GIS में करोड़ों खर्च और इन्वेस्टमेन्ट जीरो-खाबरी

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GIS में करोड़ों खर्च और इन्वेस्टमेन्ट जीरो-खाबरी

विकास श्रीवास्तव

लखनऊ। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री बृजलाल खाबरी ने कहा कि प्रदेश के आर्थिक विकास, बढ़ती महंगाई, और बेरोजगारी को लेकर अपनी अकर्मण्यता और नाकामी को छुपाने के लिए योगी सरकार “ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट“ के बहाने प्रदेश की जनता की करोड़ो करोड़ों की गाढ़ी कमाई बड़े-बड़े इवेंट मैनेजमेंट में पानी की तरह बहा रही हैं। भाजपा धरातल पर काम करने के बजाए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया में हैडिंग मैनेजमेंट, भारी-भरकम विज्ञापन, र्होडिंग्स के माध्यम से देशवासियों को गुमराह कर रही है। हकीकत यह है कि प्रदेश सरकार बड़ी-बड़ी इवेंट कंपनियों के माध्यम से हजार करोड़ खर्च करके बड़े-बड़े खोखले दावे करते हुए आकर्षक आयोजनों, विज्ञापनों से अपनी छवि सुधारना चाहती हैं।

  • भाजपा सरकार “ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट“ के बहाने जनता की गाढ़ी कमाई बड़े-बड़े इवेंट मैनेजमेंट में बहा रही।
  • ‘‘इन्वेस्टर्स समिट 2018’’ का परिणाम तथ्यों एवं आकड़ों के मुताबिक इवेंट में करोड़ों खर्च और इन्वेस्टमेन्ट जीरो।
  • 106 कंपनियों का ही वाणिज्यिक संचालन हो पाया है जो कुल घोषित निवेश का लगभग 9 प्रतिशत
  • ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से सरकार अपनी छवि बनाकर देश की जनता को एक बार पुनः गुमराह करना चाहती है।

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श्री खाबरी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अपना दूसरा कार्यकाल खत्म करने जा रही हैं, और भाजपा की योगी सरकार भी अपने दूसरे कार्यकाल में युवाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने में पूरी तरह से असफल रही है। योगी जी आज पुनः “ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट“ के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को सब्जबाग दिखा रहें हैं। 21 लाख करोड़ रुपए का आर्थिक निवेश लाने का भारी भरकम दावा करने वाली योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल 21,22 फरवरी 2018 में भी लखनऊ में इसी प्रकार का भव्य “इन्वेस्टर्स समिट“ आयोजित किया था। उस इन्वेस्टर्स समिट का भी उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को बड़े-बड़े सपने दिखाते हुए किया था। लगभग चार लाख 28 हजार करोड़ ₹ के 1045 कंपनियों के साथ निवेश का एम.ओ.यू. साइन हुआ था। दो ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में मात्र 371 एम.ओ.यू. वाली कंपनियां भूमि पूजन के लिए आई। जिसमें से मात्र 106 कंपनियों का ही वाणिज्यिक संचालन हो पाया है जो कुल घोषित निवेश का लगभग 9 प्रतिशत है। सरकारी तथ्यों एवं आकड़ों के मुताबिक इवेंट में सैकड़ों करोड़ खर्च हुआ और इन्वेस्टमेन्ट जीरो रहा है।

प्रदेशअध्यक्ष ने कहा कि भाजपा शासनकाल में रोजगार मांगने वालों पर लाठियां बरसाई जाती हैं। देश के नौजवानों से हर वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने का वादा करके सत्ता पर काबिज हुई भाजपा की केंद्र सरकार और प्रदेश की योगी सरकार आज गलत जीएसटी, नोटबंदी जैसी अपनी जनविरोधी आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई, बेरोजगारी से निपटने में पूरी तरह फेल साबित हो चुकीं हैं। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से सरकार अपनी छवि बनाकर देश की जनता को एक बार पुनः गुमराह करना चाहती है। अब देश का नौजवान जाग चुका है। आरटीआई कानून और सोशल मीडिया के इस युग में देश की जनता को गुमराह करना अब आसान नहीं है। इस बार भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश का नौजवान बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर जड़ से उखाड़कर फेंकने को तैयार हो चुका है।

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