अपराध अपराधी और योगी

74

अखिलेश श्रीवास्तव


लखनऊ। प्रदेश में लगभग साढ़े चार वर्ष की भाजपा सरकार जिस तरह से अपराधियों, माफियाओं सहित दहशत गर्दो के विरुद्ध नकेल कसने का काम कर रही है इससे निश्चित ही प्रदेश में कानून व्यवस्था काफी मजबूत होते दिखी दे रही है।आज योगी राज में अपराधी अपराध करने से पहले सौ बार परिणाम के बारे में सोचता है प्रदेश में लगातार चलाए जा रहे धर पकड़ इनकाउंटर अवैध संपत्तियों के ध्वस्तीकरण से बड़े बड़े दिग्गज माफिया या तो जेल में रहना चाह रहे है या अधिक तर अपराधी प्रदेश छोड़ अन्य स्थानों में नरकीय जिंदगी जी रहे है।प्रदेश की योगी सरकार ने अपराधियों के ठिकाने ध्वस्त कर रही है उन्हे संरक्षण देने वालो के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है उससे प्रदेश की जनता में भाजपा की योगी सरकार में विश्वास बढ़ता जा रहा है जनता अमन चैन से अपना अपना कारोबार पटरी पर लाने का काम कर रहा है।


प्रदेश में योगी सरकार ने मार्च 2017 में सरकारी बनाई थी योगी मुख्यमंत्री बनने के बाद से लगातार अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया गया । प्रदेश भर में पुलिसवालों और अपराधियों के बीच लगभग आठ हजार मुठभेड़ हो चुकी हैं। जिसमें सवा सौ से अधिक अपराधी इनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। लगभग तीन हजार से ज्यादा अपराधी गंभीर रूप से जख्मी हुए ।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान करीब साढ़े चार वर्ष पहले ही योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अपराध तथा अपराधी के खिलाफ अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। विगत 20 मार्च 2017 से 20 जून 2021 तक की अवधि में कुल 139 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये हैं तथा 3196 घायल हुये हैं।

योगी सरकार पर एक ही वर्ग के लोगो को निशाना बनाए जाने का आरोप लगता रहा लेकिन इन सभी अपराधियों का रिकॉर्ड बताता है कि ये न सिर्फ दुर्दांत अपराधी रहे हैं बल्कि इनकी करतूतों से समाज में लंबे समय तक डर का वातावरण रहा है।मारे गए कुख्यात बदमाश लोगों में से ज़्यादातर अपराधी इनामी बदमाश थे। जिन पर पच्चीस हजार रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक का इनाम घोषित था।सबके पुलिस रिकार्ड में अधिक मुकदमे दर्ज है।ये सब समाज के लिए दहशत गर्द बन चुके थे आज प्रदेश में पुलिस प्रशासन सहित कार्यवाही का खोफ अपराधियों में दिखाई दे रहा है।