधिक वैक्सीनेशन में 05 लाख 32 हजार से अधिक लोग 18 से 44 आयु वर्ग के हैं। वैक्सीनेशन का यह उत्साह सतत बना रहे। टीकाकरण के लिए ब्लॉक को आधार बनाकर गांवों में वैक्सीनेशन को तेज करने का पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है। अब तक के इसके परिणाम अच्छे हैं। 01 जुलाई से क्लस्टर आधारित इस कार्ययोजना को सभी जिलों में लागू किया जाए। 01 जुलाई से हर दिन 10 से 12 लाख वैक्सीन लगाने के लक्ष्य के सापेक्ष तैयारी की जाए।

● लगातार कोशिशों से उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। संक्रमण दर न्यूनतम स्थिति में है। वर्तमान में 3,666 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 16 लाख 78 हजार 788 हो चुकी है। प्रदेश की कोविड रिकवरी दर 98.5 फीसदी हो गई है, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.1% फीसदी है। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 59 लाख 99 हजार 840 टेस्ट हो चुके हैं।

● विगत 24 घंटे में प्रदेश में 02 लाख 69 हजार 472 कोविड टेस्ट किए गए। इसी अवधि में संक्रमण के 208 नए मामले आये हैं, जबकि 302 मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हुए हैं। 2,205 लोग होम आइसोलेशन में हैं।

● प्रदेश, ऑक्सीजन जेनेरेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। सभी 75 जिलों में सवा 05 सौ से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कराये जा रहे हैं। अब तक 110 प्लान्ट क्रियाशील हो चुके हैं। प्लांट स्थापना से जुड़े कार्यों की सतत समीक्षा की जाए। इस संबंध में भारत सरकार से समन्वय बनाए रखा जाए।

● नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रखा जाए। बाढ़/अतिवृष्टि से पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न हो। प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद उपलब्ध कराई जाए।

● आम निर्यात के सम्बंध में कार्ययोजना बनाकर आवश्यक कार्यवाही पूरी कराई जाए।